बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 26 मई। छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ग्रीष्मकालीन अवकाश में विद्यार्थियों को रचनात्मक गतिविधियों में संलग्न रखने एवं बहुमुखी कौशल विकास के लिए विद्यालयों समर कैंप आयोजित करने निर्देश दिए गए हैं।
संचालक लोक शिक्षण संचालनालय एवं जिला शिक्षा अधिकारी दुर्ग के निर्देश पर शासकीय प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय कुम्हली में समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें छात्रों द्वारा विभिन्न गतिविधियों में भाग लेकर कौशल का अच्छा प्रदर्शन किया जा रहा है।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय के छात्राओं ने भजन, गीत, कविता, रंगोली, छतीसगढ़ी जनउला, अंताक्षरी, विभिन्न इनडोर गेम्स में अपनी रुचि दिखाई। वहीं प्राथमिक शाला के बच्चों द्वारा पर्यावरण संरक्षण को लेकर पेड़ की सुरक्षा पर बहुत ही प्रेरक नाटक प्रस्तुत कर बताया कि वृक्ष हमारे लिए संजीवनी हर हाल हमें पेड़ों काटने से बचाना, ईंधन के लिए पेड़ काटने की मजबूरी बताई गई, तो छात्रों ने शासकीय योजनाओं द्वारा प्रदान की जा रही।
ईंधन गैस सिलेंडर की याद दिलाई एवं कोविड काल में ऑक्सीजन की कमी को स्मरण ताजा करते हुए पेड़ों हमें आक्सीजन दिए जाने के वृक्षों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त किए गए। बच्चों ने हीट वेब से बचने एवं उपचार, विभिन्न प्रकार के योगासन द्वारा शारीरिक स्वास्थ्य, जल संरक्षण, आपदा प्रबंधन पर गतिविधियों के माध्यम से सीखने का प्रयास किया। आसपास के एतिहासिक धरोहर, रामायण, महाभारत, सामाजिक नाते रिश्ते, भारतीय वैदिक संस्कृति, मंत्रोच्चार से नैतिक मूल्यों का आत्मसात्मीकरण का प्रयास शिक्षकों के निर्देशन में किए गए।
मीडिल स्कूल के प्रधान पाठक प्रभा सिंह ने बताया कि शैक्षणिक सत्र के दौरान कक्षागत क्रियाओं से छुटे हुए आवश्यक सामाजिक मूल्यों एवं कौशल को सीखने समझने के लिए ऐसे अवकाशकालीन संक्षिप्त कैंप विद्यार्थियों के लिए बहुत लाभदायक होता है। प्राथमिक प्रधान पाठक सीएल साहू ने कहा कि समर कैंप में बच्चों को स्वच्छंद, भयमुक्त रूप से अपनी रुचि के अनुकूल परिवेश मिलता है तब सीखने की तीव्रता बढ़ जाती है। शासन की वांछित सभी शैक्षिक योजनाओं का परिपालन हमारी प्रतिबद्धता हैं।


