बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 11 मई। छत्तीसगढ़ सशस्त्र पुलिस बल के स्वर्गीय जवान की बेटी निकिता देशलहरे, शासकीय प्राथमिक शाला कुम्हली में एक दिन के लिए प्रधान पाठक के पद पर आसीन किए गए।
ज्ञात हो कि निकिता के पिता मनोज कुमार छत्तीसगढ़ सशस्त्र पुलिस मे सिपाही थे। चार साल पहले मलेरिया से उनका देहांत हो गया था। उनके तीन बच्चे हैं सभी कृष्णा पब्लिक स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे। पिता के चले जाने के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति लडख़ड़ा गई। बाद में उनकी पत्नी को अनुकंपा नियुक्ति मिली। लेकिन रहने की समस्या को देखते हुए निकिता के दादा रमेश देशलहरे ने सभी बच्चों को शहर से गांव लाकर शासकीय स्कूल में भर्ती कराया। स्कूल के प्रधान पाठक छन्नूलाल साहू को अपनी स्थिति से अवगत कराया। चूंकि सर्वसुविधायुक्त निजी विद्यालय से पढऩे के आदी बच्चों को ग्रामीण परिवेश मे ढलने में असुविधा होती है। बच्चों का शैक्षणिक स्तर बहुत अच्छा था। प्रधान पाठक ने बच्चों और पालक को विश्वास दिलाया कि अभाव में अच्छी शिक्षा प्राप्त की जा सकती हैं।
उन्होंने बच्चों को बाल मनोविज्ञान को समझा और बच्चों को किसी प्रकार की शैक्षणिक स्तर पर कमी नहीं होने देने के लिए भरोसा दिलाया। बच्चों को प्रतिदिन मानसिक रूप से संबल प्रदान किया कि पढ़ाई का संबध मन से और अनुशासित रह उच्च स्तर हासिल किया जा सकता है। निकिता एक समझदार और होशियार छात्रा है।उनकी जिज्ञासु प्रकृति और पिता की स्मृति बच्चे को बार बार मायुस कर देती थी। वह अपने पिता के समान पुलिस बनने की इच्छा प्रकट करती थी। प्रधान पाठक ने बच्चे की मन:स्थिति को भांपते हुए उन्हें पुलिस विभाग के बड़े अफसर बनने के बारे मे बताया। अब निकिता भविष्य मे उच्च शिक्षा प्राप्त करके आईपीएस अधिकारी बनने की इच्छा प्रकट की। यद्यपि अभी बच्ची छोटी है, लेकिन सपनों का अंकुरण भी प्रारंभिक शिक्षक और शिक्षा से ही प्रस्फुटित होती है। प्रधान पाठक स्वयं उच्च शैक्षणिक योग्यता और विधि स्नातक हैं। बच्चों को मानसिक रूप से तैयार करने में कोई कसर नहीं छोड़ता।
आधुनिक परिप्रेक्ष्य में महिला सशक्तिकरण और बेटी पढ़ाओ के शासकीय और सामाजिक उद्देश्य को साकार रूप देने को पहल करते हुए प्रतिकात्मक रूप से विभागीय प्रशासन के प्रथम पायदान प्रधान पाठक की कुर्सी पर एक दिन के लिए निकिता देशलहरे को सौंप दी गई। विद्यालयीन कार्यों का संचालन कैसे किया जाता है इसकी जानकारी दी गई।
पद भार सौंपते हुए प्रधान पाठक छन्नूलाल साहू ने नियुक्ति पत्र का नमूना निकिता को दी। इस अवसर पर संस्था के शिक्षिका लीना ठाकुर, शाला प्रबंधन समिति के सदस्य और सहपाठी छात्राएं उपस्थित थे। प्रधान पाठक छन्नूलाल साहू के अनुसार, इस तरह के क्षणिक अकादमिक गतिविधियों से विद्यार्थियों में जिम्मेदारी की अनुभूति होती है और मानसिक बौद्धिक क्षमता बढ़ती है।