बलौदा बाजार

खरतोरा जर्जर पुल हादसों को दे रहा आमंत्रण
08-Aug-2022 3:42 PM
खरतोरा जर्जर पुल हादसों को दे रहा आमंत्रण

10 वर्षों से मुरूम गिट्टी डालकर की जा रही खानापूर्ति

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 8 अगस्त।
रायपुर मार्ग पर बलौदाबाजार जिला की सीमा पर स्थित खरतोरा संडी पुल पिछले कई वर्षों से लगातार जर्जर स्थिति में है, जिसकी सुध लेने वाला प्रशासन अथवा कोई भी जनप्रतिनिधि नहीं है।
पूर्व में एडीबी के तहत निर्मित मार्ग पर स्थित इस पुल की यदाकदा मरम्मत मुरूम गिट्टी डालकर ही काम चलाया जा रहा ता,  बाद में मार्ग के नेशनल हाईवे घोषित किए जाने के पश्चात इसके अलावा कई स्थानों पर मरम्मत का कार्य लगभग ठप पड़ा हुआ है। संडी पुल की मरम्मत नहीं होने के चलते  रात्रि में जान जोखिम में डालकर बाइक चालक आवागमन करने मजबूर हैं।

गौरतलब है कि करीब 10 से 12 वर्ष पूर्व एडीबी के द्वारा रायपुर बलौदाबाजार मार्ग का निर्माण कराया गया था। समय के साथ इस मार्ग पर स्थित दर्जनों पूल पुलिया कई स्थानों पर दब गए हैं। सडक़ व पुल के मध्य दबे स्थान पर वाहन अचानक ही तेजी से उछलती है जिससे वाहन चालकों के कई बार नियंत्रण खो देने के चलते अक्सर दुर्घटना घटित होती है। विशेषकर ग्राम गिर्रा के समीप नहर पर बने पुल के पहले छोटी पुलिया कनकी के समीप भी सडक़ व पुल के मध्य का जोड़ दब जाने से वाहन चालकों को जोखिम उठाना पड़ता है।

पुल व सडक़ किनारे लगे क्रश बैरियर बहरी हो रहे हैं क्षतिग्रस्त
रायपुर-बलौदाबाजार मार्ग पर संकेत मोड़ के अलावा सभी बड़े पुल पुलिया पर वाहनों को दुर्घटना से बचाने सडक़ के किनारे क्रश बैरियर लगाए गए हैं, जिसमें से कई स्थानों पर शरारती तत्वों द्वारा क्रश बैरियर के नट को खोल दिए जाने के चलते क्रश बैरियर सडक़ पर लटकने लगते हैं वहीं कई स्थानों पर यह क्षतिग्रस्त भी हो चुके हैं।

इस संबंध में बलौदाबाजार स्थित नेशनल हाईवे अथॉरिटी के एसडीओ को करीब 3 माह पूर्व भी अवगत कराया गया था, जिसके सुधार की बात उन्होंने कही थी परंतु वर्तमान में सडक़ पुल क्रश बैरियर यथास्थिति में बनी हुई है।

इसी रास्ते से रोज गुजरते हैं जनप्रतिनिधि एवं बड़े अधिकारी
यह पुल बलौदाबाजार हुआ रायपुर जिला की सीमा पर स्थित है पुल के किनारे ही ढाबा होने के चलते रात्रि के दौरान अक्सर बड़ी वाहन सडक़ के दोनों ओर खड़ी रहती है पुल पर निर्मित दर्जनों गड्ढे के बड़े वाहन किसी तरह निकल जाते हैं परंतु छोटे चार पहिया वह बाइक सवारों को अत्यधिक सावधानी पूर्वक पुल पार करना पड़ता है। मार्ग से होकर जिले के सभी प्रमुख जनप्रतिनिधि व अधिकारी प्रतिदिन आवागमन करते हैं, परंतु किसी ने भी खतौरा संधि पूर्ण के स्थाई मरम्मत की ओर ध्यान नहीं दिया, जिसके चलते अक्सर मिट्टी या मुरूम गड्ढे में भरकर काम चलाया जाता है।
 


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