बलौदा बाजार
नहरों की साफ सफाई नहीं होने से टेल एरिया तक नहीं पहुंच रहा पानी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 2 सितंबर। मौसम की बेरुखी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। खेतों से पानी सूख रहा है, जिससे दरार पडऩे शुरू हो गए हैं। जिससे किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई देने लगी है। बारिश न होने और आसमान से आग बरसने से खेती किसानी पर प्रतिकूल प्रभाव दिखाई देने लगा है। बरसात के दिनों में जेठ जैसी गर्मी से धान की फसल झुलस रही है तो वहीं उमस भरी गर्मी से लोग अत्यधिक परेशान हो रहे हैं। किसान मायूस और परेशान हैं।
पिछले दस बारह दिनों से बारिश नहीं होने से खेतों में पानी नहीं के बराबर है, जिससे किसानों की परेशानी बढ़ गई है तो वहीं गंगरेल बांध से छोड़े गए पानी कुछ गांवों में नहीं के बराबर जा रहे हैं। गंगरेल बांध से पानी छोड़े जाने के पहले संबंधित विभाग के द्वारा नहरों की साफ-सफाई किया जाना था, किंतु साफ सफाई नहीं किए जाने से नहरो में घास फूस और बेशरम के पौधे बड़ी संख्या में उग गए हैं। जिसके चलते टेल एरिया के गांवों पानी की धार नहीं के बराबर जा रहे हैं। बारिश कम होने और नहर की धार कम होने के कारण खेत पूरी तरह से सूख गए हैं और खेतों में दरार के साथ साथ धान के पौधे पीला पडऩा प्रारंभ हो गए हैं।
भादो का महिनों शुरू हो गया है। भादो के महीने में जेठ-बैसाख जेसी चिलचिलाती धूप और उससे होने वाली तपन-उमस से सभी वर्ग के लोग परेशान हैं। पिछले एक सप्ताह से बारिश नहीं हुई है। बारिश नहीं होने से उमश काफी बढ़ गई है। उमस अधिक होने के कारण गर्मी भी अधिक लग रही है। सुबह 11 बजे से ही दिन का अधिकतम तापमान 30 डिग्री तक पहुंच गया था। और दोपहर में 33 डिग्री तक रिकार्ड किया गया। पिछले एक सप्ताह से उमश भरी गर्मी से लोग परेशान हंै। भादो का महिना शुरू होते ही गर्मी ने अपना तेवर दिखारा शुरू कर दिया है।
गर्मी अधिक होने की वजह से कूलर और एसी चलना फिर से शुरू हो गए है। सडक़ पर गुजरने वाला हर एक सख्श सिर में गमछा-टोपी तो आंखों को काले चश्मों से ढंगकर चल रहे है। वही, पिछले एक सप्ताह से बारिश नहीं होने की वजह से खेत भी सुखने लगे है। इससे किसान वर्ग काफी चिंतित नजर आ रहे है। सुबह से निकलने वाला सूरज दिनभर लोगों को गर्मी, उमस और तपन दे रहा है। इससे जीना मुहाल हो रहा है।
लोगों को उम्मीद थी कि जाते-जाते सावन तरबतर करेंगे, लेकिन हुआ इसके उलट। सावन के जाते ही भादो ने तेज गर्मी और उम, ने काफी परेशान कर दिया है। इसके बाद कुंवार का महीना भी स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से ठीक नहीं रहता है। इस महीने पडऩे वाली गर्मी भी लोगों को परेशान करेगी। बढ़ते गर्मी की वजह से आर्द्रता कम रहेगी। इस वजह से हवाएं भी लू जैसी चलेगी। इससे लोगों को काफी बेचैनी होगी। किसान व आम जनमानस बारिश का इंतजार कर रहे है, जिससे उनको काफी हद तक राहत मिल सके।
टेल एरिया के गांव में नहीं पहुंच रहा नहर का पानी
क्षेत्र के किसान बिटकुली से सहसराम साहू, शिवकुमार ध्रुव, हरप्रसाद नेताम, परसराम साहु, संदीप मनहरे, धनेश मरकाम, छेदीलाल खरे धनगांव से तुलसी मनहरे, रामप्रसाद ध्रुव, प्राण ध्रुव, रूपसिंह पटेल, जयंत राम यादव, गणेश चौधरी, उमेश धु्रुव देवी प्रसाद मन्हारे, सुढ़ेली से जगत राम भारद्वाज, समय लाल, भारद्वाज, रमेश भारद्वाज, खैंदा से भारत पटेल, दिलीप सिंह निषाद, पुनीत राम, दुखू राम पटेल ने बताया कि दस बारह दिन पहले हुई बारिश से खेतों में पानी भरा हुआ था किंतु आसमान से आग उगलती तेज धूप के चलते खेतों से पानी पूरी तरह सूख गए हैं। तो वहीं नहर से पानी नहीं के बराबर आ रहा है। नहर के अंदर घास फूस उग गए हैं, जिसकी सफाई नहीं किए जाने के कारण पानी की धार कम हो गए हैं और खेतों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। किसानों ने संबंधित विभाग से पर्याप्त मात्रा में पानी छोडऩे की मांग की है जिससे समय रहते धान की फसल को बचाया जा सकता है।
इस संबंध में प्रभारी कार्यपालन अभियंता वीरेंद्र कुमार सिरमौर ने चर्चा के दौरान बताया कि ऊपर से ही पानी कम आ रहा है जैसे ही पानी बढ़ता है दिखाता हूं मेरे जानकारी में है।


