राष्ट्रीय
मथुरा, 18 अप्रैल मथुरा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार के तौर पर तीसरी बार लोकसभा चुनाव लड़ रही अभिनेत्री एवं नेता हेमा मालिनी ने बुधवार को कहा कि वह खुद को भगवान कृष्ण की 'गोपी' मानती हैं।
मथुरा की सांसद ने संवाददाताओं से कहा, "मैं राजनीति में नाम और प्रसिद्धि या किसी तरह का फायदा उठाने के लिए नहीं आई हूं।"
हेमा मालिनी ने खुद को कृष्ण की गोपी बताया और कहा कि चूंकि भगवान कृष्ण बृजवासियों से प्यार करते हैं, इसलिए उन्होंने सोचा कि अगर वह ईमानदारी से उनकी सेवा करेंगी तो ही वह उन पर अपना आशीर्वाद बरसाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इसी भाव से बृजवासियों की सेवा कर रही हूं।’’
उन्होंने मथुरा से तीसरी बार बृजवासियों की सेवा करने का मौका देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि बदहाल स्थिति में पड़े 'ब्रज 84 कोस परिक्रमा' मार्ग का विकास उनकी पहली प्राथमिकता होगी।
हेमा मालिनी ने कहा, "ब्रज 84 कोस परिक्रमा को पर्यटकों के लिए सुखदायक और आकर्षक बनाने का प्रयास किया जाएगा।"
उन्होंने कहा कि केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने काफी उदारता दिखाते हुए उनके अनुरोध पर विचार किया और उन्होंने ब्रज 84 कोस परिक्रमा के नवीनीकरण के लिए 5,000 करोड़ रुपये मंजूर किए।
उन्होंने कहा "चूंकि इसके लिए डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) 11,000 करोड़ रुपये की तैयार की गई है, मैं आदर्श बुनियादी ढांचे के लिए शेष राशि स्वीकृत करवाऊंगी ताकि तीर्थयात्रियों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हों और अंतरराष्ट्रीय पर्यटक यहां आकर मंत्रमुग्ध हो जाएं।''
उन्होंने कहा कि पर्यटन स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के द्वार खोलेगा।
उन्होंने बताया कि उनकी दूसरी प्राथमिकता यमुना नदी की सफाई की दिशा में काम करना होगी।
हेमा मालिनी ने दावा किया कि नमामि गंगे परियोजना शुरू होने से पहले ही उन्होंने गंगा और यमुना नदियों के प्रदूषण को लेकर संसद में सवाल उठाया था।
उन्होंने कहा कि जब से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने नमामि गंगे परियोजना में रुचि ली है, तब से प्रयागराज में गंगा का पानी साफ और प्रदूषण मुक्त हो गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने यमुना नदी की प्रदूषण समस्या को हल करने में रुचि नहीं ली जिससे पवित्र नदी मथुरा में प्रदूषित बनी हुई है।
हेमा मालिनी के अनुसार दिल्ली और हरियाणा में यमुना की सफाई के बिना मथुरा में स्वच्छ यमुना का सपना हकीकत में नहीं बदला जा सकता।
हेमा मालिनी ने कहा कि वर्तमान में यमुनोत्री के पानी का उपयोग दिल्ली और हरियाणा द्वारा किया जाता है और दोनों राज्यों के नालों का पानी यमुना में छोड़ा जाता है, उन्होंने कहा कि वह स्वच्छ यमुना के लिए हरसंभव प्रयास करेंगी।
मुख्यमंत्री योगी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि जब उनका (योगी) ध्यान मथुरा के विकास की आवश्यकता की ओर आकर्षित किया गया तो उन्होंने उनके कहने पर यूपी ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन किया। इसमें वृन्दावन में संत ग्राम (संतों के लिए एक गाँव), कुंडों का जीर्णोद्धार, रसखान समाधि, परसौली में सूर (सूरदास) की साधना स्थली और गोवर्धन परिक्रमा मार्ग का विकास करना शामिल है।
उन्होंने कहा कि रसखान समाधि, सुर साधना स्थली और गोवर्धन परिक्रमा के जीर्णोद्धार समेत कई काम पूरे हो चुके हैं।
उन्होंने बताया कि अन्य परियोजनाओं पर काम जारी है, लेकिन अतिक्रमण के कारण इसकी गति धीमी है।
हेमा मालिनी ने उनके अनुरोध पर वृन्दावन, बरसाना, नंदगांव, गोवर्धन, गोकुल, मथुरा और बलदेव को 'तीर्थ स्थल' घोषित करने के लिए भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ को धन्यवाद दिया। (भाषा)
गोरखपुर, 18 अप्रैल । गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को गोरखनाथ मंदिर में श्री हनुमत प्राण प्रतिष्ठा एवं रुद्र महायज्ञ का विधि विधान से शुभारंभ किया। प्रभु हनुमान की नव्य मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा 21 अप्रैल को होगी जबकि रुद्र महायज्ञ की पूर्णाहुति 22 अप्रैल को होगी।
इस दौरान आज से पूर्णाहुति तक विविध प्रकार के पूजन, अधिवास व अनुष्ठान के कार्यक्रम चलते रहेंगे। 18 अप्रैल, गुरुवार से 22 अप्रैल तक होने वाले रुद्र महायज्ञ का शुभारंभ गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य दरवाजे पर पूजन करते हुए मंडप में प्रवेश किया।
