बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 2 अक्टूबर। महात्मा गांधी की जयंती पर आज कुकुरदीह सीमेंट वर्क्स द्वारा एक भव्य मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया। इस विशेष आयोजन में पूरे सीमेंट वक्र्स से जुड़े कर्मियों के साथ-साथ विभिन्न विभागों से जुड़े ट्रांसपोर्टरों ने भी हिस्सा लिया।
मुख्य रूप से लॉजिस्टिक्स विभाग के प्रमुख कर्मचारी अंकित पांडे, आकाश शुक्ला, और दुर्गा प्रसाद वर्मा इस दौड़ के मुख्य प्रतिभागी रहे। उनके साथ सभी ट्रांसपोर्टर भी पूरे जोश और उत्साह के साथ इस आयोजन में शामिल हुए।
गांधी जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित इस मैराथन का मुख्य उद्देश्य स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देना और महात्मा गांधी के विचारों के प्रति जागरूकता फैलाना था। दौड़ की दूरी कुल 5 किलोमीटर थी, जिसमें प्रतिभागियों ने अपनी पूरी ताकत और ऊर्जा के साथ हिस्सा लिया।
इस दौड़ के मार्ग को पूरी तरह से सुरक्षित और सुव्यवस्थित ढंग से तैयार किया गया था ताकि सभी प्रतिभागी बिना किसी बाधा के दौड़ पूरी कर सकें।
दौड़ के दौरान सभी प्रतिभागियों के चेहरों पर उत्साह और जोश साफ दिखाई दे रहा था। प्रतिभागियों ने गांधी के आदर्शों को अपने जीवन में उतारने और स्वस्थ जीवन के महत्व को अपनाने का संदेश भी दिया। दौड़ की शुरुआत के पहले सभी प्रतिभागियों को गांधीजी के जीवन और उनके सिद्धांतों पर आधारित एक संक्षिप्त संदेश दिया गया, जिसमें अहिंसा, स्वच्छता और शारीरिक स्फूर्ति के महत्व को समझाया गया।
दौड़ के समापन के बाद एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें सभी प्रतिभागियों को विशेष सम्मान पत्र प्रदान किए गए। यह सम्मान पत्र उनके स्वस्थ जीवन के प्रति जागरूकता और सामाजिक भागीदारी के रूप में दिया गया। लॉजिस्टिक्स विभाग के प्रमुख अंकित पांडे, आकाश शुक्ला और दुर्गा प्रसाद वर्मा को विशेष रूप से सम्मानित किया गया, जिन्होंने दौड़ में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
इस आयोजन का उद्देश्य न केवल शारीरिक स्फूर्ति को बढ़ावा देना था, बल्कि यह गांधीजी के सिद्धांतों और विचारों के प्रति जागरूकता फैलाने का भी एक महत्वपूर्ण कदम था। दौड़ में शामिल सभी प्रतिभागियों ने महात्मा गांधी के जीवन के विभिन्न पहलुओं से प्रेरणा ली और उन्हें अपने जीवन में लागू करने का संकल्प लिया।
कुकुरदीह सीमेंट वक्र्स के इस पहल की सभी उपस्थित लोगों ने भूरि-भूरि प्रशंसा की। कार्यक्रम के अंत में सभी ने शांति और सद्भाव के प्रतीक के रूप में महात्मा गांधी के योगदान को याद किया और उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।