बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरसीवां, 12 अप्रैल। मामला जिला सहकारी बैंक सरसीवां का है जहां 11 अप्रैल को सुबह लगभग 11 बजे के आसपास राजीव न्याय योजना का पैसा निकालने आये किसानों ने अपना दुखड़ा रोते हुए बताया कि हम लोग सुबह 8 बजे से ही जिला सहकारी बैंक सरसीवां पहुंचे हुए थे। राज्य सरकार द्वारा किसानों के खातों में राजीव न्याय योजना का चौथा किस्त जमा हुआ है उस पैसे को अपने खातों से निकालने सरसीवां जिला सहकारी बैंक के सामने पहुंच कर गेट खुलने का इंतजार कर रहे थे।
जब हम लोगों ने बैंक खुलने के समय से पहले जिला सहकारी बैंक सरसीवां पहुंचे तो वहां जिला सहकारी बैंक सरसीवां का दरवाजा अंदर से बंद था, और अंदर में बहुत सारे लोगों दिखाई दे रहे थे, जबकि सामने बंैक के गेट के बाहर कम से कम दो सौ लोगों की भीड़ चिलचिलाती धूप में बाहर गेट के सामने खड़े होकर गेट खुलने का इंतजार कर रहे थे।
किसानों द्वारा जोर-जोर से आवाज लगाते हुए बैंक का दरवाजा खोलने को बोल रहे थे लेकिन बैंक के अंदर से दैनिक सफाई कार्य करने वाले व्यक्ति द्वारा अपने जान-पहचान के लोगों को अंदर आने को दिया जाता था, जिस किसानों से उनको कमीशन मिलता है उनको ही बैंक अंदर हाफ गेट खोल कर जाने दिया जाता था। किसानों द्वारा शोर गुल करने पर आनन-फानन में बंद गेट को खुलवाया गया। लोग पहले से ही बैंक परिसर में इक_ा थे। बैंक परिसर में रहने वाले किसानों का पास बुक जमा हो गया उनको पैसा दिया जा रहा था। कई किसानों ने कहा कि बैंक वाले कमीशन लेते होंगे तभी तो बैंक का मेन गेट का दरवाजा बंद कर किसानों को पैसा दिया जा रहा था।
जिला सहकारी बैंक सरसीवां के सफाई कर्मी से पूछने पर बताया कि जिला सहकारी बैंक का दरवाजा किसके कहने पर बंद किया गया था। उसने बताया कि हमारे ब्रांच मैनेजर के कहने पर बैंक का मेन गेट बंद किया गया था।
जिला सहकारी बैंक पैसे निकालने आये किसानों में मोहन जाटवर, लालकुमार, नवधा खुट्टे, राजेश साहू, कृष्ण कुमार, मंनाराम, पारसनाथ, सीताराम आदि किसानों ने बताया कि हम सब बैंक खुलने के पहले से सुबह से ही सरसीवां जिला सहकारी बैंक पहुंच गये थे। हम लोगों के आने के पहले से ही जिला सहकारी बैंक सरसीवां का दरवाजा अंदर से बंद था, और हम लोग दरवाजा खुलने और बैंक अंदर जाने का इंतजार कर रहे थे। आगे किसानों ने अपना दुखड़ा बयां कर आगे बताया कि जिसका इस बैंक में सेटिंग है या फिर कमीशन देता हो, उसी किसान का पैसा निकालता है। इस बैंक में बहुत सारे ऐसे दलाल बैंक के आसपास घूमते रहते हैं, और किसानों को आपका पैसा हम जल्दी से निकलवा देंगे कह कर अपनी दलाली की दुकान चला रहे हैं।
वहीं जिला सहकारी बैंक सरसीवां के गेट बंद होने के संबंध में जानकारी लेने के लिए जिला सहकारी बैंक सरसीवां के ब्रांच मैनेजर श्याम प्रसाद नायक से उनके मोबाईल नम्बर से जानकारी लेने संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।