बलौदा बाजार

लावारिश मवेशियों के साथ पहुंचे नपं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 7 सितंबर। नगर भटगांव में रोका-छेका कार्यक्रम संचालित नहीं होने से फसल बर्बादी से आक्रोशित होकर किसान लावारिस मवेशियों के साथ सैकड़ों की तादाद में नगर पंचायत को घेरने पहुंचे, जहां सीएमओ नहीं मिले। बाद में तहसीलदार भटगांव पहुंचे और समाधान का आश्वासन देकर किसानों को शांत किया।
छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ने 1 जुलाई के पूर्व प्रदेश के पंचायत एवं नगरीय प्रशासन को रोका-छेका सुनियोजित ढंग से संचालित करने का निर्देश जारी किया है। किंतु नगर पंचायत भटगांव में न तो कांजी हाउस और न ही गौठान के माध्यम रोका छेका संचालित हुआ है।
बताया गया है कि इस संबंध में पार्षदों गणमान्य नागरिकों सहित किसानों द्वारा अनेको बार सीएमओ को अवगत कराया है, किंतु कोरा आश्वासन के समस्या का समाधान नहीं किया गया है। जिससे आक्रोशित होकर मवेशियों सहित नगर पंचायत का घेराव किया गया।
इसकी सूचना मिलने पर तहसीलदार घटना स्थल पहुंचे। जिनसे किसानों ने सीएमओ को तत्काल हटाने की मांग की है।
किसानों का कहना है कि इसकी निष्क्रियता और अपेक्षापूर्ण रवैया से फसल नुकसान हो रहा है। नगर प्रशासन न तो रोका-छेका का स्थान बनाया है और न ही चरवाहा का व्यवस्था किया है। जिसके कारण मवेशी फसल को नुकसान कर रहे है। मुख्य सडक़ों को रात विश्राम का अड्डा बना लिया है, जिससे भारी वाहन के चपेट में मृतु हो रही है।
किसानों ने तहसीलदार को कहा है कि दो दिन के अंदर रोका छेका संचालित हो अन्यथा पूरे नगरवासी तथा किसान चक्का जाम करनें बाध्य होंगे। साथ ही सीएमओ की निष्क्रियता के कारण प्रतीक्षालय बस स्टैंड खंडहर होता चला जा रहा है। नगर में विकास कार्य ठप्प हैं। विरोध-प्रदर्शन में हरता राम सायतोड़े विक्रम कुर्रे राजकुमार सोनवानी सहित सैकड़ों किसान मौजूद थे।