बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 18 फरवरी। बस्तर में नक्सलियों द्वारा बीते 1 माह के अंदर चार भाजपा नेताओं की हत्या कर दी गई। इसे लेकर भाजपा द्वारा प्रदेशव्यापी चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन किया गया।
भाटापारा विधानसभा में उपाध्यक्ष भाजपा छत्तीसगढ़, विधायक शिवरतन शर्मा की अगुवाई में भाटापारा के बस स्टैंड चौक पर, ग्राम तरेंगा मुख्य मार्ग में एवं सिमगा में रायपुर बिलासपुर राष्ट्रीय राज्य मार्ग में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता सडक़ में बैठकर प्रदर्शन कर जाम किया गया।
इस दौरान स्कूल बस, एम्बुलेंस, और स्टेशन आने-जाने वालों को जाने दिया गया। भाजपा का चक्काजाम दोपहर दो बजे से शुरू होकर शाम चार बजे तक चला।
विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि पिछले एक महीने में भाजपा के चार नेताओं रामदार अलामी, निलकंठ काकेम, सागर साहू व बुधराम करताम की हत्या हुई है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश और बस्तर में भाजपा की गतिविधियां लगातार बढ़ी है। नक्सलियों द्वारा आरएसएस के स्वयंसेवकों व भाजपा कार्यकर्ताओं को ही चिन्हाकित कर भाजपा व संघ का काम करने से रोक रहे है, और ना मानने पर हत्या कर रहे है। शर्मा ने आरोप लगाया कि यह पूरा परिदृश्य चुनाव को प्रभावित करने के लिए छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार की साजिश का हिस्सा लग रहा है।
शिवरतन शर्मा ने कहा कि यह कोई इत्तेफाक नहीं है, सोची समझी सुनियोजित साजिश के तहत भाजपा के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है। हाल ही में पिछले 30 दिनों में भाजपा के 4 जुझारू संकल्पशील कार्यकर्ताओं की हत्या की गई है, और पूर्व में दंतेवाड़ा भाजपा विधायक भीमा मंडावी भी नक्सलियों द्वारा टार्गेट किलिंग का शिकार हो चुके हैं।
यह सीधे तौर पर राजनीतिक हत्या है और कांग्रेस की सरकार के संरक्षण में इस तरह की नृशंस हत्याएं हो रही हैं। कांग्रेस मौन है कांग्रेस यह समझ चुकी है कि अब वह सत्ता से बाहर हो रही है तो पैर उखड़ते देख कांग्रेस के हाथपैर फूल गए हैं और वह बस्तर में चुनाव जीतने के लिए रक्तपात का सहारा ले रही है।
विधायक शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जब से कांग्रेस की सरकार बनी है तब से प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति पहले ही बेहद दयनीय थी। अब प्रदेश सरकार की सह पर टार्गेट किलिंग करके डर का माहौल खड़ा किया जा रहा है। आगामी चुनावो में सर पर खड़ी हार को टालने कांग्रेस सरकार एन केन प्रकारेण हर हथकंडे अपनाने में आमादा है। यह सरकार नक्सलियों को खुला संरक्षण देने वाली सरकार है।
प्रदर्शन में राकेश तिवारी, मोहन बांधे, महाबल बघेल, सुनील यदु, आशिष जायसवाल, मनिंदर सिंह गुम्बर, केजुराम बघेल, आनंद यादव, डब्लू ठाकुर, योगेश अंनत, गोपाल देवांगन, नन्दकिशोर अग्रवाल, पुरुषोत्तम यदु, पवन वर्मा, राजा कामनानी, सुरेश मिश्रा, उमाशंकर वर्मा, गोवर्धन डहरिया, दिलीप यादव, परस देवांगन, अनिल चेलक, संजय शुक्ला, बंटी टंडन, मालिक राम बांधे, प्रमोद निषाद, रवि आडिल, चंद्रप्रकाश साहू, सतीश सोनी, हारून, आशिष पुरोहित, गोलू देवांगन, धीरज जैन, आशिष टोडर, अविनाश शर्मा, शुभम राजपूत, विजय यादव, सतीश साहू, राजू पटेल, काके थद्वानी, अजित निषाद, नंदू वैष्णव, चंद्रमणि तिवारी, डिगा साहू, सतीश तलरेजा, फागु ध्रुव, टिका साहू, दसरथ आडिल, छोटू यादव, नीरज शर्मा, गोलू अवस्थी, हेम सिंह चौहान, सचिन जैन, कमलेश साहू, मनीष मिश्रा, मनोज चौबे, हेमंत साहू, राहुल राजपूत, प्रकाश यादव, प्यारे रजक, गणेश तिवारी, यशपाल ठाकुर, शिवा यादव, नीरा साहू, आयशा खान, जयसन्त कोशले, खुमान वर्मा, जीवन वर्मा, पीलू वर्मा, सुखदेव यदु, पीयूष साहू, शिवधारी, कुमलेश, रिंकू, राजेन्द्र यादव, श्रवण ध्रुव, प्रवीण वर्मा, सुरेश वर्मा, भरत डहरिया, सूर्यकांत ताम्रकार, दिलिप कोशले, नारायण निषाद, राजा शर्मा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।