इसके बाद वैदिक मंत्र उच्चारण के बीच वेदी का पूजन हुआ।
हनुमत प्राण प्रतिष्ठा 22 अप्रैल को देवालय में की जाएगी। यज्ञ गुरुवार शाम से ही शुरू हो जाएगा।
इसके पहले गाजे बाजे के साथ गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ की अगुवाई में बड़ी संख्या में महिलाओं ने पूजन के बीच भीम सरोवर से यज्ञ कलश में जल भरा।
भीम सरोवर की परिक्रमा करने के बाद कलश यात्रा यज्ञशाला पहुंची जहां विभिन्न स्थलों पर यज्ञ कलश को विराजमान करवाया गया। यहां से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमान संभालते हुए मुख्य दरवाजे पर पूजा अर्चना के बाद यज्ञशाला के मंडप में प्रवेश किया।
प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान में आज पंचांग पूजन किया गया।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 अप्रैल । दिल्ली की एक अदालत ने गुरुवार को शराब नीति घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आप नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की न्यायिक हिरासत 26 अप्रैल तक बढ़ा दी।
न्यायिक हिरासत समाप्त होने पर सिसोदिया को राउज एवेन्यू कोर्ट जज कावेरी बावेजा के समक्ष पेश किया गया। कोर्ट ने सिसोदिया की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी।
सोमवार को कोर्ट ने कहा था कि वो आप नेता की जमानत अर्जी पर 20 अप्रैल को सुनवाई जारी रखेगी। उस दिन कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनी थी।
सिसोदिया की ओर से जमानत याचिका उनके वकील मोहित माथुर ने दायर की है, जिसमें मामले की जांच पूरी करने में देरी का आरोप लगाया गया है। दावा किया गया कि उनके मुवक्किल को रिश्वत के पैसे से जोड़ने का कोई सबूत नहीं मिला है।
उन्होंने तर्क दिया कि सरकारी खजाने या निजी उपभोक्ताओं को कोई नुकसान नहीं हुआ है। माथुर ने मुकदमे में देरी पर भी जोर दिया और कहा कि सुप्रीम कोर्ट का सिसोदिया को निचली अदालत जाने की इजाजत देने वाला आदेश छह महीने पुराना है और जांच अब तक पूरी हो जानी चाहिए थी।
माथुर ने आगे कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों के अनुसार, सिसोदिया बेल के लिए सभी आवश्यक शर्त पूरा कर रहे हैं।
इससे पहले, सीबीआई के वकील ने अदालत से कहा था कि जांच महत्वपूर्ण चरण में है और सिसोदिया को जमानत पर रिहा करने से जांच में बाधा आ सकती है।
--आईएएनएसनई दिल्ली, 18 अप्रैल (आईएएनएस)। दिल्ली की एक अदालत ने गुरुवार को शराब नीति घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आप नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की न्यायिक हिरासत 26 अप्रैल तक बढ़ा दी।
न्यायिक हिरासत समाप्त होने पर सिसोदिया को राउज एवेन्यू कोर्ट जज कावेरी बावेजा के समक्ष पेश किया गया। कोर्ट ने सिसोदिया की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी।
सोमवार को कोर्ट ने कहा था कि वो आप नेता की जमानत अर्जी पर 20 अप्रैल को सुनवाई जारी रखेगी। उस दिन कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनी थी।
सिसोदिया की ओर से जमानत याचिका उनके वकील मोहित माथुर ने दायर की है, जिसमें मामले की जांच पूरी करने में देरी का आरोप लगाया गया है। दावा किया गया कि उनके मुवक्किल को रिश्वत के पैसे से जोड़ने का कोई सबूत नहीं मिला है।
उन्होंने तर्क दिया कि सरकारी खजाने या निजी उपभोक्ताओं को कोई नुकसान नहीं हुआ है। माथुर ने मुकदमे में देरी पर भी जोर दिया और कहा कि सुप्रीम कोर्ट का सिसोदिया को निचली अदालत जाने की इजाजत देने वाला आदेश छह महीने पुराना है और जांच अब तक पूरी हो जानी चाहिए थी।
माथुर ने आगे कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों के अनुसार, सिसोदिया बेल के लिए सभी आवश्यक शर्त पूरा कर रहे हैं।
इससे पहले, सीबीआई के वकील ने अदालत से कहा था कि जांच महत्वपूर्ण चरण में है और सिसोदिया को जमानत पर रिहा करने से जांच में बाधा आ सकती है।
(आईएएनएस)
ग्रेटर नोएडा, 18 अप्रैल । लोकसभा चुनाव को लेकर पुलिस लगातार चेकिंग अभियान चला रही है। इसी बीच ग्रेटर नोएडा में पुलिस ने 200 पेटी देशी शराब पकड़ी है और तस्करी करने वाले दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। जब्त शराब की कीमत 7.50 लाख रुपए बताई गई है।
