बलौदा बाजार

समिति और बैंक के चक्कर काट रहे किसान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 8 जनवरी। घोटिया क्षेत्र के ऐसे सैकड़ों किसान हैं जो 10 दिसंबर को समर्थन मूल्य में धान बेचे हैं जिनके खाते में अभी तक भुगतान की राशि नहीं आई है। जिम्मेदार अधिकारी भी स्पष्ट जवाब नहीं दे पा रहे हैं।
कभी वो तकनीकी खामी बताते हैं तो कभी भुगतान की राशि मुंबई में सॉफ्टवेयर की समस्या बता रहे हैं। किसानों को धान बेचने के बाद भुगतान के लिए समिति और बैंक के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। माह भर से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन किसानों के खाते में बिक्री रकम अब तक नहीं पहुंची है।
किसानों और समितियों के मुताबिक जिले में विगत आठ, नौ व 10 दिसंबर को धान बेचने वाले किसानों में से अधिकांश किसानों के खाते में बिक्री रकम अब तक नहीं पहुंच पाई है। इसकी वजह से किसान भुगतान की जानकारी के लिए समिति और बैंक के चक्कर काट रहे हैं।
इधर, समिति भी किसानों को कोई जवाब नहीं दे पा रही है जिससे किसानों की परेशानी बढ़ गई है। समिति भी यही बता रही है कि उक्त तिथियों में धान बेचने वाले अधिकांश किसानों के खाते में राशि नहीं पहुंची है। इसके लिए वे उनके पास पहुंच रहे हैं।
बिजली बिल के लिए पैसा नहीं
पलारी के किसान लीलाधर साहू ने बताया कि मैं 60 कट्टा धान बेचा हूं, मेरा 4500 रुपये का बिजली बिल आया है। विभाग बार बार लाइन काटने की धमकी दे रहा है। लेकिन धन का भुगतान नहीं आने से मैं बिल की राशि पटाने में असमर्थ हूं। इसी तरह ग्राम नगपुरा से राजेश बंजारे, पलारी के तिहारु कन्नाौजे आदि भी बैंकों में रोज आकर भटक रहे हैं।