बलौदा बाजार

रोका-छेका का कड़ाई से नहीं हो रहा पालन, सडक़ों पर मवेशियों की जमावड़ा
03-Aug-2023 8:05 PM
रोका-छेका का कड़ाई से नहीं हो रहा पालन, सडक़ों पर मवेशियों की जमावड़ा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदा बाजार, 3 अगस्त। रोका छेका अभियान का कड़ाई से पालन करने के सख्त आदेश के बावजूद फ्लाप साबित होती दिखाई दे रही है। 

हाल ही में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नम्रता जैन ने रोका छेका अभियान का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हंै। रोका छेका अभियान में ढिलाई बरते जाने पर संबंधित ग्राम पंचायतो के सचिवों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है। फिर भी इन दिनों सडक़ों पर सुबह से देर रात तक सडक़ों पर आवारा मवेशियों का जमावड़ा दिखाई दे रहा है। जिससे आये दिन सडक़ों में आवारा मवेशियों के कारण ही सडक़ दुर्घटनाएं की संख्या बढ़ती जा रही है।

इस संबंध में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नम्रता जैन ने चर्चा के दौरान कहा कि रोका छेका अभियान की कड़ाई से पालन करने निर्देशित की हूं। पालन नहीं करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

विदित हो कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तीन महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की थी जिसमें नरवा घुरवा बाड़ी और गरवा योजना शामिल थी। इस योजना के तहत नरवा बाड़ी घुरवा और गरवा यानी गायों के संरक्षण के लिए काम करने की योजना तैयार की गई थी सडक़ों पर आवारा घूमती गाए दुर्घटना का शिकार न हो और वह खेतों में फसलों को नुकसान न पहुंचाए इसके लिए सरकार ने रोका छेका अभियान शुरू किया था।

रोका छेका अभियान के तहत सडक़ों पर घूमने वाले आवारा पशुओं को पकडक़र गौठान में रखने और उनके खाने पीने की व्यवस्था की गई थी। योजना की शुरुआत में यह काम अच्छे से हुआ लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है यह योजना दम तोड़ती नजर आ रही है। अब इस योजना के तहत न तो गायों को सडक़ों से हटाया जा रहा है न ही उन्हें गौठानों में रखा जा रहा है। जो गाये गौठानों में हैं उनके खाने की व्यवस्था नहीं की जा रही है जिसके कारण अब आवारा मवेशी सडक़ों पर झुंड के झुंड दिखाई देने लगे हैं।

आखिर सडक़ पर ही क्यों बैठते हैं मवेशी

मवेशियों को मध्य या सडक़ के किनारे या डिवाइडर पर बैठना पसंद है क्योंकि चलती तेज वाहनों से मक्खियों और कीड़े जानवरों के शरीर से दूर हो जाता है और जानवर को हर बार अपनी पूंछ को हिलाने की आवश्यकता नही पड़ती है। इस प्रकार वे सडक़ों पर बैठने में आसान आराम और सहज पाते हैं।


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