जानकारी के मुताबिक बिसरख थाना पुलिस ने अवैध शराब की तस्करी करने वाले सागर उर्फ मोंटी और रमन को 200 पेटी देशी शराब के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस ने एक गाड़ी को भी जब्त किया।
दोनों आरोपी दिल्ली के रहने वाले हैं और काफी समय से शराब की अवैध तस्करी कर रहे थे। जब्त शराब की कीमत 7.50 लाख रुपए बताई गई है।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 18 अप्रैल । लोकसभा चुनाव में उत्तरप्रदेश में खुद को फिर से खड़ी करने में जुटी कांग्रेस दलबदलुओं पर अधिक भरोसा कर रही है। चुनाव में पार्टी ने अपनी पार्टी के नेताओं के बजाय दूसरे दलों से आए नेताओं पर विश्वास अधिक जताया है।
दल बदलने में एक तरह का रिकॉर्ड बनाने वाले इमरान मसूद को पार्टी ने सहारनपुर से अपना उम्मीदवार बनाया है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष मसूद 2022 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे। फिर सपा छोड़कर बसपा में शामिल हो गए।
इस साल के प्रारंभ में वह वह बसपा छोड़कर कांग्रेस में लौट आए और पार्टी ने उन्हें पश्चिमी यूपी की महत्वपूर्ण सीट सहारनपुर से चुनाव मैदान में उतार दिया। यहां मुसलमानों की बड़ी आबादी है।
पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादित टिप्पणी के लिए कुख्यात मसूद का मुकाबला बीजेपी के राघव लाखन पाल और बीएसपी के माजिद अली से है।
इसी प्रकार 2007-2012 तक बहुजन समाज पार्टी की सरकार में मंत्री रहे सदल प्रसाद पिछले महीने कांग्रेस में शामिल हुए। पार्टी ने उन्हें गोरखपुर जिले में स्थित बांसगांव (सुरक्षित) लोकसभा सीट से उम्मीदवार बना दिया।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर प्रदेश में चुनाव लड़ रही कांग्रेस के खाते में गोरखपुर मंडल की पांच में से तीन सीटें आईं हैं। लेकिन पार्टी को ऐसे दमदार नेताओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है, जो भाजपा को कड़ी टक्कर दे सकें। भाजपा पहले ही महाराजगंज, कुशीनगर, बांसगांव और गोरखपुर में अपने वर्तमान सांसदों को फिर से उम्मीदवार बनाने की घोषणा कर चुकी है।
कभी कांग्रेस की घर की सीट मानी जाने वाली इलाहाबाद सीट पर पार्टी ने समाजवादी पार्टी से कांग्रेस में आए उज्जवल रमण सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है।
सपा सरकार में मंत्री रहे रेवती रमण सिंह के बेटे उज्जवल रमण सिंह टिकट की घोषणा से दो दिन पहले सपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे।
पार्टी ने यहां से अपने वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण सिंह के दावे को नजरअंदाज कर दिया।
इसी प्रकार प्रदेश में कई और सीटों पर भी पार्टी ने दूसरे दलों से आए नेताओं पर भरोसा जताया है।
(आईएएनएस)
रामनगर, 18 अप्रैल । उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में वन्य जीवों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। रामनगर और उसके आसपास के इलाकों में आए दिन गुलदारों के हमले सामने आ रहे हैं।
एक बार फिर रामनगर के कॉर्बेट क्षेत्र से लगे बासीटीला गांव में खेत की रखवाली कर रहे युवक को गुलदार ने हमला कर मार डाला। आक्रोशित ग्रामीणों ने गुलदार को मारने की मांग की।
बुधवार देर रात मनोरथपुर बासीटीला में 35 वर्षीय प्रमोद तिवारी उर्फ पप्पू तिवारी घर के पास खेतों की देखभाल के लिए निकले थे। देर शाम प्रमोद के घर न लौटने पर परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की।
इस दौरान लोगों को खेतों के पास गुलदार के गुर्राने की आवाज सुनाई दी। ग्रामीणों ने शोर मचाया तो मौके से गुलदार भाग गया।
पप्पू को ढूंढ रहे ग्रामीणों को 50 मीटर दूर उसका चश्मा और चप्पल मिला, फिर कुछ दूरी पर उसका शव। युवक के कान से लेकर गर्दन तक गहरे घाव थे।
सूचना मिलते ही कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की टीम मौके पर पहुंची। गुस्साए ग्रामीणों ने मौके पर कॉर्बेट डायरेक्टर को बुलाने और गुलदार को मारने की मांग की। वहीं वन विभाग ने गुलदार को पकड़ने के लिए घटनास्थल पर पिंजरा लगा दिया है।
(आईएएनएस)
रांची, 18 अप्रैल । झारखंड की 14 में से चार लोकसभा सीटों -- खूंटी, लोहरदगा, सिंहभूम और पलामू में गुरुवार को नोटिफिकेशन जारी होने के साथ चुनावी प्रक्रिया का आगाज हो गया। यहां 25 अप्रैल तक नामांकन पत्र दाखिल किए जा सकेंगे। 26 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 29 अप्रैल तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। इन सीटों पर 13 मई को वोट डाले जाएंगे।
झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय की ओर से जारी सूचना में बताया गया है कि इन चारों सीटों पर कुल 63 लाख 99 हजार 582 लोग मताधिकार का इस्तेमाल कर पाएंगे। इन चार सीटों में खूंटी, लोहरदगा और सिंहभूम अनुसूचित जनजाति और पलामू सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।
खास बात यह कि अनुसूचित जनजाति के आरक्षित तीनों सीटों -- खूंटी, लोहरदगा और सिंहभूम में महिला वोटरों की तादाद पुरुषों से ज्यादा है।
देश में लोकसभा के चौथे और झारखंड में पहले चरण की इन चारों सीटों पर होने वाली वोटिंग के जरिए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, चाईबासा की सांसद गीता कोड़ा, पलामू के सांसद बीडी राम, भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव, झारखंड प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुखदेव भगत जैसे दिग्गजों की किस्मत का फैसला होगा।
अब तक जो सियासी परिस्थितियां बनी हैं, उसके मुताबिक इन चारों सीटों पर भाजपा और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों के बीच आमने-सामने का मुकाबला दिख रहा है। खूंटी सीट पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा का मुकाबला कांग्रेस के कालीचरण मुंडा से होगा। वर्ष 2019 के चुनाव में भी इस सीट पर इन्हीं दोनों के बीच दंगल हुआ था। अर्जुन मुंडा ने मात्र डेढ़ हजार मतों के फासले से कालीचरण को शिकस्त दी थी।
सिंहभूम सीट पर दो दिग्गज महिला लीडर -- भाजपा की गीता कोड़ा और झामुमो की जोबा मांझी के बीच मुकाबला है। झारखंड के पूर्व सीएम मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा ने इस सीट पर पिछली बार कांग्रेस के कैंडिडेट के तौर पर जीत दर्ज की थी। इस बार वह भाजपा की प्रत्याशी हैं। जोबा मांझी बिहार और झारखंड सरकार में चार बार मंत्री रह चुकी हैं। वह सिंहभूम लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले मनोहरपुर विधानसभा क्षेत्र से लगातार छह बार विधायक चुनी गई हैं।
लोहरदगा सीट पर भाजपा ने राज्यसभा के सांसद रहे समीर उरांव को प्रत्याशी बनाया है, जबकि उनके मुकाबले में कांग्रेस ने पूर्व विधायक और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे सुखदेव भगत को उतारा है।
पलामू सीट पर भाजपा ने राज्य के पूर्व डीजीपी बीडी राम को लगातार तीसरी बार मैदान में उतारा है। उनका मुकाबला यहां राजद की ममता भुइयां से होगा।
(आईएएनएस)
पटना, 18 अप्रैल । बिहार के जमुई लोकसभा क्षेत्र में राजद के नेता तेजस्वी यादव की एक सभा में राजद कार्यकर्ताओं द्वारा लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान और उनके परिवार को गालियां देते वीडियो वायरल होने के मामले में तेजस्वी यादव ने गुरुवार को सफाई दी।
उन्होंने पटना में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि मंच पर भाषण के दौरान नीचे से कौन क्या बोलता है, ऊपर कुछ सुनाई नहीं पड़ता है।
उन्होंने कहा कि मंच पर कुछ समझ नहीं आता कि कौन क्या बोलता है। किसी ने अपना वीडियो बनाकर डाला है। कई जगहों पर हम लोगों को भी गालियां देते हैं।
उन्होंने कहा कि सभी लोग समझते हैं कि क्या है और क्या नहीं है।
उन्होंने दावा किया कि पहले चरण की सभी चार सीटें बड़े अंतर से जीत रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को जमुई में राजद के नेता तेजस्वी यादव की चुनावी सभा में राजद कार्यकर्ताओं द्वारा लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान और उनके परिवारों को गाली जाने का एक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो को लेकर लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने भी कहा कि वो तेजस्वी यादव के व्यवहार से दुखी हैं।
इस वीडियो में तेजस्वी मंच पर भाषण देते दिख रहे हैं और नीचे से राजद कार्यकर्ताओं द्वारा चिराग और उनके परिवार को लेकर भद्दी-भद्दी बातें कही जा रही हैं।
इस वीडियो की सत्यता की आईएएनएस पुष्टि नहीं करता है।
इधर, इस वीडियो के संज्ञान में आने के बाद चिराग पासवान ने कहा कि वे तेजस्वी यादव से दु:खी हैं। उन्होंने तेजस्वी को छोटा भाई बताते हुए कहा कि उस मंच पर मेरे छोटे भाई तेजस्वी यादव खड़े थे। तेजस्वी से मेरा रिश्ता काफी पुराना है। हम दोनों अलग-अलग राजनीतिक खेमे में हैं, लेकिन इस कारण हम लोग एक-दूसरे के परिवार को गाली तो नहीं देंगे न। (आईएएनएस)
