बलौदा बाजार

निजी कंपनियों में 808 पद खाली, लेकिन आवेदन सिर्फ 566
04-Aug-2023 3:39 PM
निजी कंपनियों में 808 पद खाली, लेकिन आवेदन सिर्फ 566

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 4 अगस्त।
बलौदाबाजार बेरोजगारी भत्ता देने के बाद सरकार का फोकस बेरोजगारों को अधिक से अधिक प्लेसमेंट कराने की दिशा में है। लगातार प्लेसमेंट कैंप, रोजगार मेला का आयोजन हो रहा है ताकि अधिक से अधिक बेरोजगारों को प्लेसमेंट दिलाया जा सके, लेकिन बेरोजगार युवा ही प्लेसमेंट कैंपों से दूरी बनाकर चल रहे हैं।

प्लेसमेंट कैंप में जितने पदों के लिए भर्ती करने प्राइवेट कंपनियां पहुुंच रही है, उसके आधे भी बेरोजगार नहीं पहुंच रहे। क्योंकि प्लेसमेंट कैंप में शामिल होने वाली ज्यादातर प्राइवेट कंपनियां ही होती है और स्थानीय स्तर के बजाए प्रदेश के दूसरे जिलों या प्रदेश के बाहर दूसरे ज्यादों में जॉब ऑफर करती है, सैलरी भी कम होती है, ऐसे में युवा काम करने तैयार नहीं होते।

बुधवार को भी जिला रोजगार कार्यालय द्वारा शहर के नगर भवन में प्लेसमेंट कैंप का आयोजन किया गया था जिसमें मैकेनिक से मैनेजर तक के 808 पदों के लिए कैंप लगाया गया था मगर सिर्फ 566 आवेदन ही इन पदों के लिए आये हैं इसमें भी मात्र 292 लोग ही पात्र निकले। कई युवा जिले से बाहर काम और सैलरी कम होने की बात कहकर वापस लौट गए।

बलौदाबाजार जिले में 4 हजार 967 बेरोजगारों को भत्ता मिलना शुरु हो गया है मगर प्लेसमेंट कैंपों में एक तिहाई भी ऐसे बेरोजगार नहीं शामिल हो रहे हैं। अप्रैल में शुरू हुए बेरोजगारी भत्ता मिलने से पहले रोजगार कार्यालय द्वारा आयोजित एैसे कैंपों में पदों की तुलना में दोगुने-तीगुने आवेदन आते थे मगर अब हालात इसके उलट है। इसके पीछे वजह बताई जा रही है कि प्लेसमेंट कैंपों में शामिल होने के बाद स्थिति इधर कुंआ उधर खाई वाली है। यहां यदि किसी बेरोजगारी भत्ता प्राप्त करने वाले युवा का चयन हो गया तो उसे नियुक्ति पत्र दिया जाता है। जॉब लेते है तो बेरोजगारी भत्ता बंद हो जाएगा और जॉब लेने के बाद अगर खुद से किसी कारणवश नौकरी छोड़ते है तो भी बेरोजगारी भत्ता बंद हो जाएगा। 

सरकारी नौकरी के लिए कई विभागों में रोजगार पंजीयन को अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है, परंतु निजी संस्थानों में प्लेसमेंट कैंप के माध्यम से भर्ती हो रही है, जो रोजगार कार्यालय ही आयोजित करता है। 2019 से लेकर अब तक पिछले 4 साल में लगभग 7 हजार पोस्ट के लिए लगभग 80 प्लेसमेंट कैंप आयोजित किये गये है जिसमें लगभग 8 हजार आवेदन आये, मगर रोजगार हासिल किया केवल लगभग 500 लोगों ने अधिकतर बेरोजगार प्राईवेट सेक्टरों के जॉब में रूचि नहीं।

जिला रोजगार अधिकारी मनोरमा भगत ने कहा कि जॉब सिक्योरिटी न होने से निजी क्षेत्र में नौकरी करने युवा रुचि नहीं लेते हैं। समय-समय पर प्लेसमेंट कैंप का आयोजन करते है जिसमें आवेदन तो बराबर आते है मगर आवेदन देने वाले कई युवा दोबारा लौट कर नहीं आते। 
 


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