बलौदा बाजार

अस्पताल के कर्मचारियों पर लागू होगी व्यवस्था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 9 जून। बलौदाबाजार जिले के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य कर्मियों की मनमानी और समय पर उपस्थित न रहने की शिकायतों पर अब लगाम लगने वाली हैं।
प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने एक सख्त और तकनीकी रूप से उन्नत हाजिरी व्यवस्था लागू करने का निर्णय प्रदेश सहित बलौदाबाजार जिले की सभी स्वास्थ्य केंद्रों के लिए लिया है। इसके अंतर्गत सभी डॉक्टरों और स्वस्थ्य कर्मचारी को अब आधार आधारित मोबाइल ऐप के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करनी होगी। इसके साथ ही पारंपरिक उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर करना भी अनिवार्य रहेगा।
यह नई व्यवस्था बलौदाबाजार जिले के 153 उप स्वास्थ्य केंद्र, 25 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 7 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला स्वास्थ्य सहित सभी शासकीय स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत 1000 से अधिक नियमित और संविदा कर्मियों कर्मचारियों पर लागू होगी।
‘छत्तीसगढ़’ ने जब जिला अस्पताल बलौदाबाजार का जायजा लिया तो पता चला कि एक नर्स वहां सोई हुई है, वहीं डॉक्टर में भी अपने कक्ष में नहीं मिले। एक पुराना मरीज ड्रेसिंग के लिए ड्रेसर को खोजता मिला। जबकि कई बार ड्रेसिंग के लिए इमरजेंसी मरीज भी आते हैं। कैजुअल्टी में तो ड्रेसर मिल जाते हैं क्योंकि वहां एक्सीडेंट केस आते हैं लेकिन सर्जरी विभाग और हड्डी रोग विभाग की ओपीडी में ड्रेसर को खोजना पड़ता हैं। इसी सब पर लगाम लगने के लिए नया सिस्टम लागू किया जा रहा हैं। अब बिना सूचना के अनुपस्थित रहने वाले कर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आधार आधारित एप
नई व्यवस्था के अनुरूप प्रत्येक स्वास्थ्य कर्मी को अस्पताल परिसर में पहुंचते ही मोबाइल एप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करनी होगी। यह एप सिर्फ अस्पताल की लोकेशन पर ही सक्रिय रहेगा जिससे बाहर से उपस्थिति दर्ज करने की कोई संभावना नहीं रहेगी। हाजरी दर्ज करने के लिए कर्मचारियों को अपने आधार कार्ड के अंतिम 8 अंक दर्ज कर एक फोटो अपलोड करनी होगी।
मरीजों को होगा लाभ
इस नई प्रणाली से मरीजों को सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि अस्पतालों में डॉक्टर और स्टाफ समय पर मौजूद रहेंगे। पूर्व में समय पर उपस्थित न होने की शिकायतें आम थी जिससे मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ता था। अब इस तकनीकी पहल से मरीजों को समय पर इलाज मिलेगा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा।
अब हजिरी नहीं तो वेतन नहीं
हाजिरी का पूरा डाटा एनआईसी के सर्वर पर सुरक्षित रहेगा। इससे हाजिरी में किसी भी प्रकार की छेडख़ानी नहीं की जा सकेगी और पूरी पारदर्शिता बनी रहेगी। स्वास्थ्य विभाग में स्पष्ट किया कि यदि कोई कर्मचारी निर्धारित समय पर उपस्थिति दर्ज नहीं करता तो उसकी सैलरी नहीं बनेगी। यह निर्देश सभी सिविल सर्जन नियमों और अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों को जारी कर दिया गया हैं।
एप से लेनी होगी अनुमति
अक्सर स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी अस्पताल से बाहर विभिन्न जनस्वास्थ्य कार्यक्रमों या वीआईपी ड्यूटी में लगती हैं। ऐसी स्थिति में कर्मचारी मोबाइल एप के माध्यम से मैसेज कर अनुमति ले सकेंगे। संस्था प्रमुख के पास नोटिफिकेशन के साथ संदेश पहुंचेगा और वह अनुमति प्रदान कर सकेंगे।
नहीं प्रणाली को जल्द लागू करेंगे-सीएमएचओ
मामले में बलौदाबाजार सीएमएचओ डॉ. राजेश अवस्थी ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी अलग-अलग समय पर रहती हैं। ऐसे में हाजिरी कि नहीं प्रणाली लागू करने में कुछ व्यावहारिक दिक्कतें आ रही हैं। इसे जल्द ही दूर कर नई आधार आधारित हाजिरी व्यवस्था शुरू की जाएगी।