बलौदा बाजार
मुस्कान भी हंगरी पहुंचकर सुरक्षित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 4 मार्च। करीब तीन-चार दिनों की जद्दोजहद एवं यूक्रेन में व्याप्त तनाव के बीच नगर की छात्रा पूर्वी नेताम की बुधवार देर रात सकुशल घर वापसी से माता-पिता परिजनों व नगर वासियों ने चैन की सांस ली।
गुरुवार की सुबह से ही लोग पूर्वी और उनके माता-पिता से मिलकर कुशल क्षेम पछते रहे वहीं राहत भरी खबर है कि अन्य छात्र मुस्कान भी हंगरी की राजधानी बुडापोस्ट पहुंच चुकी है संभवत: आगामी 24 घंटे के दौरान भी भी अपने घर पहुंच जाएगी।
दिल्ली में वतन की जमीन पर पैर रखा तो लगा अब अपना घर दूर नहीं है सब के माता-पिता लेने पहुंचे। हंगरी के वुडापोस्ट पर सभी भारतीय छात्र छात्राओं की आंखें भारतीय फ्लाइट को देखने को तरस रही थी, कुछ घंटे बाद हमारी फ्लाइट पहुंच गई फिर एयरपोर्ट पर फ्लाइट पहुंचते ही कुछ मिनटों में फ्लाइट में बैठ गए और एयरपोर्ट से फ्लाइट ने उड़ान भरी तो सबकी जान में जान आई इसके कुछ घंटों के बाद फ्लाइट जैसे ही दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड हुई और अपने वतन की जमीन पर पर रखा तब उसको एहसास हुआ कि अब घर दूर नहीं है। पूर्वी ने बताया कि जब वह और उसके दोस्त एयरपोर्ट से बाहर निकल ले तो देखा कि सबके माता-पिता एयरपोर्ट के बाहर खड़े थे माता-पिता को देख कर खुद को रोक नहीं पाई और उसने लिपट कर बहुत रोई।
यूक्रेन बॉर्डर पर रूसी जहाज बम बरसा रहे थे, सैनिकों ने लाइट बंद कर चेतावनी दी कि किसी ने आवाज की तो गोली मार देंगे लगा अब जिंदगी नहीं लौटूंंगी पूर्वी नेताम ने बताया कि हम लोग भले ही पश्चिम यूक्रेन के हुजूरत शहर में थे, लेकिन वहां भी डर कम नहीं था। अपडेट यह मिल रहा था कि रूस के 50 हजार सैनिकों ने की को घेर लिया है सेना कभी भी पश्चिमी बॉर्डर को भी गिर सकती है 27 फरवरी को वह उचित से सुबह 4 बजे से जब निकले तो हर तरफ भगदड़ का माहौल था। सडक़ों पर जाम लगा था हुजूर से हंगरी का 4 घंटे का रास्ता तय करने में 28 घंटे लग गए भूख प्यास से बुरा हाल था पूर्वी ने बताया कि सोमवार की रात 11 बजे जब यूक्रेन बॉर्डर पर हमारी बस पहुंची तो अलर्ट सायरन बजा और यूक्रेन के सैनिकों ने चेतावनी जारी की की हवाई हमले से भीषण त्रासदी जैसी स्थितियां पैदा हो सकती हैं जो यहां है वही रहे वाहनों के साथ सभी लाइट भी बंद करवा दी और यह भी कहा गया कि कोई भी अगर आवाज करेगा तो उसे शूट कर दिया जाएगा दहशत और अंधेरे के बीच 2 घंटे सांस रोककर हम आसमान में मंडरा रहे रशिया के विमानों को देखते रहे तब पहली बार लगा कि अब कभी जिंदा अपने घर नहीं लौट पाऊंगी मगर 2 घंटे आसमान में उडऩे के बाद रशिया के जेट जब बिना बम गिराए चले गए तब वहां फंसे सभी लोगों की जान में जान आई।
बसों में इजराइल नाइजीरिया और अरब देशों के छात्र भी अपनी जान बचाने भारत का ही तिरंगा हाथ में लिए हुए थे
पूर्वी ने बताया कि पल-पल सोशल मीडिया पर आ रहे संदेश डरा रहे थे गोलियों से छलनी वाहनों की तस्वीरें बार-बार निकलकर भागने को उकसा रही थी लेकिन बम धमाकों की गूंज से हिम्मत जवाब दे रही थी जब जून के कुछ भारतीय छात्र सोशल मीडिया में जानकारी साझा कर रहे थे कि रूसी सैनिक भारतीय तिरंगा देखकर गोलीबारी रोक रहे हैं और सुरक्षित जाने दे रहे हैं वहां एंबेसी ने भी भारतीय छात्रों के लिए एडवाइजरी जारी की थी कि कोई भी यूक्रेनियन या एशियन सैनिक उन्हें गन पाइंट पर ले तो उन्हें बता दो कि हम भारत से हैं पूर्वी ने बताया कि यूक्रेन में भारतीय तिरंगा सुरक्षा की गारंटी बना है हमारे साथ बसों में बैठे इजराइल नाइजीरिया तथा अन्य अरब देशों के छात्र भी अपने देश के बजाय भारत का ही तिरंगा हाथ में लिए हुए थे।
अपना देश हमारी मदद नहीं कर पा रहा तो हम क्यों करें
रूस और यूक्रेन युद्ध को लेकर भारत के स्टैंड के कारण यूक्रेन में कई जगह भारतीय छात्रों को भी परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है यूक्रेन में ही फंसी पूर्वी की दोस्त अपूर्व मिश्रा ने बताया कि एंबेसी ने हमें बिना इंंफर्म किए ही पोलैंड के बॉर्डर पर भेज दिया वहां पहुंचने पर पोलैंड के अधिकारियों ने कहा कि हम बिना वीजा के जाने नहीं दे सकते हमने जब मानवीय आधार पर मदद की अपील की तो हमें यह कह दिया गया कि आपका देश भी तो हमारी मदद नहीं कर रहा है तो हम क्यों करें जबकि वहां अन्य देशों के छात्रों को भी वीजा के जाने दिया जा रहा था।
मुस्कान रूबी हंगरी पहुंच गई 5 दिन बाद 400 छात्रों ने नहा कर कपड़े धोए और खाना भी खाया
इधर बलौबाजार की ही मुस्कान भी यूक्रेन से सुरक्षित निकालकर हंगरी पहुंच गई है मुस्कान के पिता वाल्मीकि ध्रुव का कहना है कि बिटिया सुरक्षित जोन में है उम्मीद है उसे वह उसके साथियों को शुक्रवार शाम तक भारत के लिए फ्लाइट मिल जाएगी उन्होंने बताया कि हंगरी में उसे एक होटल में करीब 400 बच्चों के साथ रुकवाया गया है जहां खाने-पीने की पूरी व्यवस्था है अलबत्ता खाने मे मीट दे रहे जो मुस्कान को पसंद नहीं वह ब्रेड व फल ले रही है उसके पिता को बताया कि 5 दिनों से ना तो किसी ने नहाया था ना किसी ने खाया था और ना सो पाए हंगरी पहुंचकर होटल में पहली भरपूर नहाया और कपड़े भी धोए।



