बलौदा बाजार

बलौदाबाजार, 22 अक्टूबर। इन दिनों शेयर ट्रेडिंग के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी की खबरें प्रदेश के अलग-अलग शहर व जिलों से सामने आ रही है । लगातार ठगों के शिकार अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं । ऐसे में हम आपको बताते हैं कि ठग कैसे शेयर ट्रेडिंग के नाम पर लोगों से ठगी करते हैं ।
कैसे जुड़ते हैं लोग
दरअसल, हमारे एक्सपर्ट्स बताते हैं कि शेयर ट्रेडिंग के नाम पर लोगों से पैसों की ठगी करने वाले पैसा शेयर में नहीं लगाते हैं बल्कि लोगों से मिले पैसों से अपनी सम्पत्ति बढ़ाते चले जाते हैं। हमारे एक्सपर्ट्स बताते हैं कि पहले एक व्यक्ति दिमाग लगाता है कि कैसे लोगों से पैसा इक_ा करे । इसके बाद कुछ लोगों से हर महीने 8 प्रतिशत देने के नाम पर पैसा लेता है । मान के चलिए कि एक व्यक्ति कुल दस लोगों से एक एक लाख रुपए लेता है । उसके बाद सभी दस लोगों को हर महीने 8 – 8 हजार रुपए देता और कहता है कि आपका मूल धन जमा है । लगभग 5 महीने तक सभी लोगों को 8 – 8 हजार रुपए हर महीने मिलता है । इसके बाद सभी दस लोग उस व्यक्ति के झांसे में आ जाते हैं । अब उक्त व्यक्ति बाकी लोगों से कहता है कि आप लोग अपना इन्वेस्ट और बढ़ाइए साथ ही अन्य लोगों को भी जोडि़ए ।
चूंकि, लगातार 5 महीने तक उनको हर महीने पैसा मिलते रहता है । बाकी लोग अपना इन्वेस्ट बढ़ाते हैं साथ ही और भी लोगों को अपने साथ जोड़ते हैं और शेयर के नाम पर उनसे भी पैसा लेते हैं । चूंकि जिस व्यक्ति ने इस काम की शुरुआत की है, वो कोई प्रमाणित दस्तावेज नहीं देता लेकिन बाकी लोग जो उनके सम्पर्क में पहले रहते हैं वो लोग बकाई लोगों से बाकायदा स्टाम्प में लिखवा कर पैसा लेते हैं । अब उस व्यक्ति की इनकम लगातार बढ़ती जाती है और धीरे – धीरे उसके पास लाखों रूपये से बढ़ाकर करोड़ों रुपए इक_ा हो जाता है।
मुख्य ठग कैसे करता है
पैसों को इन्वेस्ट
व्यक्ति इन पैसों की कुछ महंगी गाडियां लेता है और अच्छा सा मकान बनाने के साथ अपना पैसा जमीनों में इन्वेस्ट कर देता है । इस व्यक्ति को पता रहता है कि पुलिस उस तक जरूर पहुंचेगी और उसकी संपत्ति के साथ उसकी गाडिय़ां भी कुर्क हो जाएगी । ऐसे में उक्त व्यक्ति इस पैसे को अपने रिश्तेदारों को दे देता है और कुछ ट्रस्ट में भी इन्वेस्ट कर देता है । लोगों को कुछ महीने पैसा देने के बाद व्यक्ति कुछ लोगों का पैसा रोक देता है । जिनका पैसा रुका रहता है वो थाने में शिकायत करते हैं और व्यक्ति को पुलिस पकड़ लेती है साथ ही उसकी संपत्ति को सीज कर दिया जाता है ।
बचने का तरीका कैसे निकालता है ठग
उस व्यक्ति को पता रहता है ये सब होने वाला है इसलिए वह पहले से इन सबसे बचने के लिए एक हाइकोर्ट के वकील से सम्पर्क कर लिए रहता है और वकील उस व्यक्ति की पैरवी न्यायालय में करता है ।
अब इन सबके बीच जो लोग पैसा दिए रहते हैं, वो अपने आपको ठगा महसूस करते हैं इसलिए वो सभी एजेंटों के ऊपर दबाव बनाते हैं । चूंकि, एजेंट उससे पैसा लेने के समय बकायदा स्टाम्प में एग्रीमेंट कराए रहता है इसलिए उसको उम्मीद रहती है कि पैसा कहीं नहीं जाएगा और एजेंट फंस जाता है । लेकिन, जिस व्यक्ति ने इस खेल की शुरुआत की है वो किसी प्रकार के दस्तावेज में एग्रीमेंट नहीं किए रहता, उसके बचने की संभावना ज्यादा प्रबल होती है ।
ऐसे में धीरे-धीरे लोगों को लगने लगता है कि मुख्य ठग तो जेल के अंदर है इसलिए जो पैसा इन्वेस्ट किए थे वो तो मिलेगा नहीं और व्यक्ति शेयर के नाम पर ठगी का शिकार हो जाता है।