गया, 18 अप्रैल । बिहार के गया संसदीय क्षेत्र के मतदाता शुक्रवार को अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकसभा में इस क्षेत्र का नेतृत्व करने वाले जनप्रतिनिधि का चुनाव करेंगे। इस चुनाव में सबसे बड़ी परीक्षा पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की है।
सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि क्या मांझी सांसद बनने का अपना सपना पूरा कर पाएंगे। वैसे, पिछले पांच चुनावों से इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किसी न किसी दल के 'मांझी' ही करते रहे हैं। लेकिन, जीतन राम मांझी को अब तक यह सौभाग्य नहीं मिला। इस चुनाव में एनडीए में शामिल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के खाते में गई इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी फिर से चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं।
मांझी इससे पहले तीन चुनाव में भाग्य आजमा चुके हैं, लेकिन मतदाताओं की पसंद नहीं बन पाए। इस चुनाव में मांझी दावा करते हैं कि इस बार उनकी जीत तय है। उन्होंने कहा कि गया ही नहीं देश की जनता ने इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए को '400 पार' कराने का निर्णय ले लिया है। छह विधानसभा वाले इस लोकसभा क्षेत्र से कुल 14 प्रत्याशी चुनाव मैदान में भाग्य आजमा रहे हैं। लेकिन, मुख्य मुकाबला मांझी और महागठबंधन की ओर से राजद नेता और बिहार के मंत्री रहे कुमार सर्वजीत के बीच माना जा रहा है।
18.16 लाख मतदाता वाले इस क्षेत्र में चुनाव को लेकर उत्साह है। जीतन राम मांझी नौकरी छोड़कर राजनीति में आए और पहली बार वर्ष 1980 में विधायक बने। जीतन राम मांझी ने सांसद बनने के लिए गया संसदीय क्षेत्र से अपना पहला चुनाव 1991 में कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था और हार गए थे। इसके बाद 2014 में उन्होंने जदयू उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा। लेकिन, यहां भी उन्हें सफलता नहीं मिली और तीसरे नंबर पर रहे।
हालांकि, लोकसभा चुनाव लड़ने के बावजूद जीतन राम मांझी बिहार के मुख्यमंत्री बन गए थे। वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में जीतन राम मांझी फिर से चुनावी मैदान में उतरे। इस चुनाव में एनडीए के प्रत्याशी के तौर पर जदयू नेता विजय मांझी ने उन्हें हराया। शेरघाटी, बोधगया, बाराचट्टी, गया, बेलागंज और वजीरगंज विधानसभा वाले गया लोकसभा क्षेत्र का चुनाव परिणाम जातीय समीकरण तय करते रहे हैं।
(आईएएनएस)
बुरहानपुर, 18 अप्रैल । मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के नेपानगर वन क्षेत्र में पदस्थ डिप्टी रेंजर दिनेश नावडे ने वन चौकी में फांसी के फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या की वजह का खुलासा नहीं हो पाया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, नेपानगर वन परिक्षेत्र की नवरा वन चौकी में दिनेश नावडे पदस्थ थे। उन्होंने बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात को वन चौकी के भीतर ही फांसी के फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली।
मूल रूप से बैतूल के निवासी और बीते दो साल से नवरा वन चौकी में पदस्थ नावडे ने आत्महत्या क्यों की, इसका स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है। मौके से पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। इसके बावजूद पुलिस को आशंका है कि उनका कोई पारिवारिक विवाद रहा होगा।
पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
(आईएएनएस)
पटना, 18 अप्रैल । बिहार के जमुई लोकसभा क्षेत्र में राजद नेता तेजस्वी यादव की सभा में राजद कार्यकर्ताओं द्वारा लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान के परिजनों को गाली देने की घटना को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने पीड़ादायक बताते हुए भरोसा दिया है कि ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।
पटना में गुरुवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए बिहार के उप मुख्यमंत्री चौधरी ने कहा कि देश के दलितों के मसीहा स्वर्गीय रामविलास पासवान की पत्नी और चिराग पासवान की माताजी को जिस तरह गाली-गलौच राजद द्वारा किया जा रहा है, वह अशोभनीय और पीड़ादायक है। ऐसे लोगों पर जरूर करवाई होगी।
