बलौदा बाजार

सिलेंडर के दाम बढ़े अब 1150 में मिल रहा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 27 जुलाई। लोगों को अब मिट्टी तेल से चूल्हा जलाना भी महंगा पड़ेगा। मिट्टी तेल का उपयोग किया तो जेब पर आग लग सकती है कारण यह है कि अब इससे ज्यादा महंगा मिट्टी तेल 100 प्रति लीटर हो चुका है वहीं घरेलू गैस सिलेंडर के दामों में पहले ही आग भडक़ चुकी है।
वर्तमान में घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत 1150 रुपए हो चुकी है उचित मूल्य की सरकारी राशन पीडीएस की दुकानों में गरीबों को मिलने वाला मिट्टी तेल की कीमत आसमान छूने लगी है वर्तमान में पीडीएस का मिट्टी तेल डीजल से महंगा होकर गरीबों के बजट एवं पहुंच से दूर हो चुका है जबकि अभी इसके दाम में और उछाल आने की संभावना व्यक्त की जा रही है। पहले इसकी कीमत 80 प्रति लीटर रुपए थी जो बढक़र 100 प्रति लीटर हो चुकी है गैस सिलेंडर के दाम में पहले से आग सरकार ने पर्यावरण प्रदूषण को ध्यान में रखकर गरीबों को उज्जवला योजना के तहत गैस सिलेंडर का वितरण किया था लेकिन जहां गैस सिलेंडर 1150 रुपए मिल रहा है। मिट्टी तेल के उपयोग में चूल्हा जलाकर भोजन बनाना भी अब सस्ता और आसान नहीं है गैस सिलेंडर को या केरोसिन का उपयोग अब गरीबों को मिलने वाले सस्ते राशन का पकाना महंगा हो गया है
डिमांड भी कम हो रही है
शहरी क्षेत्र की दुकानों में यह 100 लीटर में बेचा जा रहा है वहीं ग्रामीण इलाकों में मिट्टी तेल पहुंचाने में लगने वाले ट्रांसपोर्टेशन चार्ज के कारण यह और महंगा बिक रहा है इसकी बढ़ती कीमत को देखते गरीब वर्ग के लोग इसके लेने नहीं पहुंच रहे हैं जिन दुकानों में 400 लीटर मिट्टी तेल पहुंचता है वहां से केवल 100 लीटर तक ही इसका विक्रय किया जा रहा है।
ब्लैक मार्केटिंग को लगाम
मिट्टी तेल की ब्लैक मार्केटिंग को रोकने सरकार ने कीमत बढ़ाई है ऐसा तर्क दिया जा रहा है। जब डीजल का दाम बढ़ा तो मिट्टी तेल का दाम कम था, ऐसे में डीजल की जगह भरपाई करने मिट्टी तेल की खपत और वाहनों में उपयोग बढ़ गया था ऐसे में सरकार अब पेट्रोल-डीजल की तरह केरोसिन का दाम भी बढ़ा रही है लेकिन गरीबों पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है।