बलौदा बाजार

कीचड़ भरे रास्ते से होकर स्कूल जाने मजबूर
10-Aug-2023 7:16 PM
कीचड़ भरे रास्ते से होकर स्कूल जाने मजबूर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार, 10 अगस्त। बलौदाबाजार जनपद के ग्राम पंचायत करदा के प्राथमिक, मिडिल स्कूल व हाई स्कूल के विद्यार्थी कीचड़ और गंदगी के बीच से रोजाना स्कूल जाने मजबूर हैं।

बांधा पहुंच मार्ग की दूरी महज 1.5 किलोमीटर है, वह भी काफी दलदल, करीब 100 नौनिहाल बच्चे और हाईस्कूल के छात्र-छात्राए इसी कच्चे मार्ग से होकर रोजाना स्कूल पहुंचते हंै। जिस कीचड़ के दलदल वाले रास्ते में कोई अपना पैर भी नहीं रखना चाहता, उसी रास्ते से होकर नौनिहाल रोजाना स्कूल तक का सफर तय करते है। दलदल वाला ये रास्ता छोटा-मोटा नही, बल्कि पूरे 1.5 किलोमीटर लंबा है।

कीचड़ की वजह से खराब हो जाती है किताबें

कई बार तो इन नौनिहालों को घुटने तक कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है। कभी किसी का पैर फिसलता है, तो कभी कोई पूरा का पूरा कीचड़ से सन जाता है। बच्चों की माने तो कई बार इनकों चोंट भी लगती है। यूनिफार्म और कॉपी किताबे भी कीचड़ से सन जाती है।

वधायक ने रोड निर्माण के लिए की है एक करोड़ की अनुशंसा

यंहा रहने वाले बच्चों के अभिभावक पूर्व जनपद सदस्य फुलसाय साहू, मिथुन प्रसाद साहू, नारद पैकरा, भुनेश्वर रात्रे, भागचंद डहरिया, नंदू चेलक, बहूर सिंह पैकरा, पन्नालाल डहरिया ने बताया कि क्षेत्रीय विधायक सुश्री शकुन्तला सहू के द्वारा दो वर्ष पहले रोड निर्माण लिए एक करोड़ रुपिए की अनुशंसा की जा चुकी हैं। जिस पर अभी तक कोई पहल नहीं हो पाया। ग्रामीणों ने स्कूली बच्चों व लोगों की परेशानी को देखते हुए शीघ्र ही रोड निर्माण किए जाने की मांग किया गया है।

तबीयत खराब होने पर चारपाई में लिटाकर ले जाते हैं रोड तक

करदा गांव के इस मोहल्ले में करीब 70 घरों के लोग निवासरत है। जिन्हें भी इसी रास्ते से होकर आना-जाना पड़ता है। कीचड़ भरी मार्ग होने के चलते यंहा सरकारी सेवा एम्बुलेंस व महतारी एक्सप्रेस भी नहीं पहुंच पाती हैं।

कुछ दिन पहले एक एंबुलेंस भी दलदल में फंस गई थी, जिन्हें 8 ट्रैक्टरों के द्वारा भी नहीं निकाला जा सका था। उसे क्रेन कि मदद से निकाला गया था।

ज्ञात हो कि गांव के तीन चार ग्रामीणों का तबियत खराब होने पर समय पर अस्पाल नहीं पहुंच पाने की वजह से ग्रामीणों को मौत हो चूकी है। ग्रामीणों ने बताया कि यहां अगर किसी का तबियत खराब हो जाता है तो उसे चारपाई में लिटाकर बड़ी मुश्किल से दलदल पारकर निकलते हैं।

हाईस्कूल के छात्र-छात्राएं भी इसी रास्ते से जाते हंै स्कूल

करदा में गांव के छात्र-छात्राओं को गांव में ही हाईस्कूल व हायर सेकेण्डरी की शिक्षा प्राप्त हो इसलिए शासन-प्रशासन के द्वारा हायर सेकेण्डरी भवन तो बना दिये है, लेकिन इस बांधा पहुंच मार्ग के आगे हायर सेकेण्डरी भवन बना है, उक्त मार्ग पर कीचड़ होने के चलते गांव के 11वीं, 12वीं के विद्यार्थी मरदा व लवन हाईस्कूल पढऩे जाने के लिए मजबूरीवश जाते हंै। वहीं ग्रामीणों व किसानों को उक्त मार्ग से होकर खेत आना-जाना पड़ता है, जिन्हें भी काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। उक्त मार्ग पर सीसी रोड नहीं होने के चलते हर ग्रामीण परेशान है। ग्रामीणों को केवल आश्वासन पर आश्वासन ही मिलता जा रहा है।


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