उन्होंने लोगों को भरोसा देते हुए कहा कि ऐसे लोगों पर चुन-चुनकर कर कार्रवाई की जाएगी। ऐसे गाली देने वाले लोग नहीं बचेंगे।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को जमुई में राजद के नेता तेजस्वी यादव की चुनावी सभा में राजद कार्यकर्ताओं द्वारा लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान और उनके परिवारों को गाली दिए जाने का एक वीडियो वायरल हुआ। वायरल वीडियो को लेकर लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने भी कहा कि तेजस्वी यादव के व्यवहार से दुखी हूं।
उन्होंने तेजस्वी को छोटा भाई बताते हुए कहा कि उस मंच पर मेरे छोटे भाई तेजस्वी यादव खड़े थे। तेजस्वी से मेरा रिश्ता काफी पुराना है। हम दोनों अलग-अलग राजनीतिक खेमे में हैं, लेकिन इस कारण हमलोग एक-दूसरे के परिवार को गाली तो नहीं देंगे न।
(आईएएनएस)
बिजनौर, 18 अप्रैल । उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में कोतवाली शहर थाना क्षेत्र के जोधुवाला-बक्शीवाला रोड पर स्थित एक पटाखा फैक्ट्री में गुरुवार को आग लगने से तीन लोग गंभीर रूप से झुलस कर घायल हो गए।
घायलों की पहचान सुभाष (45) , दीपक (28) और नवेन्द्र (27) के रूप में हुई है।
पुलिस के अनुसार, हादसे के बाद फैक्ट्री मालिक फरार हो गया और उसकी तलाश की जा रही है।
इस बीच, दमकल की कई गाड़ियों ने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
शहर पुलिस उपाधीक्षक संग्राम सिंह ने बताया कि कोतवाली शहर थाना क्षेत्र के जोधुवाला-बक्शीवाला रोड पर स्थित पटाखा फैक्ट्री में गुरुवार को सुबह 10 बजे अचानक आग लग गई और देखते ही देखते आग ने उग्र रूप धारण कर लिया। आग की लपटों और बारूद में हुए धमाकों से पूरा इलाका दहल गया।
अधिकारी ने बताया कि स्थानीय लोगों ने कोतवाली शहर पुलिस को आग लगने की सूचना दी। सूचना मिलते ही कोतवाली शहर पुलिस और दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग को बुझाने का अभियान शुरू कर दिया। मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने भी पानी और मिट्टी से आग बुझाने में मदद की।
डीएसपी ने बताया कि हादसे के वक्त फैक्ट्री में करीब तीन लोग मौजूद थे और वे आग लगते ही बाहर की तरफ भागे, जिसमें तीनों लोग गंभीर रूप से झुलस कर घायल हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।
उन्होंने कहा कि पुलिस आग लगने के कारणों की जांच कर रही है। पुलिस हर एंगल से घटना की जांच कर रही है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 अप्रैल। दिल्ली कोर्ट ने गुरुवार को भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष व बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण मामले में आरोप तय करने से संबंधित सुनवाई टाल दी।
टालने का निर्णय सिंह द्वारा एक आवेदन प्रस्तुत करने के बाद आया, जिसमें घटना की कथित तारीख, 7 सितंबर, 2022 को अपने ठिकाने से संबंधित सबूतों की आगे की जांच की मांग की गई है।
उन्होंने कोर्ट को बताया कि जब महिला पहलवान से यौन प्रताड़ना हुई थी, तो उस वक्त वह दिल्ली में नहीं थे।
उज एवेन्यू कोर्ट की अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट प्रियंका राजपूत ने आदेश की घोषणा टाल दी। अब 26 अप्रैल को मामले की सुनवाई होगी।
आवेदन में घटना के समय कथित तौर पर विदेश में होने के सिंह के दावों की विस्तृत जांच की मांग की गई है। आवेदन में यह भी मांग की गई कि दिल्ली पुलिस कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) पेश करे।
दिल्ली पुलिस का प्रतिनिधित्व कर रहे एपीपी अतुल श्रीवास्तव ने आवेदन का विरोध करते हुए तर्क दिया कि अनुरोध का समय रणनीतिक था और मामले को लम्बा खींचने का इरादा था।
उन्होंने इस स्तर पर जांच को फिर से खोलने के संभावित कानूनी प्रभावों पर जोर दिया। इस बीच, शिकायतकर्ताओं के कानूनी वकील ने कार्यवाही में देरी करने की रणनीति के रूप में आवेदन की आलोचना की।
उन्होंने तर्क दिया कि आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 207 के तहत आवश्यक दस्तावेज पहले ही खरीदे जाने चाहिए थे, जो अभियुक्तों को साक्ष्य के संचार से संबंधित हैं।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 अप्रैल । भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने गांधी परिवार, कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा है कि सेना और सुरक्षाबलों का अपमान कांग्रेस और इंडी गठबंधन की पहचान बन चुकी है। कांग्रेस के नेता हमेशा सुरक्षाबलों का अपमान करने वाले बयान देते हैं लेकिन सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे चुप्पी साधे रहते हैं।
