बलौदा बाजार

शॉर्टेज खाद्यान्न की ताबड़तोड़ वसूली में जुटा प्रशासन
13-Apr-2023 11:09 PM
शॉर्टेज खाद्यान्न की ताबड़तोड़ वसूली में जुटा प्रशासन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार, 13 अप्रैल। जिला के 5 ब्लॉक में विभिन्न शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में खाद्य विभाग नागरिक आपूर्ति निगम वितरण में संलग्न कुछ समूहों व सेल्समैन द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली प्रणाली के तहत प्रदान किए गए लाखों रुपए के चावल व अन्य खाद्यान्नों को गफलत करते हुए खुले बाजार में बेच दिया गया था। जिसके चलते वर्ष 2017 से सितंबर 2022 तक जिला में करीब 20 हजार क्विंटल खाद्यान्न के शॉर्टेज होने की बात भौतिक सत्यापन में सामने आई थी। इसके बाद जिला प्रशासन द्वारा ने हरकत में आते हुए शॉर्टेज खाद्यान्न की रिकवरी हेतु त्वरित कार्रवाई के निर्देश संबंधित एसडीएम को दिए जाने के बाद 24 मार्च की स्थिति में गफलत बाजो से 7463 क्विंटल चावल 272 क्विंटल शक्कर वसूल किया जा चुका है। जबकि कुछ दुकानों से गफलत किए गए चावल के एवज में 4.29 लाख तथा शक्कर के एवज में 13 132100 नगद वसूल किए गए हैं। वहीं 11154 क्विंटल चावल की वसूली अभी भी शेष है।

ज्ञात हो कि जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत 564 दुकानें संचालित है। इन दुकानों में बचत स्टॉक के भौतिक सत्यापन में पूरी गड़बड़ी का खुलासा हुआ था।जिसमें से बहुत सी दुकानों में वर्ष 2017 से चावल व अन्य खाद्यान्न हितग्राहियों को वितरण नहीं किए जाने की वजह से बचा रहा था। लेकिन बचत खाद्यान्न का स्टॉक मिलान की बजाय खाद्य विभाग लगातार इन दुकानों को प्रत्येक माह नया स्टॉक प्रदान करता रहा। जिससे पीडीएस दुकानों के कुछ सेल्समैन व खाद्य विभाग के कर्मचारियों ने जम कर फायदा उठाते हुए बचत स्टाक 13487.23 क्विंटल चावल 388 क्विंटल शक्कर 376 क्विंटल नमक को खुले बाजार में विक्रय कर दिया था। इसमें से जिला अंतर्गत 564 दुकानों में बलोदा बाजार ब्लाक अंतर्गत 38 दुकानों में चावल का स्टॉक के भौतिक सत्यापन में न्यूनतम 16 क्विंटल से अधिकतम 300 क्विंटल कम पाया गया।

वहीं पलारी ब्लाक अंतर्गत 28 दुकानों में 45 से 150 क्विंटल भाटापारा ब्लाक अंतर्गत 15 दुकानों में 40 से 120 क्विंटल सिमगा ब्लाक अंतर्गत दुकानों में 30 से 300 क्विंटल 24 दुकानों में 55 से 250 पाया गया। अर्थात कुल 149 दुकानों में हेराफेरी करते हुए कुल 13487.23 क्विंटल विभाग व शासन को जमकर चूना लगाया गया था। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2017 से 30 सितंबर 2022 तक की स्थिति में इन 563 दुकानों में चावल का बचत स्टॉक 66555.76 क्विंटल होना था परंतु भौतिक सत्यापन में इनके विरूद्ध 53068.23 की दुकानों में पाया गया था। 13487.23 क्विंटल 20 फीसदी चावल का हिसाब संबंधित दुकानों व खाद विभाग के पास भी नहीं था।

 

उक्त अवधि में इन दुकानों अंतर्गत शक्कर की बचत मात्र कुल 870 क्विंटल कम पाई थी। इसके बाद प्रशासन में हडक़ंप मचा हुआ था।

294 दुकानों को जारी हुआ था नोटिस

पूरे मामले में जिलाधीश के त्वरित निर्देश पर कड़ी कार्रवाई करते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों द्वारा 564 दुकानों में से 294 दुकानों को नोटिस जारी किया था। जिसके पश्चात 200 दुकानों में शॉर्टेज खाद्यान्न संबंधित संचालन कर्ता द्वारा 24 मार्च तक जमा कराया जा चुका है। इसमें से कुछ के खिलाफ राशि वसूली हेतु नोटिस के अलावा राशि जमा नहीं करने पर कुर्की नोटिस पश्चात 9 में से 2 दुकान संचालकों द्वारा राशि भी जमा कराया गया था। जिसके चलते 24 मार्च की स्थिति में शॉर्टेज 20 हजार क्विंटल चावल में से 7463 क्विंटल चावल जमा हो चुका है। वहीं कुछ संचालक कर्ताओं से कुल 429000 वसूल किया गया है। अभी भी 11154 क्विंटल वसूली शेष है। इसके अलावा 30 सितंबर 2022 की स्थिति में 870 क्विंटल शक्कर की शॉर्टेज दर्ज किया गया था। इसमें से 272 क्विंटल के अलावा 132100 रुपये नगद वसूल किया गया है।

इस संबंध में जिला खाद्य अधिकारी विमल दुबे से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि जिला के दुकानों में वितरण का कार्य टेबलेट के माध्यम से प्रारंभ होने पर तकनीकी जानकारी के अभाव में सेल्समैन द्वारा वितरित खाद्यान्न का ऑनलाइन एंट्री नहीं किया गया था। इसके बाद में दुरुस्त कर लिया गया है। और 3483 क्विंटल आवंटन को ऑनलाइन अपडेट भी किया गया है। इसी प्रकार 244 क्विंटल शक्कर अपलोड किया जा चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि 24 मार्च से 10 अप्रैल तक शॉर्टेज 4100 क्विंटल चावल और वसूल किया जा चुका है। उन्होंने कार्रवाई जारी करने और अधिकतम शॉर्टेज रिकवरी की बात भी कही है।


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