बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 27 फरवरी। नया रायपुर में आयोजित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 85वें अधिवेशन छत्तीसगढ़ की धरती पर हुई, यह प्रदेश के कांग्रेस और यहां के कार्यकर्ताओं के लिए गर्व की बात है।
सदस्य निगम मंडल सतीश अग्रवाल ने बताया कि अधिवेशन के मंच से प्रमुख 6 प्रस्ताव पारित किए गये। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, युवा आईकान राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, छत्तीसगढ़ की प्रभारी कुमारी सैलजा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित अन्य प्रमुख नेताओं ने छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश के कार्यकर्ताओं को उर्जा दिया हैं, इससे कार्यकर्ताओं में नया जोश है। वे यही से जाकर विधानसभा चुनाव 2023 और लोकसभा चुनाव 2024 में की तैयारी में काम करेंगे।
अधिवेशन में कार्यकर्ताओं को सोनिया गांधी के बलिदान का वीडियो देखने को मिला। यूपीए सरकार की बनाई योजना को समझने का मौका मिला आम आदमी को। यूपीए सरकार में मिले अधिकार को, जानने का, उन्हें एक बार फिर मौका मिला।
देश में एक बार फिर लड़ाई लडऩे की जरूरत है, नफरत की राजनीति जो, देश में चल रही है उसे तोडक़र, भारत को जोडऩा होगा। कांग्रेस ने भारत को आजाद कराया और उसका संविधान बनाया। जबकि भाजपा लोकतंत्र को खत्म कर देश को कुछ उद्योगपतियों से गुलाम कराने के लिए है। जन सेवक बनकर चुनाव में आए थे और जब नरेंद्र मोदी तानाशाह बन चुके हैं।
भाजपा देश भक्ति, राष्ट्रवाद के नाम पर लोगों को लड़ाकर सत्ता की व्यवस्था करने वाली पार्टी है। भाजपा का, डीएनए गरीब के खिलाफ है। चीन आज देश में घुसकर सडक़, पुल और घर बना रहा है, प्रधानमंत्री उसे क्लीन चिट दे रहे हैं, विदेश मंत्री कह रहे हैं हम चीन से नहीं लड़ सकते क्योंकि वह हमसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, 56 इंच का सीना तो तब माना जाएगा जब वे अप्रैल 2020 की स्थिति निर्मित कर दें।
सतीश अग्रवाल ने बताया कि कांग्रेस ने अपने संविधान में बदलाव करतें हुए अनुसूचित जाति, जनजाति, अल्पसंख्यक के लिए आरक्षण 33 फीसदी से बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया है।
पीसीसी, एआईसीसी और सीडब्ल्यूसी के लिए पदें बढ़ाई गयी है।
नया रायपुर में आयोजित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 85 वें महा अधिवेशन में सतीश अग्रवाल शामिल हुए साथ ही देश के विभिन्न क्षेत्रों से पधारे नेतागणों, एवं प्यारे कार्यकर्ताओं से भेंट एवं स्वस्थ चर्चा करते हुए। हम एक मजबूत और एकजुट भारत के निर्माण के लिए एक नए संकल्प और साझा उद्देश्य के साथ नया रायपुर महाअधिवेशन का संदेश जन-जन तक पहुंचाएंगे।