बलौदा बाजार

मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना शुरू
07-Jun-2021 8:12 PM
मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना शुरू

बलौदाबाजार, 7 जून। जिले में कल मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना का शुभारंभ किया। इस योजना के तहत किसानों को तीन साल तक प्रति एकड़ 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इस दौरान संयुक्त जिला कार्यालय में कृषक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष सुरेन्द्र शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा, कलेक्टर सुनील कुमार जैन,  डीएफओ के आर बढ़ई, जिला पंचायत सीईओ डॉ.फरिहा आलम सिद्दिकी,जिलाध्यक्ष हितेंद्र सिंह ठाकुर उपस्थित थे। 

जिले में इस योजना का  औपचारिक शुभारंभ कलेक्टोरेट परिसर में वृक्षारोपण कर किया गया। कृषक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष सुरेन्द्र शर्मा ने कदम, राकेश वर्मा ने बेल, कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने बेल के पौधों का रोपण किया। साथ ही डीएफओ जिला पंचायत सीईओ सहित अन्य विभागों के कर्मचारियों ने भी पौधों का रोपण किया। योजना के संबंध में सुनील कुमार जैन ने बताया कि वृक्षारोपण को बढ़ाना देने के उद्देश्य से राज्य शासन ने यह योजना लागू की है। इस योजना का लाभ छत्तीसगढ़ के सभी नागरिक, निजी भूमि की उपलब्धता के अनुसार सभी ग्राम पंचायत एवं संयुक्त वन प्रबंधन समिति को पात्रता होगी।

 इस योजना के तहत केवल गैर वनीय क्षेत्रों में ईमारती, गैर ईमारती, फलदार, बांस अन्य लघु वनोपज एवं औषधीय पौधों का रोपण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि वन भूमि पर वन अधिकार पट्टा एवं राजस्व भूमि पर वृक्षारोपण करने पर 6 माह के भीतर नजदीकी वन परिक्षेत्र कार्यालय में अनिवार्य रूप से पंजीयन कराना होगा। 

इस योजना के अंतर्गत पेड़ो को काटने के लिए राजस्व विभाग के नियमों में संसोधन किया जा रहा है। अब कटाई की अनुमति ना लेकर केवल राजस्व एवं वन विभाग को केवल सूचना देना अनिवार्य होगा। ग्राम पंचायत के पास उपलब्ध राशि से यदि वृक्षारोपण किया जाएगा एवं 1 साल बाद यदि वह वृक्षारोपण सफल रहा तो 10 हजार प्रति एकड़ की दर से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसी तरह संयुक्त वन प्रबंधन समिति को भी 10 हजार प्रति एकड़ की दर से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। जिन किसानों ने खरीफ फसल 2020 में धान के फसल लिया हो और अब वह धान के बदले अपनें खेतों में वृक्षारोपण करता है, तो उन्हें आगामी 3 सालों तक प्रतिवर्ष 10 हजार प्रति एकड़ की दर से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। मनरेगा एवं शासन के अन्य योजना के तहत किया गया। 

वृक्षारोपण इस योजना का लाभ नहीं ले सकता है। इस योजना में सफल वृक्षारोपण अर्थात 80 प्रतिशत रोपित पौधे एक वर्ष के बाद जीवित पौधों से है। तब ही वृक्षारोपण को सफल माना जायेगा। कलेक्टर ने किसानों से आग्रह किया है कि वह इस योजना का अवश्य लाभ लेवें, अपने खाली पड़ी हुई जमीन पर वृक्षारोपण अवश्य करें। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत जिलें में शासकीय भूमि पर वन एवं कृषि विभाग द्वारा 1 लाख 20 हजार से अधिक पौधों का रोपण का लक्ष्य रखा गया है। वन विभाग के द्वारा 80 हजार 100 एवं कृषि विभाग द्वारा 40 हजार 626 पौधे शामिल है। यह लगभग 110 हेक्टेयर क्षेत्रफल को कवर करेगा। इसमें किसानों के निजी भूमि शामिल नहीं है। 

इस वर्ष वृक्षारोपण जानकारी
इसी तरह वृक्षारोपण के संबंध में बताया कि मानसून में इस वर्ष 10 लाख 20 हजार से अधिक पौधा का रोपण होगा। जिसमें मुख्य रूप से वन विभाग द्वारा 2 लाख 69 हजार 938, उद्यानिकी 5 लाख 50 हजार कृषि विज्ञान केंद्र 1 हजार एवं अन्य 2 लाख पौधे शामिल है। इसमें से वन विभाग के द्वारा नदी तट पर 22,800, विभागीय 44,000 जेएफएमसी 3300, सडक़ किनारे 10 हजार इस तरह लगभग 80 हजार 100 पौधों का रोपण करेंगे। उद्यानिकी के द्वारा खण्ड वृक्षारोपण 29 हजार 054 चारागाह 8241,गौठानो 14,761 एवं विभागीय 6823 कुल 58 हजार 879 पौधे का रोपण करेंगें।
 


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