बलौदा बाजार

माता-पिता, गुरू कभी भेद नहीं करते-प्रदीप मिश्रा
04-Jan-2023 4:04 PM
माता-पिता, गुरू कभी भेद नहीं करते-प्रदीप मिश्रा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 4 जनवरी। जीवन के कठिनतम संघर्ष के मध्य अगर हमें किसी भी रूप में शिव कथामहापुराण श्रवण का अवसर प्राप्त हो रहा है, तो वह भगवान शिव के आशीर्वाद का फल है। थोड़े कष्ट, तकलीफ संभव है पर मेरे देवादिदेव महादेव की इच्छा से आप और हमको यह पुण्य प्राप्त हो रहा है। उक्त बातें अंतरास्ट्रीय कथा वाचक प. प्रदीप मिश्रा ने ग्राम कोकड़ी में जायसवाल परिवार द्वारा आयोजित शिवकथामहापुराण के द्वितीय दिवस व्यासपीठ से कही। 

पंडित प्रदीप मिश्रा ने उपस्थित अपार जनसमुदाय को संबोधित करते हुए आगे बताया कि आपके जीवन की विषम परिस्थितिया भगवान द्वारा ली जा रही परीक्षा है, जिसे आपकी निष्ठा एवं समर्पण ही पास कराएगा इसलिए भगवान शिव के प्रति अपनी श्रद्धा और कर्म अच्छी बनाये रखे। दुनिया जब देती है तो लोग पचास बार बोलते हैं पर भगवान शिव जब देते हैं, तो वो नहीं बोलते बल्कि भक्त कहता है कि भगवान शिव ने हमें दिया है। व्रत ,पूजन और सेवा का अहंकार किसी व्यक्ति को नहीं करना चाहिए, अभिमान उचित नहीं है केवल ये विचार रखिए कि जो हो रहा है। वह बाबा भोलेनाथ की कृपा का परिणाम है। 

उन्होंने कहा, हमारा कत्र्तव्य बस इतना है कि हम अपनी श्रद्धा भगवान शिव को समर्पित करें। अपनी पूजा में भगवान शिव से वैभव, धन समृद्धि, गाड़ी, बंगला के बजाय भगवान का साथ मांगिए, जब बाबा आपके साथ होंगे तो सारी चीजें स्वत: आपको प्राप्त हो जाएगी। माता-पिता, गुरू कभी भेद नहीं करते भेद की दृष्टि हमारे मन की उपज है, जिनके बच्चों को बचपन में अगरबत्ती, धूपबत्ती, एक लोटा जल पकड़ा दी जाती है तब वे बड़े होकर नशे की बोतल नहीं पकड़ते, अपने बच्चों को भगवान का ध्वज पकड़ाइए। मंदिर का रास्ता दिखाइए जिससे वे सनातन धर्म की रक्षा का संकल्प लेंगे। कथावाचक प. प्रदीप मिश्रा ने मंत्रमुग्ध होकर सुन रहे श्रद्धालुओं को शिव पुराण में वर्णित प्रसिद्ध शिव भक्तों के जीवन चरित्र,भक्ति के संबंध में कथा का वाचन किया।
 ग्राम कोकड़ी कथा स्थल के आसपास करीब तीन लाख श्रद्धालुओं का अपार जनसमूह पंडित प्रदीप मिश्रा के दर्शन एवं कथा श्रवण हेतु उपस्थित रहे। हजारों की संख्या में श्रद्धालु भोजनालय, पार्किंग, कथा स्थल पर श्रम दान एवं सेवा प्रदान करते रहे। सुबह से ही श्रद्धालुजन अपने परिवार सहित पहुँचने लगे थे। आज आयोजन समिति, पुलिस, प्रशासन एवं बाउंसर को व्यवस्था बनाने में भारी मशक्कत करना पड़ा। पंडाल के आसपास  श्रद्धालुओं, विभिन्न समाजसेवियों, समूहों द्वारा भजन कीर्तन, खाद्य पदार्थों , चाय नाश्ता का निशुल्क वितरण करते दिखाई दिए, अन्य प्रदेशों, दूरस्थ अंचलों से आए श्रद्धालुओं द्वारा आयोजन समिति द्वारा संचालित भोजनालय, यातायात, पार्किंग स्थल, बैठक व्यवस्था की खूब सराहना करते दिखाई दिए। आयोजक परिवार एवं समिति द्वारा व्यवस्था को दिन प्रतिदिन बेहतर बनाये जाने हेतु आश्वस्त श्रद्धालुओं से की है।

 


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