बलौदा बाजार

मुकुटपुजा व नारदमोह की लीला के साथ रामलीला का मंचन शुरू
15-Oct-2023 7:26 PM
 मुकुटपुजा व नारदमोह की लीला के साथ रामलीला का मंचन शुरू

11 दिनों तक होगी लीला, नवरात्र के नौंवे दिन होगी देवी लीला की भव्य प्रस्तुति

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

भाटापारा, 15 अक्टूबर। भाटापारा नगर की आदर्श रामलीला नाटक मंडली अपने सौ वर्ष पूर्ण कर इतिहास रच चुकी है वहीं ये संस्था जिसकी स्थापना सन् 1920 में ब्रिटिशकाल से धर्म प्रचार करते हुए छत्तीसगढ़ राज्य की प्राचीन एतिहासिक रामलीलाओ में अब नाम लिखाते हुए 103 वर्ष पुर्ण कर चुकी है और 15 अक्टूबर से 104वें वर्ष का मंचन किया गया।

इस रामलीला मंडली की सबसे बड़ी विशेषता है कि नन्हें बाल कलाकारों के द्वारा रामलीला के पात्रों का अभिनय करना। रामलीला का मंचन संस्था के द्वारा नवरात्र में नौ दिनों तक किया जाता है, जिसके बाद दशहरा में रावण दहन की लीला रावण भाटा मैदान में मनाते हुए रावण पुतला जला कर दशहरा मनाया जाता है, फिर दूसरे दिन भगवान राम का राजतिलक कर लीला का समापन किया जाता है।

बच्चों द्वारा इस व्यस्त एवं दौड़ते भागते समय में जब पढ़ाई का बोझ अत्यधिक होता उसमें से अपना समय निकाल भगवान के कार्य में धर्म और संस्कृति के प्रचार में अपना किमती समय देते है। आदर्श रामलीला नाटक मंडली का साहित्य अदभुत तरिके से रामचरित्र मानस, बाल्मीकी रामायण, रामचरित्र दर्पण, राधेश्याम रामायण, वषुनायक, संगीत रामायण, हिन्दी अनुवाद रामायण एवं स्वयं अनुवाद कर साहित्यों को धरोहर रूप में संजोया गया है, जिससे रामलीला का मंचन किया जाता है। रामलीला के आयोजन में बच्चों के साथ उनके पालकों और नगर के सभी वर्गों का सहयोग इस रामलीला के सफलता का कारण बनती है।

11 दिनों तक होगी लीला

रविवार से मुकुट पुजन के साथ लीला आरंभ हुई, जिसके बाद प्रथम दिवस से नवरात्र पक्ष के नौ दिनों में नारद-मोह, मुनिआगमन, धनुष यज्ञ, वनगमन, सीताहरण, जटायुमरण, शबरी प्रसंग, रामसुग्रीव मित्रता, बालीबध, लंकादहन, विभिषण शरणागति, सेतबंध रामेश्वरम, लक्ष्मण शक्ति, कुंभकर्ण वध, मेघनाथ वध, सतीसुलोचना एवं देवी लीला,अहिरावण की भव्य एवं शानदार लीलाओ की प्रस्तुति होगी। इसी बीच दानी मौरध्वज की लीला का मंचन भी किया जाएगा। एवं 24 तारीख को दशहरा रावण भाटा मैदान में मनाते हुए 25 तारीख को राजतिलक के साथ 11 दिनों की लीला का समापन होगा।


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