बलौदा बाजार
अब तक जमीन नहीं मिलने पर कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 26 मई। लवन तहसील के ग्राम बगबुड़ा के किसान देवकरण यादव अपनी भूमि के सीमांकन के लिए 5 माह से भटक रहा है। सीमांकन नहीं होने से किसान को उसकी भूमि का कब्जा नहीं मिल पा रहा है।
वहीं, किसान के नाम से प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुआ है, पहली किस्त की राशि आ भी चुकी है, लेकिन जमीन नहीं होने की वजह से वह अपना मकान का निर्माण नहीं करा पा रहा है। इस वजह से वह किसान सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पर मजबूर हो रहा है। किसान के द्वारा फरवरी 2024 में आवेदन लगाया गया था।
किसान का आरोप है कि हल्का पटवारी और आर. आई मौका स्थल का जांच करने के लिए पहुंच हुए थे, लेकिन किसी कारणवश किसान के उक्त भूमि का सीमांकन किए बगैर ही लौट आए। जिसके बाद से उस किसान के जमीन का अभी तक सीमांकन नहीं हो पाया है। मजबूरीवश किसान ने कलेक्टर जनदर्शन में आवेदन देकर जल्द ही सीमांकन कराने के लिए लिखा है।
उल्लेखनीय है कि ग्राम बगबुड़ा का किसान देवकरण यादव ने कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत दी है, जिसमें उनके द्वारा कहा गया है कि उनका जमीन खसरा नं. 809 रकबा 0.008 एवं खसरा नं. 811 रकबा 0.008 हे0 की लगभग 4 डिसमिल जमीन उनके नाम स्थित है। जिसमें प्रधानमंत्री आवास का निर्माण कार्य कराना है। लवन तहसील में उनके द्वारा फरवरी 2024 को आवेदन लगाया गया था। जिसके बाद हल्का पटवारी और आर.आई मौका स्थल पर जांच के लिए पहुंचे थे। किसान का आरोप है कि बिना सीमांकन किये ही बैरंग लौट गए। तब से लेकर आज तक किसान की उक्त खसरा नम्बर की भूमि का सीमांकन कार्य नहीं हो सका है।
वहीं, किसान देवकरण यादव के नाम पर प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुआ है, समय पर निर्माण नहीं होने पर आवास की राशि वापस हो सकता है। जिसका प्रमुख जिम्मेदार हल्का पटवारी एवं आर.आई रहेगा।
किसान का कहना है कि उनकी भूमि का यदि सही समय पर सीमांकन कर नहीं दिया जाता है तो वह तहसील कार्यालय लवन में प्रदर्शन करेगा।
इस संबंध में हल्का पटवारी भावेश वर्मा का कहना है कि देवकरण यादव का जमीन का समीकंन करके बता दिया गया है, लेकिन वह किस कारण से सीमांकन से संतुष्ट नहीं है, वह तो किसान ही बता सकता है।
वहीं आरआई लवन इलियास अली खान का कहना है कि हमारे द्वारा टीम गठित कर देवकरण यादव का सीमांकन कर उनकी जमीन को बता दिया है, लेकिन वह किसान सीामांकन के बाद हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिया।


