बलौदा बाजार

40 घंटे बाद मिला युवक का शव
09-Jan-2022 4:27 PM
40 घंटे बाद मिला युवक का शव

रेलवे ब्रिज में घूमने निकले थे, दो ट्रेन से कटे, एक नदी में कूदा था

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 9 जनवरी।
बलौदाबाजार में रेलवे ट्रैक से शिवनाथ नदी में गिरे युवक बेमा नगोई गांव निवासी सुरेश उर्फ लल्लू साहू (27) का शव शनिवार को 40 घंटे बाद मिल गया है। पुलिस ने उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। युवक अपने 7 अन्य दोस्तों के साथ गुड़ाघाट रेलवे ट्रैक पर घूमने के लिए गया था।

इस दौरान ट्रेन आने से दो दोस्तों की कट कर मौत हो गई थी। जबकि 4 अन्य दोस्तों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई थी। शिवनाथ नदी में डूबे सुरेश की तलाश के लिए भाटापारा ग्रामीण थाना पुलिस के साथ ही नगर सेना, गोताखोर और ग्रामीण रेस्क्यू गुरुवार रात करीब 1 बजे से अभियान चला रहे थे। बताया जा रहा है कि जिस जगह पर घटना हुई, वहां नदी काफी गहरी है। इसके चलते टीम को मशक्कत करनी पड़ रही थी। काफी कोशिशों के बाद भी जब सुरेश का पता नहीं चला तो शनिवार को रायपुर और बलौदाबाजार से एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई।

किराना व्यापारी था सुरेश, 4 साल और 6 माह की बच्चियां हैं
इसके बाद से दोनों टीमें संयुक्त रूप से सर्चिंग ऑपरेशन चला रही थीं। दोपहर में सुरेश का शव टीम को मिल गया। सुरेश किराना व्यापारी था। उसकी 4 साल और 6 माह की दो बेटियां हैं। शव मिलने के बाद से परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है। घटना स्थल पर भाई शिवम साहू अपने भाई के जीवित मिलने की आस लगाए दो दिन से बैठा हुआ था, लेकिन शव मिलने के साथ वह भी टूट गई।

छठी कार्यक्रम में आए दोस्त घूमने के लिए निकले थे
दरअसल, दगौरी गांव निवासी श्रवण साहू (35) पुत्र डेरा राम, बिलासपुर के बहतराई निवासी दसरू साहू (40) पुत्र समारू साहू, बिलासपुर के बेमा नगोई गांव निवासी सुरेश उर्फ लल्लू साहू (35), नितेश मरावी, पुरुषोत्तम साहू, रमेश साहू और धर्मेद्र साहू एक छठी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दगौरी गांव में सूरज साहू के घर आए हुए थे। हादसा भाटापारा के ग्रामीण थाना क्षेत्र के गुड़ाघाट रेलवे ट्रैक पर हुआ था। यह इलाका बिल्हा और भाटापारा बार्डर पर है।

पुल पर जगह नहीं होने से बचने का मौका नहीं मिला
सभी गुरुवार शाम करीब 6 बजे घूमने के लिए निकले। वे शिवनाथ नदी पर बने रेलवे पुल पर पहुंच गए। वहां से घूमते हुए सभी आगे तक निकल गए। इस दौरान नितेश मरावी, पुरुषोत्तम साहू, रमेश साहू और धर्मेद्र साहू वहां से लौटने लगे। तभी बिलासपुर की ओर जा रही कोविड स्पेशल ट्रेन ट्रैक पर आ गई। यह देख चारों ने बाहर की ओर कूद कर जान बचाई, लेकिन पुल पर जगह नहीं होने के कारण श्रवण साहू और दसरू साहू ट्रेन की चपेट में आ गए थे।
 


अन्य पोस्ट