बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 18 जुलाई। बलौदाबाजार विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत गिंदोला के आश्रित ग्राम धौराभाठा के प्राथमिक शाला भवन पूरी तरह से जर्जर अवस्था में है। विद्यालय को बने लगभग 30 वर्ष हो चुका है। दीवारों पर जगह-जगह दरारें पड़ गए हैं व छत से पानी टपक रहा है।
भवन पुराना होने के कारण छत भी नीचे की ओर बैठ गया है व कमरे के अंदर छत से प्लास्टर भी गिर रहा है, जिससे पानी का रिसाव हो रहा है। भविष्य में कभी भी दुर्घटना होने की आशंका बनी हुई है। अतिरिक्त भवन नहीं होने के कारण शिक्षक भी बच्चों को जर्जर भवन में पढ़ाने को मजबूर है।
जर्जर भवन की स्थिति को अवगत, नए प्राथमिक शाला भवन व अहाता के मांग के संबंध में गिंदोला के सरपंच घनाराम पटेल ने 17 जून 2021 को जिला शिक्षा अधिकारी बलौदाबाजार को ग्राम पंचायत के लेटर के माध्यम से सूचना दी थी, लेकिन आज एक वर्ष से अधिक समय होने जा रहा है। न नए भवन की स्वीकृत हुई और न ही शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ग्राम धौराभाठा के जर्जर स्कूल भवन की स्थिति का जायजा लेने पहुंचे।
ग्राम धौराभाठा के भागीरथी पैकरा, इंद्र कुमार पटेल, विष्णु पटेल, खेदिया बाई पटेल, सोनीत कुमार पटेल, बाल्मिकी पटेल, नीर दास मानिकपुरी, यशोदा पैकरा, हेम लाल पैकरा, मंगलू पटेल, उत्तम पटेल, शारदा पैकरा सहित अन्य ग्रामवासियों का कहना है कि जिस प्रकार छत्तीसगढ़ सरकार नरवा गरवा घुरुवा बाड़ी में ध्यान दे रही है अगर ऐसे ही ध्यान शिक्षा के क्षेत्र में देती तो आज हमारे गांव के स्कूल की ऐसी स्थिति न होती और न ही हमारे बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ता।
शासन प्रशासन से अनुरोध है कि शिक्षा के क्षेत्र को अनदेखा न करे। उक्त परिस्थिति को संज्ञान में ले और नए स्कूल भवन के लिए आवश्यक कार्रवाई करें।
इस संबंध में अशोक वर्मा, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बलौदाबाजार का कहना है कि अत्यधिक जर्जर भवन में बच्चों को बैठाने के निर्देश तो नहीं हैं। नई बिल्डिंग के लिए प्रस्ताव ऊपर भेजे होंगे। राशि स्वीकृत होने पर नया भवन बनाया जाएगा। वर्तमान में भवन की स्थिति को देखकर आगे निर्णय लिया जाएगा।