बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 27 मई। सेवा सम्मान एवं सौहार्द के सूक्ति वाक्य से संचालित सरयू साहित्य परिषद द्वारा विभिन्न आयोजनों के माध्यम से निरंतर रचनात्मकता का संदेश प्रसारित किया जाता है। इसी कड़ी में सबके राम सबमें राम की अवधारणा से निरंतर पांच वर्षों से तुलसी जयंती पर रामायण ज्ञान परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है।
अभी तक आयोजन सरयूपारी ब्राम्हण समाज के प्रतिभागियों की भागीदारी से संपन्न होता था,लेकिन यह वर्ष चूंकि भगवान के गृह प्रवेश एवं अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का ऐतिहासिक एवं अविस्मरणीय वर्ष है इसलिए इस वर्ष सबके राम सबमे राम की अवधारणा को परिषद द्वारा विस्तार देने का निर्णय लिया गया है,जिसके तहत समस्त ब्राम्हण प्रकल्पों की भागीदारी से रामायण ज्ञान परीक्षा आयोजित करनें का निर्णय लिया गया,उपरोक्त निर्णय के पश्चात विभिन्न ब्राम्हण प्रकल्पों के प्रमुखों से चर्चा एवं उनकी सहमति के उपरांत आयोजन के लिए तैयारियों का दौर प्रारंभ हो गया है।
आयोजन की रुपरेखा निर्धारण तथा विभिन्न बिन्दुओ पर विचार विमर्श के तहत स्थानीय कान्यकुब्ज भवन पुष्प मंगलम मे बैठकों का दौर जारी है एवं विभिन्न बिन्दुओ पर सर्व सम्मति से निर्णय का क्रम चल रहा हे। इसी कड़ी मे एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गयी, समस्त ब्राम्हणों की भागीदारी से होने वाले आयोजन की तैयारी बैठक मेें विविध ब्राम्हण प्रकल्पों के प्रमुख सहित सामाजिक जनों की उपस्थित रही। बैठक में प्रमुख रुप से प्रतियोगिता के लिए आयुसीमा निर्धारण, प्रथम द्वितीय तृतीय,एवं सांत्वना पुरस्कार के स्वरुप सहित प्रतिभागियों की भागीदारी के संबंध मे चर्चा हुई तथा सर्वसम्मति से विभिन्न बिन्दुअंो पर निर्णय लिए गये।
प्रमुखों सहित प्रमुख सदस्यों की भागीदारी
बैठक में सरयू साहित्य परिषद के अध्यक्ष गौरीशंकर शर्मा,कान्यकुब्ज ब्राम्हण समाज के अध्यक्ष अटल बिहारी त्रिवेदी, लालसोट समाज के अध्यक्ष सत्यनारायण जोशी सर्व ब्राम्हण समाज युवा शाखा अध्यक्ष अभिषेक उपाध्याय महिला वर्ग से वंदना शर्मा,अजय तिवारी,प्रकाश तिवारी, अशोक शर्मा, मनीष मिश्रा, हरिहर शर्मा, अभिषेक मिश्रा, अमितेष शुक्ला प्रमुख रुप से उपस्थित रहे।


