बलौदा बाजार

आरएसएस का पथ संचलन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 22 अक्टूबर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बलौदा बाजार नगर द्वारा इस वर्ष भी स्थापना दिवस के अवसर पर पथ संचलन और प्रकट कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
संचलन का प्रारंभ स्थानीय अम्बेडकर चौक स्थित आत्मानंद विद्यालय से हुआ, जो पुरानी बस्ती, सराफा बाजार, पांडे पारा, संजय कॉलोनी, गार्डन चौक, नया बस स्टैंड होते हुए नगर भवन प्रांगण में सम्पन्न हुआ। संचलन के दौरान संघ के स्वयंसेवक भारतीय तालों से निर्मित घोष के साथ परम पवित्र भगवा ध्वज को धारण किए हुए थे।
पथ संचलन का नगरवासियों ने अलग-अलग स्थानों पर पुष्प वर्षा से भव्य स्वागत किया। इसके बाद नगर भवन प्रांगण में प्रकट कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें स्वयंसेवकों ने दंड, नियुद्ध, आसन, व्यायाम योग, सुभाषित और गीतों का प्रदर्शन किया। इस दौरान संघ के स्वयंसेवकों ने गुरुघासीदास बाबा के संदेश ‘मनखे-मनखे एक समान’ का गायन कर सामाजिक समरसता का भाव जागृत किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जुगल भट्टर, अध्यक्ष चेम्बर ऑफ कॉमर्स बलौदा बाजार, और नगर संघचालक राजनारायण केसरवानी उपस्थित थे।
मुख्य वक्ता सतीश गोकुल पंडा, प्रांत जनजाति कार्य प्रमुख, ने अपने उद्बोधन में संघ निर्माण की पृष्ठभूमि और आज के संदर्भ में इसके महत्व पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह समय है कि हम सभी राष्ट्र, धर्म और संस्कृति की सुरक्षा के लिए सजग और सक्रिय रहें। उन्होंने विशेष रूप से जोर दिया कि राष्ट्र, धर्म और संस्कृति की रक्षा सामूहिक जिम्मेदारी है, और इसका ध्यान रखना सिर्फ किसी एक वर्ग का काम नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि आज वैश्विक और राष्ट्र विरोधी शक्तियां भारत, हिंदू और संघ को कमजोर करने में लगी हैं, लेकिन यह तीनों एक ही धारा के प्रतीक हैं और इनका समर्पण आवश्यक है। कार्यक्रम का संचालन प्रेम सिंह वर्मा ने किया और आभार प्रदर्शन हरि शंकर पटेल ने किया।
कार्यक्रम में उपस्थित अन्य गणमान्य नागरिकों में मनीष बरनवाल, हेमंत टिकरीहा, रघुनंदन बघमार, दीपक पटेल, संतोष चक्रधारी, तोलाराम यादव, नारायण चन्द्राकर, नारायण फेकर, मंयक अग्रवाल, राजा केसरवानी, सुशील सराफ, नुतन सेन, रूद्र चंद्रवंशी, गणेश बघमार, सौरभ साहू शामिल थे।कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा की भी उपस्थिति रही, जिनके साथ बड़ी संख्या में नागरिक और मातृ शक्तियां भी शामिल थीं।