बलौदा बाजार

ग्रेडिंग के आधार पर अधोसंरचना के लिए राशि मिलती
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदा, 7 जनवरी। पांच वर्षो में एक बार नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रीडिटेशन काउंसिल (नैक) की टीम राष्ट्रीय स्तर पर कॉलेजों की ग्रेडिंग कराना अनिवार्य किया है, ग्रेडिंग के आधार पर अधोसंरचना के लिए राशि मिलती है।
फरवरी माह में आने वाली है नैक की टीम निरीक्षण मेंं कॉलेज की ग्रेडिंग की जाएगी तय। कालेज स्थापना के बाद पहली बार नैक की टीम आ रही है। शासकीय नवीन कॉलेज बलौदा को ग्रेडिंग देने के लिए अब तक नेक टीम का इंतजार हो रहा है, क्योंकि ग्रेडिंग मिलने के बाद ही फंड आएगा। फंड से कॉलेज की विभिन्न समस्याओं का निराकरणऔर विकास किया जाएगा।
प्रबंधन ने नेक की ग्रेडिंग प्राप्त करने के लिए अपनी तैयारी में लगी हुई है। नेशनल एक्रेडिटेशन एंड एसेसमेंट काउंसिल टीम बैंगलोर से फरवरी महीने में निरीक्षण के लिए पहुंचेगी। इस वजह से तय नहीं हो पाया है कि कॉलेज कौन से ग्रेड की श्रेणी में आ रहा है।
2008 से संचालित
सन 2008 अगस्त से बलौदा में शासकीय कॉलेज संचालित हो रही है। जहां शहर सहित आसपास 30 गांव के विद्यार्थी उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए पहुंचते है।
यूजीसी के अंतर्गत कॉलेजों को विकसित करने फंड उपलब्ध कराए जाते हैं। इसके लिए पहले कॉलेजों का विभिन्न मापदंडों पर मूल्यांकन कराना होता है। जानकारी के अनुसार यूजीसी की ओर से नेक मूल्यांकन कराकर ग्रेडिंग हासिल की जाती है। नेक की ए ग्रेडिंग मिलने पर लगभग 1 करोड़ का फंड प्राप्त होता है। बी ग्रेड में 1 करोड़ से कम व सी ग्रेड मिलने पर 50 लाख तक के फंड यूजीसी से उपलब्ध कराए जाते है। जिससे कालेजो में विकास के काम किए जाते है।
नहीं दुरुस्त हो पाई व्यवस्था
कालेज वास्तविक स्थिति कुछ और ही दिख रही है। कॉलेज में पेयजल, सर्वसुविधायुक्त लाइब्रेरी, प्रयोगशाला व मूलभूत सुविधाओं का अभाव बना हुआ है। कालेज प्रबंधन और छात्रसंघ पदाधिकारी पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए ज्ञापन सौंप रहे है। लेकिन अब तक आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिल पाया है।
पर्याप्त सुविधाएं दिखाएंगे तभी मिलेगा अच्छा ग्रेड
जब कालेज में पर्याप्त सुविधाएं रहेगी, तभी अच्छा ग्रेड मिलेगा। नेक की टीम शासकीय कालेज पहुचेंगी तो विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। नेक टीम को कालेज में बिजली, पेयजल, लाइब्रेरी, प्रयोगशालाएं, खेल मैदान व परिसर, गार्डन पार्किंग जैसे मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था कराई जा रही है।इसके अलावा कॉलेज में उच्च प्रशिक्षित टीचिंग स्टाफ, उच्च शिक्षा परिषद का गठन, खेल मैदान, दर्ज संख्या के अनुपात में पर्याप्त प्राध्यापक व कैंटीन जैसी सुविधा दिखाना होगा।
अनिवार्य है नेक की ग्रेडिंग
यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) ने सभी कॉलेजों को नेक की ग्रेडिंग प्राप्त करना अनिवार्य कर दिया है। नेक ग्रेडिंग प्राप्त करने वाली संस्थाओं को कॉलेज में छात्र-छात्राओं की संख्या के अनुरूप पर्याप्त सुविधाएं के साथ बेस्ट मैनेजमेंट दर्शानी होती है।
प्रोफेसर शशिकांत राठौर नैक टीम कोऑर्डिनेटर नवीन कालेज बलौदा ने बताया कि हमारे तरफ से तैयारियां पूरी हो चुकी है शासन के विभिन्न विभागों पी डब्ब्ल्यू डी, पी एच ई के सहयोग से रंगरोगन, पेयजल व्यवस्थाओं की तैयारी करायी गई है।
नैक की टीम फरवरी में आने से पहले उच्च शिक्षा विभाग की ओर से एक निरीक्षण के लिए 21 जनवरी को मॉक ड्रील की टीम आएगी जो नैक टीम के जैसे ही निरीक्षण करेंगे, किसी प्रकार कमी दिखने पर उसे पूरा किया जाएगा।
ग्रेडिंग पाने कई चुनौतिया
भले ही कालेज प्रबंधन अपने स्तर पर कार्रवाई पूरी होने की बात कह रहे है, लेकिन कॉलेज को नेक की ग्रेडिंग प्राप्त करने के लिए चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि कॉलेज में पर्याप्त सुविधाएं नहीं है।
कॉलेज को सर्वप्रथम सुविधा उपलब्द करानी होगी। वर्तमान सेटअप के अनुसार से और क्लास के लिए नई बिल्डिंग, प्राध्यापकों की कमी, पेयजल हेतु अतिरिक्त बोर, आटोडोरियम, और बिजली की समस्याएं है।