बलौदा बाजार

ट्राइसिकल जर्जर, दिव्यांग फिरतीन हाथों को ताकत बनाकर चलने पर मजबूर
07-Aug-2023 7:51 PM
ट्राइसिकल जर्जर, दिव्यांग फिरतीन हाथों को ताकत बनाकर चलने पर मजबूर

शासन-प्रशासन से बैटरी चलित ट्राइसिकल की मांग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदा बाजार, 7 अगस्त। जिले से 25 किमी दूर पर बसे ग्राम पंचायत चिचिरदा में अपने दोनों पैरों से दिव्यांग 50 वर्षीय फिरतीन यादव अपने हाथों को ताकत बनाकर चलने पर मजबूर है।

शासन-प्रशासन की योजना के तहत एक हाथ साइकिल एवं एक बैटरी चलित ट्राइसिकल का लाभ मिल चूका है, लेकिन समय के साथ-साथ दोनो ट्राइसिकल जर्जर होकर खराब हो गए है। वर्तमान में बैटरी चलित ट्राइसिकल नहीं होने की वजह से दोनों पैरों से विकलांग महिला फिरतीन को आने जाने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। दिव्यांग होने के चलते अपने दोनों हाथ में चप्पल का सहारा लेकर कीचड़ भरे मार्ग पर चलने को मजबूूर हो गई हंै।

दिव्यांग फिरतीन ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि उसे पहले हाथ से चलाने वाला ट्राईसिकल मिला था, जो पूरी तरह से खराब हो गया है। चलने लायक नहीं बचा है। दूसरी बार बैटरी चलित ट्राईसिकल मिला था, वह भी खराब पड़ा हुआ है। उसे शासन की योजना के तहत 35 किलो चावल और पेंशन मिलता है।

 उन्होंने बताया कि उनका जीवन बहुत ही संघर्ष भरा है। वह दो चप्पलों को अपने दोनों हाथों पर रखकर हाथ के सहारे चलने पर मजबूर हो रही है। वर्तमान में उनकी जिन्दगी नर्क के समान हो गई है, कहीं कुछ काम के लिए जरूरत होने पर कीचड़ भरे मार्ग से होकर जाना पड़ता है। उनका कहना है कि शासन की योजना के तहत उसे एक बार और बैटरी चलित ट्राइसिकल मिल जाये तो उनको दैनिक जीवन जीने में आसानी होगी।

चिचिरदा के सरपंच रामलाल पैकरा का कहना है कि  शासन की योजना के तहत फिरतीन यादव को 35 किलो चावल तथा पेंशन मिलता है। उसके पास ट्राइसिकल था। शायद वह खराब हो गया होगा। उसको पुन: ट्राइसिकल का लाभ दिलाने के लिए प्रयास किया जाएगा।


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