बलौदा बाजार
खुद का मद्य भंडागार न नियंत्रण कक्ष
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 11 जुलाई। जिला मुख्यालय में जिले का आबकारी विभाग अपनी दयनीय स्थिति और जर्जर हालत पर आंसू बहा रहा है। जबकि आबकारी विभाग के द्वारा वार्षिक राजस्व के रूप में हर साल सरकार को 200 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व दिया जाता है। इतने बड़े पैमाने पर राजस्व प्राप्त होने के आबकारी विभाग के पास न खुद का भवन है, न गोदाम है। आबकारी विभाग का नियंत्रण कक्ष कार्यालय एवं मद्य भंडागार जर्जर भवन में संचालित हो रहा है। विभाग के अधिकारी कर्मचारी जर्जर भवन में काम कर रहे हैं। शराब रखने के लिए जिस प्रकार का भंडागार नियमानुसार होना चाहिए, वह भी नहीं है।
इस जर्जर बिल्डिंग में आबकारी विभाग का बलौदाबाजार वृत्त कार्यालय एवं पूरे जिले का मद्य भंडागार संचालित किया जा रहा है एक बेहद जर्जर एवं पुरानी भवन में। जिसकी छत जर्जर हो चुकी है। सरिया भी जंग लगकर टूटने लगा है। लेकिन जिले के आलाकमान से लेकर जिले के राज्यमंत्री एवं नेता प्रशासन किसी का भी इस ओर ध्यान व संज्ञान नहीं है। जिले के इस मद्य भंडागार से पूरे जिले की विभिन्न दुकानों में वार्षिक रूप से तकरीबन 5-6 सौ ट्रक मदिरा का भंडारण एवं परिवहन किया जाता है।


