बलौदा बाजार
बलौदाबाजार के 56 हजार किसान नहीं बेच पाए धान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 5 जनवरी। जिले के पंजीकृत 1 लाख 74 हजार 399 किसानों में से 56 हजार 155 किसानों ने अभी भी धान की बिक्री नहीं की है। एक नवंबर से 31 जनवरी तक 90 दिनों की होने वाली इस धान खरीदी में 65 दिन बीत चुके हैं और खरीदी लक्ष्य से आधी ही हो पाई है। चुनाव त्योहारों के चलते पिछड़ी धान खरीदी हाल ही में बस ट्रक ड्राइवर की हड़ताल से भी पिछड़ गई है। अभी भी कई किसानों के धान खलिहान में पड़े हैं।
सरकार ने धान की खरीदी की अंतिम तिथि 31 जनवरी तय की है। सरकारी अवकाश व शनिवार रविवार को छोड़ दिया जाए तो खरीदी के लिए केवल 17 दिन का समय शेष है। इस साल 83 लाख क्विंटल खरीदी के लक्ष्य के मुकाबले सिर्फ 46 लाख क्विंटल धान की खरीदी हो पाई है।
नोडल अधिकारी अविनाश शर्मा का कहना है कि खरीदी के लक्ष्य को पाने के लिए हमने समितियों में प्रतिदिन खरीदी की तय सीमा बढ़ा दी है। खरीदी लक्ष्य पूरा हो जाएगा। समितियो का मानना है की तिथि नहीं बढ़ी तो कई किसान धान नहीं भेज पाएंगे।
3100 का भाव कब मिलेगा?
इस वर्ष किसानों की फसल पिछले वर्ष की तुलना में अच्छी हुई है। कई किसानों को एक 21 क्विंटल प्रति एकड़ के ऊपर ही उत्पादन मिला है। अभी भी 2183 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से भुगतान हो रहा है। इस समय किसानों के मन में सबसे बड़ा सवाल है कि उसकी इस भरपूर फसल का मूल्य यानी 3100 क्विंटल कब मिलेगा। उनका कहना है की प्रति एकड बीज खरीदने से लेकर धान बेचने तक 15-20 हजार लागत लागत आ जाती है मगर 3100 रुपए प्रति क्विंटल धान का पैसा एक मुफ्त मिल जाए तो उन्हें कर्ज छूटने के बाद जरूरतो की चीज खरीदने में आसानी होगी। सरकार ने धान का अंतर की राशि मतलब धान का बोनस चार किस्तों में दी थी अब सरकार धान का बोनस एक किस्त में पूरा देगी। यह पूरा धान का बोनस धान खरीदी पूर्ण होने के उपरांत दिया जाएगा।
40 फीसदी उठाव नहीं
धान खरीदी के 65 दिन गुजारने के भी अब तक 166 केदो में 46 लाख 4288 क्विंटल धान की खरीदी हो पाई है। इसमें 1005 करोड़ 30 लाख 58 हजार रुपए का भुगतान किया जा चुका है। मिलर्स को जारी होने के बाद भी 18 लाख 41 हजार 718 क्विंटल धान अब भी खरीदी केद्रों में पड़ा हुआ है।
तय तारीख तक लक्ष्य पूरा करने निर्देश
इस मामले में नोडल अधिकारी अविनाश शर्मा का कहना है कि 31 जनवरी तक निर्धारित तिथि तक धान खरीदी का लक्ष्य हर हाल में पूरा करने का निर्देश दिया गया है। मिलर्स ने 60 फ़ीसदी धान का उठाव कर लिया है। बाकी बचे 40त्न धन को जल्द से जल्द उठाओ के निर्देश दिए गए हैं। गोदाम की कमी के कारण थोडा विलंब हो रहा है। लेकिन समय रहते उठाओ पूरा होने की उम्मीद है।


