बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 17 अक्टूबर। जिले के सिटी कोतवाली में थाना प्रभारी रहे निरीक्षक अमित तिवारी के खिलाफ कोतवाली पुलिस में ही मामला दर्ज हुआ है। उनके ऊपर वसूली के गंभीर आरोप लगे हैं। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर पुलिस उनकी तलाश कर रही है। वहीं अमित तिवारी गिरफ्तारी से बचने बलौदा बाजार के जिला एवं सत्र न्यायालय में अपनी अग्रिम जमानत अर्जी दाखिल की थी, जिसे न्यायालय ने खारिज कर दिया है।
बलौदाबाजार जिले के बहुत चर्चित सेक्स एक्सटॉर्शन मामले में थाना प्रभारी रहे अमित तिवारी का नाम अब सामने आया है। जिस थाने में वे पदस्थ रहे, उसी सिटी कोतवाली थाने में पुलिस उनके खिलाफ मामला दर्ज कर अब गिरफ्तारी के लिए तलाश कर रही है। ज्ञात हो कि सेक्स एक्सटॉर्शन का मामला बलौदाबाजार जिले में लंबे समय से चल रहा था। पत्रकारों के दबाव में आकर पुलिस मामले की जांच शुरू की थी। इस मामले में अब तक नेता, पुलिस, वकील, पत्रकार,व्यापारी और सेक्स वर्कर की गिरफ्तारी हो चुकी है।
मामले में गिरफ्तार आरोपियों, प्रार्थियों के बयान और साक्ष्य के आधार पर अब थानेदार रहे अमित तिवारी को भी अभियुक्त बनाया गया है। सेक्स एक्सटॉर्शन करने के लिए सुनियोजित तरीके से आरोपियों के द्वारा शहर के नव धनाढ्य और व्यापारियों का चिन्हांकन कर सेक्स वर्कर से उनका संपर्क कराया जाता था, जिसके बाद का वीडियो बनाकर फोटो समाज में बदनाम करने ओर लोक लाज का भय दिखाकर मोटी रकम वसूल की जाती थी, साथ ही थाने में एफआईआर दर्ज नहीं करने के नाम पर प्रधान आरक्षक अंजोर सिंह मांझी और थाना प्रभारी अमित तिवारी ने वसूली की है।
मामले का खुलासा होने के बाद से अब तक पुलिस इस मामले में 5 अलग-अलग एफआईआर दर्ज की है, वहीं इस मामले में अब तक थानेदार अमित तिवारी को छोडक़र वकील महान मिश्रा, भाजपा नेता और बलौदा बाजार के पूर्व विधायक प्रमोद शर्मा का विधायक प्रतिनिधि रहे शिरीष पांडे, प्रधान आरक्षक अंजोर सिंह मांझी, टिफिन सेंटर संचालक लक्ष्मी केसरवानी, कथित पत्रकार आशीष शुक्ला, दलाल प्रत्युष मर्रेया, दुर्गा टंडन, रवीना टंडन, पुष्पमाला फेंकर, हीराकली बंजारे चतुर्वेदी को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
इनमें से प्रधान आरक्षक अंजोर सिंह मांझी, टिफिन सेंटर संचालक लक्ष्मी केसरवानी, कथित पत्रकार आशीष शुक्ला, पूर्व विधायक प्रतिनिधि शिरीष पांडेय वर्तमान में जेल में बंद हैं. जबकि निरीक्षक अमित तिवारी फरार हैं।
जशपुर हुआ था तबादला
सेक्स एक्सटॉर्शन मामले में एफआईआर होने से ठीक पहले ही निरीक्षक अमित तिवारी का तबादला बलौदाबाजार जिले से जशपुर जिले में हुआ था, जहां उन्हें पत्थलगांव थाना का प्रभारी बनाया गया था। पत्थलगांव थाना प्रभारी रहते उनके खिलाफ मामला जांच में आया और पुलिस जब तक जांच पूरी करके कार्रवाई करती अमित तिवारी छुट्टी लेकर फरार होने में सफल हो गए।
जमानत अर्जी में ये कहा
बलौदाबाजार के जिला एवं सत्र न्यायालय में अपनी अग्रिम जमानत अर्जी को प्रस्तुत कर अमित तिवारी ने कहा कि मामले में उनके खिलाफ पुलिस देर से एफआईआर दर्ज की है, वह निर्दोष हैं। मामले की सुनवाई प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश राकेश वर्मा की अदालत में हुई, जहां वसूली जैसे गंभीर अपराध को देखते हुए अदालत ने अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी।