बलौदा बाजार

बलौदाबाजार, 4 फरवरी । बलौदाबाजार समर्थन मूल्य पर धान खरीदी अब अंतिम चरण में है, इस कारण खरीदी भी तेज हो गई है, लेकिन उठाव धीमी होने से किसान समेत केंद्र प्रभारी भी परेशान हैं। उल्लेखनीय है कि मात्र चार दिनों बाद समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी बंद हो जाएगी। लेकिन, इन दिनों केंद्रों में धान से भरे बोरे जाम पड़े हैं। परिवहन नहीं होने के कारण कई समितियों में धान भंडारण का अंबार लगा है। किसानों के धान रखने के लिए फड़ में जगह नहीं बची है। कई बार तो जगह को लेकर किसानों और कर्मचारियों के बीच बहस भी हो जाती है।
समिति प्रबंधक कुसमी रामनाथ साहू, जितेन्द्र पटेल, गिर्रा डोमार साहू, कोदवा रामेश्वर साहू, ओड़ान राधेश्याम सेन, बोहारडीह मनहरण साहू ने बताया कि परिवहन नहीं होने से धान जाम पड़ा हुआ है। धान खरीदी केंद्रों पर धान जाम होने के कारण आगे खरीदी करने केंद्र प्रभारी दिक्कत में हैं। इन धान खरीदी केंद्रों में अब नए किसानों के धान को रखने के लिए जगह तक नहीं बचे हैं। पलारी विकासखंड अंतर्गत समितियों के धान खरीदी केंद्रों में धान का उठाव नहीं हो पाया है। समय पर धान का उठाव नहीं होने पर बड़े पैमाने पर सूखत से नुकसान का डर सता रहा है।
धान संग्रहण केंद्रों में इन दिनों बारदाने की कमी बिल्कुल भी नहीं है। सग्रहण केंदों से मिलर को दिए जाने वाले धन के बारदाना में से 60 प्रतिशत खाली बारदाना हो चुका है। प्रशासन ने धान खरीदी में बारदाने के लिए धान खरीदी प्रभावित न हो इसके लिए व्यवस्था की थी। किंतु मिलर्स द्वारा 60 प्रतिशत बारदानों की वापसी में ज्यादातर बारदाना कटे फटे भेज रहे हैं। जिससे खरीदी केंद्रों में सड़े गड़े बारदानों का अंबार लग गया है। इसका भुगतान समिति को प्रति बारदाना 28 रुपये की दर से करना है। सड़े, फटे व अनुपयोगी बरदानों का भुगतान समिति के मत्थे पड़ गया है, जिससे समिति को आर्थिक क्षति पहुंचेगी।