बलौदा बाजार

किसानों को रबी फसल की चिंता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 29 अप्रैल। बलौदाबाजार वन मंडल के उप वन मंडल कसडोल के जंगलों में 2 सप्ताह से हाथियों की दस्तक ने ग्रामीणों की चिंता बढ़ा दी है।
रबी फसल धान में बालियां निकल रही है। फसल पकने की स्थिति में है। ऐसी स्थिति में हाथियों की दस्तक ने किसानों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। किसान न तो दिन में खेतों की रखवाली कर सकता है और न ही रात को मचान बनाकर वन्य प्राणियों, हाथियों से सुरक्षा कर पा रहे हैं। यह सिलसिला पिछले 4-5 वर्षों से बना हुआ है। कड़ी मशक्कत से तैयार रबी फसल भगवान भरोसे रह गया है ।
वनोपज संकलन में होगी समस्या
कसडोल उप वनमंडल क्षेत्र में कसडोल तहसील क्षेत्र के कुल 229 ग्रामों में से करीब 60 गांव वन्य प्राणियों से प्रभावित है। अभी महुआ फूल संकलन जोरों से चल रहा है, जो हाथियों के अचानक दस्तक से 15 दिनों से खासा प्रभावित हो गया है। वनवासी ग्रामीण जंगल के भीतरी भागों में पहुंच कर महुआ फूल संकलन करते हैं, जो हाथियों के दस्तक से पूरी तरह थम सा गया है।
इसी तरह मई के प्रथम सप्ताह से तेंदूपत्ता संकलन शुरू होने वाला है, जिसकी ठेकेदारों मैनेजर मुंशियों द्वारा पूरी तैयारी कर ली गई है, किंतु हाथियों के भय से तेंदूपत्ता संकलन खासा प्रभावित होने वाला है। जिससे वनवासियों की आर्थिक क्षति संभावित है।
हाथियों से दहशत
कसडोल क्षेत्र बलौदाबाजार वन मंडल का सघन वन क्षेत्र है। वन अभ्यारण्य परिक्षेत्र बार नवापारा कोठारी कई वर्षों से हाथियों के स्थाई आवास का संरक्षित क्षेत्र बना हुआ है। उक्त परिक्षेत्र के चारों तरफ वन विकास निगम परिक्षेत्र रवान, लवन, देवपुर सोनाखान अर्जुनी तथा बिलाईगढ़ आपस में सटा हुआ है। यही वजह है कि हाथियों की दस्तक किधर होगी, यह वन अधिकारियों को घटित होने के बाद ही पता चलता है ।
मिली जानकारी के अनुसार 25 अप्रैल को रवान परिक्षेत्र में एक व्यक्ति को हाथी ने कुचल कर मार डाला। इसके पूर्व ग्राम पकरीद में 3 दंतैलों के दल को 17 अप्रैल को देखा गया है। ग्रामीणों का कहना है कि अभी भी 1 दंतैल गिधपुरी पकरीद के खेतों के समीप देखा जा रहा है। जिससे क्षेत्र में दहशत है।