बलौदा बाजार

शिवसेना ने सीमेंट कंपनियों के खिलाफ सौंपा ज्ञापन
22-Oct-2024 6:49 PM
शिवसेना ने सीमेंट कंपनियों के खिलाफ सौंपा ज्ञापन

15 दिन में समाधान नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार, 22 अक्टूबर। शिवसेना (उद्धव बाला साहब ठाकरे) की बलौदाबाजार जिला इकाई ने जिला कलेक्टर दीपक सोनी को ज्ञापन सौंपते हुए क्षेत्र में बढ़ती समस्याओं पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।  शिवसेना के जिला अध्यक्ष मनहरण साहू के नेतृत्व में सौंपे गए इस ज्ञापन में सीमेंट कंपनियों के कारण स्थानीय निवासियों को हो रही कठिनाइयों और पर्यावरणीय समस्याओं का उल्लेख किया गया। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि 15 दिनों के भीतर इन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो शिवसेना उग्र आंदोलन करेगी और कंपनियों के गेट पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।

सीमेंट कंपनियों के प्रदूषण और असुविधाओं से जनता त्रस्त

मनहरण साहू ने कहा कि बलौदाबाजार में स्थापित सीमेंट कंपनियों के कारण स्थानीय लोगों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कंपनियों को सरकार और प्रशासन द्वारा एनओसी जारी करते समय यह आश्वासन दिया गया था कि उद्योगों से स्थानीय जनता को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। साथ ही, कंपनियों द्वारा स्कूल, अस्पताल, सडक़ें और अन्य विकास योजनाएं उपलब्ध कराने का भी वादा किया गया था।

लेकिन वर्तमान में कंपनियां खुले में प्रदूषण फैलाने का काम कर रही हैं। ईएसपी (इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रीसिपिटेटर) का उपयोग न करने के कारण हवा में लगातार धूल और अन्य हानिकारक कण फैल रहे हैं, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।

सडक़ों की बदहाली और दुर्घटनाओं में वृद्धि

मनहरण साहू ने आरोप लगाया कि कंपनियों के भारी वाहनों के आवागमन से क्षेत्र की सडक़ें पूरी तरह जर्जर हो चुकी हैं। सडक़ों पर धूल और मिट्टी उडऩे से राहगीरों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने कहा कि कंपनियों द्वारा माइनिंग के दौरान बड़े पैमाने पर ब्लास्टिंग की जा रही है, जिससे जमीन के ऊपरी परत का पानी गहराई में समा रहा है और क्षेत्र में पानी की कमी बढ़ती जा रही है।

स्थानीय मजदूरों की उपेक्षा और बेरोजगारी की समस्या

ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया कि कंपनियां स्थानीय मजदूरों की अनदेखी कर रही हैं। उनसे चरित्र प्रमाण पत्र की मांग की जाती है, जबकि अन्य राज्यों से लाए गए मजदूरों की कोई पुलिस जांच नहीं की जा रही है। ठेकेदार गुप्त रूप से बाहरी मजदूरों को लाकर कार्य करवा रहे हैं, जिससे स्थानीय मजदूरों को रोजगार के अवसरों से वंचित होना पड़ रहा है। कंपनियों में केवल 20 फीसदी स्थानीय लोगों को रोजगार दिया जा रहा है, जबकि 80 फीसदी कर्मचारी बाहरी राज्यों से हैं।

15 दिन में समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन की चेतावनी

शिवसेना (यूबीटी) ने चेतावनी दी है कि यदि 15 दिनों के भीतर इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो बलौदाबाजार जिला मुख्यालय और सीमेंट कंपनियों के गेट पर उग्र धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। मनहरण साहू ने कहा कि जनता की समस्याओं का शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन तेज किया जाएगा, और इसका पूरा जिम्मा प्रशासन और कंपनियों पर होगा।

ज्ञापन सौंपने के दौरान शिवसेना के जिला अध्यक्ष मनहरण साहू के साथ जिला महासचिव बद्री प्रसाद वर्मा, महिला सेना की जिला अध्यक्ष गंगोत्री साहू, तिल्दा प्रभारी इंदल कुमार सिंग और अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।


अन्य पोस्ट