बलौदा बाजार
लोकार्पण के एक माह बाद स्थल की देखरेख पर ध्यान देने की जरूरत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 5 नवंबर। महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर 2 अक्टूबर को लोकार्पित गांधी स्मृति स्थल की देखरेख को लेकर अब सवाल उठ रहे हैं। जिस स्थल को महात्मा गांधी के 1933 के आगमन की स्मृति में विकसित किया गया था, वहां परिसर की स्वच्छता और रखरखाव को लेकर नागरिकों ने चिंता व्यक्त की है।
राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने इस स्थल पर गांधी जी के आगमन की याद में शिलालेख का अनावरण किया था और इसे पर्यावरण स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की थी। स्थानीय नागरिकों के अनुसार, स्मृति स्थल परिसर में कचरा, प्लास्टिक सामग्री और टूटे ट्री गार्ड दिखाई दे रहे हैं। कुछ स्थानों पर शराब की खाली बोतलें और डिस्पोजल गिलास पाए जाने की जानकारी भी नागरिकों ने दी है। परिसर की दीवारों पर दाग-धब्बे हैं और कुछ पौधे सूखने की स्थिति में हैं। स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे की निगरानी की स्थिति को लेकर भी सवाल उठे हैं। नागरिकों ने कहा कि कैमरे लगे होने के बावजूद नियमित मॉनिटरिंग नहीं की जा रही है।
अन्य सार्वजनिक स्थलों की स्थिति
नगर के अन्य सार्वजनिक स्थलों — जैसे पोस्ट ऑफिस के पीछे स्थित पिपराहा तालाब, रामसागर तालाब, चौपाटी, चक्रपाणि स्कूल ग्राउंड, आउटडोर स्टेडियम और जिला ऑडिटोरियम परिसर — के रखरखाव को लेकर भी नागरिकों ने समान चिंता जताई है। उनका कहना है कि इन स्थलों पर सफाई और निगरानी व्यवस्था को और सशक्त करने की आवश्यकता है।
संरचनाओं में क्षति
गांधी स्मृति स्थल के भीतर स्थित मंदिर का गेट क्षतिग्रस्त है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इसकी मरम्मत जल्द करवाई जानी चाहिए। कुछ ट्री गार्ड गायब हैं और कुछ हिस्सों में बाउंड्री अधूरी है, जिससे लोगों का अनधिकृत प्रवेश संभव हो रहा है।
इस संबंध में नगर पालिका बलौदाबाजार के मुख्य नगर पालिका अधिकारी आशीष तिवारी ने बताया कि स्मृति स्थल की स्थिति की जानकारी मिलने पर सफाई कर्मियों की टीम भेजी गई है। परिसर से कचरा और खाली बोतलें हटा दी गई हैं।
उन्होंने कहा कि पौधों के ट्री गार्ड और मंदिर के गेट की मरम्मत के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। साथ ही पुलिस से चौकीदार तैनात करने का अनुरोध किया गया है। तिवारी ने बताया कि मुख्य द्वार से लगे पुराने भवन को हटाकर बाउंड्री को पूरा करने की कार्रवाई भी प्रस्तावित है, ताकि परिसर में अनधिकृत प्रवेश रोका जा सके।


