बलौदा बाजार

क्रिसमस व नए वर्ष की छुट्टियों के लिए बारनवापारा अभ्यारण कॉटेज और रेस्टहाउस में बुकिंग फुल
15-Dec-2023 3:59 PM
क्रिसमस व नए वर्ष की छुट्टियों के लिए बारनवापारा अभ्यारण कॉटेज और रेस्टहाउस में बुकिंग फुल

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार,15 दिसंबर। 
विधानसभा चुनाव के बाद अधिकारियों तथा नेताओं द्वारा चुनावी थकान उतारने समेत क्रिसमस एवं न्यू ईयर छुट्टियों के लिए इन दिनों सैलानियों की सबसे पसंदीदा जगह जिले के एकमात्र बारनवापारा अभ्यारण है।

छुट्टियों में सैलानियों की भीड़ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिसंबर  में ही अभ्यारण के सभी कॉटेज और रेस्ट हाउस फुल हो चुके हैं, वहीं नए वर्ष के लिए अभी से बुकिंग फुल हो चुकी है। 

नए वर्ष की पार्टी तथा छुट्टियों के लिए पर्यटकों द्वारा बारनवापारा अभ्यारण के साथ ही साथ गिरोधपुरी जैतखाम बालर जलाशय आदि पर्यटन केंद्रों में बड़ी संख्या में पर्यटकों के पहुंचने की संभावना है।

एक माह पहले से ही एडवांस बुकिंग 
क्रिसमस छुट्टियों के साथ ही साथ नए वर्ष की पार्टी के लिए इन दिनों जिले में सर्वाधिक डिमांड बारनवापारा अभ्यारण के कॉटेज और रेस्ट हाउस की है। दीपावली त्यौहार की छुट्टियों के साथ ही प्रति शनिवार-रविवार औसतन 500 से 1 हजार सैलानी अभ्यारण पहुंच रहे हैं।  

अभ्यारण के पर्यटक ग्राम में सामान्य रूम से लेकर सूट तक के कुछ 34 कमरे हैं, परंतु नए वर्ष के टूरिस्ट की रुचि के चलते सभी कमरे दिसंबर  यानी न्यू ईयर के एक माह पूर्व से ही एडवांस बुक तक होने लगे हैं। 

देवपुर नवागांव आदि के रेस्ट हाउस में वीआईपी लोग के अधिकांश समय पहुंचने की वजह से रेस्ट हाउस को वीआईपी रेस्ट हाउस कहा जाता है और आमतौर पर यह सभी रेस्ट हाउस साल भर एडवांस बुक या फुल ही रहते हैं।

2 हजार से अधिक लोग पहुंच रहे
245 वर्ग किसी क्षेत्रफल में पहले अभ्यारण में हिरण, सांभर, शीतल गौर तेंदुआ, भालू के अलावा बड़ी संख्या में मोर पक्षियों और सिर्फ एक के दर्जन भर से अधिक प्रजातियां हैं। अभ्यारण में प्रतिवर्ष नए वर्ष की छुट्टियों में 2 हजार से अधिक सैलानी पहुंचते हैं। कसडोल पिथौरा मार्ग स्थित 90 फीट की ऊंचाई से गिरता सिद्धखोल झरना आमाझरिया जलप्रपात धसगुड बाघबिल जल प्रपात समेत रामवन गमन पथ का प्रमुख स्थल तुरतुरिया बरबसपुर ग्राम के पास सिंघनगढ़ का किला भी प्रमुख स्थल है।

 इन स्थानों की डिमांड 
न्यू ईयर पार्टी के लिए एक दिन के ट्रिप के लिए कसडोल ब्लॉक के तुरतुरिया को लवकुश की जन्मस्थली वाल्मीकि आश्रम के साथ ही साथ तुरतुरिया मातागढ़ की संतान दायनी महाकाली मंदिर के लिए भी प्रसिद्ध है। मान्यता है कि इस देवी मंदिर में सभी लोगों की संतान प्राप्ति की कामना पूरी होती है। जिसके चलते प्रतिवर्ष देश के कोने-कोने से लोग पहुंचते हैं। इसके अलावा कसडोल ब्लॉक में ही महानदी के तट के किनारे नारायणपुर स्थिति अत्यंत प्राचीन मंदिर गिरोधपुरी स्थित कुतुब मीनार से ऊंचे जैतखाम गिरोधपुरी मंदिर परिसर के पास जन्म स्थल सफूरा मठ बड़ा गाड़ी समाधि चरणकुंड अमृत कुंड पांच कुंती छाता पहाड़ धार्मिक आस्था का केंद्र है। सिमगा विकासखंड अंतर्गत कबीर पंथियों का प्रमुख स्थल दामाखेड़ा जिले में शहीद वीर नारायण सिंह की जन्मस्थली सोनाखान रामनवमी संप्रदाय का प्रसिद्ध रामनवमी राम मंदिर और सरकार में संत कबीर पंथ के संग श्रम संग आश्रम भी प्रसिद्ध स्थल है।

कैसे पहुंचे बारनवापारा अभ्यारण
रायपुर से पिथौरा होते हुए और जिला मुख्यालय बलौदाबाजार से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी तक सडक़ मार्ग से पहुंचकर पहुंचा जा सकता है। अभ्यारण में मौसम ठंडा होता है इस वर्ष भी तेज ठंड होने की वजह से इलाके में भीषण ठंड है जिसे देखते हुए बच्चों और बुजुर्गों के लिए विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। अभ्यारण में अभी-सभी स्थानों पर रेस्टोरेंट या होटल का विकास नहीं हुआ है। लिहाजा गर्म कपड़े मच्छरों से बचने के लिए क्रीम कोवाईल और खाने पीने का ताप सामान लेकर पहुंचना आवश्यक है।


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