पूनावाला ने विपक्षी नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगातार की जा रही विवादास्पद टिप्पणियों की भी आलोचना करते हुए कहा कि पीएम मोदी पर 125 से ज्यादा बार अपमानजनक टिप्पणियां की गई हैं, धमकी दी गई है और इस पर चुनाव आयोग को कार्रवाई करनी चाहिए।
भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया से बात करते शहजाद पूनावाला ने पूछा कि सेना और सुरक्षा बलों का अपमान और आतंकी मेरे भाईजान। क्या यही कांग्रेस और इंडी गठबंधन की पहचान बन चुका है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हमेशा अपने दल के हित को देश के हित से ऊपर और वोट बैंक की सुरक्षा को राष्ट्रीय सुरक्षा से ऊपर रखा है। राष्ट्रहित के मुद्दे पर ओछी सियासत करना यह कांग्रेस का चरित्र बन चुका है और वह आतंकवादियों और उग्रवादियों की पैरवी तक करने से पीछे नहीं हटती है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में महत्वपूर्ण कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने 29 नक्सलियों को ढेर कर दिया। यह सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी उपलब्धि थी। जब छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों को एक बड़ी सफलता प्राप्त होती है और नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबल जब एक बड़ी चोट करता है तब सुरक्षाबलों का स्वागत और सत्कार और सराहना करने के बजाय कांग्रेस नक्सलियों को शहीद कहती है।
भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस को नक्सली शहीद नजर आते हैं और हमारी सेना के शूरवीर उनको सड़क के गुंडे नजर आते हैं। इसी कांग्रेस पार्टी और उनके अधिकृत नेताओं ने सेना प्रमुख को भी सड़क का गुंडा कहा था।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अभी तक अपनी नेता सुप्रिया श्रीनेत के बयान का कोई खंडन नहीं किया है। इसका मतलब है कि यह सिर्फ सुप्रिया श्रीनेत का नहीं बल्कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, खरगे और पूरी कांग्रेस पार्टी का बयान है।
उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार कन्हैया कुमार के नक्सलियों को लेकर दिए गए बयान को भी सुनाते हुए जमकर निशाना साधा। कांग्रेस पार्टी पर सुरक्षा बलों के मनोबल को तोड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस के नेता बार-बार सेना और सुरक्षा बलों की कार्रवाई पर सवाल खड़े कर उनके मनोबल पर कुठाराघात और चोट करती है।
भाजपा प्रवक्ता ने दावा किया कि चुनाव हारने की आशंका से त्रस्त कांग्रेस और इंडी गठबंधन के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा का विरोध करते-करते अब देश की सेना, नारी शक्ति, युवा शक्ति, सैन्य शक्ति, सनातन और जनशक्ति का भी विरोध करने लगी है। विपक्ष ने जनशक्ति के खिलाफ भी सुपारी लेने का काम किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर 125 से ज्यादा बार अपमानजनक टिप्पणियां की गई हैं, धमकी दी गई है और यह सिर्फ संयोग नहीं है, बल्कि सोचा-समझा प्रयोग है।
उन्होंने चुनाव आयोग से इस पर कार्रवाई करने की भी मांग की है। उन्होंने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार पर वोटरों को ब्लैकमेल करने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से उनके खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग की।
पश्चिम बंगाल को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि आज बंगाल की यह हालत हो गई है कि हिंदू रामनवमी पर बिना किसी हिंसा का शिकार हुए अपनी शोभा यात्रा तक नहीं निकाल सकता। उन्होंने कहा कि बंगाल में ईडी के अधिकारी, महिलाएं और हिंदू सुरक्षित नहीं हैं, सिर्फ शाहजहां शेख और टीएमसी के भ्रष्टाचारी नेता ही वहां सुरक्षित हैं।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 अप्रैल । आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में मेयर और डिप्टी मेयर के लिए उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। पार्टी ने महेश कुमार खींची को मेयर के लिए और रविंद्र भारद्वाज को डिप्टी मेयर के लिए उम्मीदवार बनाया है।
महेश खींची देवनगर वार्ड (84) से पार्षद हैं। वहीं भारद्वाज अमन विहार (41) से पार्षद हैं। दोनों ही उम्मीदवार आज ही नामांकन दाखिल करेंगे।
बीजेपी ने अभी मेयर चुनाव में अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।
आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में केजरीवाल और आप के उदय के बाद काम की राजनीति शुरू हुई। दूसरी तरफ बीजेपी की नकारात्मक राजनीति से लोग दूर होते गए। दूसरी बार विधानसभा हारने के बाद उन्होंने षड्यंत्र करना शुरू किया।
उन्होंने कहा, ''आपको याद होगा एमसीडी चुनाव मार्च में होने थे, और उससे पहले ही सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन सारे षड्यंत्र के बाद भी बीजेपी की विदाई हुई, जिसके बाद मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया और अब केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया है। इस जेल का जवाब वोट से जरूर मिलेगा।''
एमसीडी में आप के पास 134 पार्षद हैं। इसके अलावा 1 निर्दलीय, 3 राज्यसभा सांसद और 13 विधायकों को भी वोटिंग का अधिकार है।
वहीं बीजेपी के पास 104 पार्षद, एक निर्दलीय, 7 सांसद, एक विधायक और 10 मनोनीत सदस्य हैं। एमसीडी में कांग्रेस के 9 पार्षद हैं।
गौरतलब है कि मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए 26 अप्रैल को चुनाव होगा।
इस बार आम आदमी पार्टी में अपने दोनों कैंडिडेट बदल दिए हैं। अभी तक आप की शैली ओबेरॉय मेयर पद पर आसीन हैं।
(आईएएनएस)
गोड्डा, 18 अप्रैल । झारखंड के गोड्डा जिला अंतर्गत सुंदरपहाड़ी थाना क्षेत्र में पुलिस की गोली से एक युवक की मौत पर बवाल हो गया है। आरोप है कि एक अपराधी को पकड़ने के लिए बुधवार की रात साकिन डांगापाड़ा गांव गई पुलिस ने आदिम जनजाति समुदाय के एक युवक पर गोली चला दी। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मारे गए युवक का नाम हरिनारायण पहाड़िया है।
ग्रामीणों और परिजनों का कहना है कि पुलिस ने निर्दोष युवक की गोली मारकर हत्या कर दी है। वे दोषी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं।
इधर, गोड्डा जिला पुलिस ने मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की है।
गोड्डा के एसपी के आदेश पर युवक पर गोली चलाने वाले एएसआई राजनाथ यादव को सस्पेंड कर दिया गया है।
जिला पुलिस की ओर से जारी एक रिलीज में बताया गया है कि आर्म्स एक्ट के अभियुक्त बेनाडिक हेम्ब्रम नामक व्यक्ति द्वारा रंगदारी वसूलने की सूचना मिलने पर पुलिस की टीम छापामारी के लिए गई थी। वहां एक व्यक्ति पुलिस को देखकर भागने लगा। उसे पकड़ने की कोशिश के दौरान एएसआई राजनाथ यादव ने फायरिंग कर दी। भाग रहे व्यक्ति के बाएं कंधे के पास गोली लग गई।
घायल युवक को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
दूसरी ओर अस्पताल पहुंचे मृतक के भाई चंदू पहाड़िया, पिता जामा पहाड़िया और ससुर नारायण पहाड़िया ने बताया कि शाम करीब सात बजे हरिनारायण शौच करने के लिए नदी किनारे गया था। अचानक नदी की ओर से गोली चलने की आवाज आई। जब वे लोग नदी किनारे पहुंचे तो देखा कि हरिनारायण खून से लथपथ है और पुलिस के जवान उठाकर वाहन पर लाद रहे थे।
इधर, झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि पुलिस ने बेकसूर आदिवासी युवक की गोली मारकर हत्या की है। उन्होंने घटना पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि झामुमो-कांग्रेस की सरकार इस मामले में भी लीपापोती करने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने झारखंड के डीजीपी से घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने और दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 अप्रैल । भाजपा ने महाराष्ट्र के रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा क्षेत्र से नारायण राणे को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है। पार्टी ने गुरुवार को अपने लोकसभा उम्मीदवार की 13वीं सूची जारी की है जिसमें भाजपा ने मात्र एक उम्मीदवार (नारायण राणे) के नाम की घोषणा की है।
नारायण राणे केंद्र की सरकार में मंत्री हैं और उनका राज्यसभा का कार्यकाल इसी महीने समाप्त हुआ है।
2019 के पिछले लोकसभा चुनाव में रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा सीट से शिवसेना के उम्मीदवार विनायक राउत चुनाव जीते थे, लेकिन आज वह शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के साथ हैं।
विनायक राउत ने पिछले लोकसभा चुनाव में नारायण राणे के बेटे नीलेश नारायण राणे को ही चुनाव में हराया था जो महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष के बैनर तले चुनाव लड़े थे।
शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) इसी आधार पर रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा सीट पर अपना दावा जता रहा था, लेकिन गठबंधन में यह सीट फाइनली भाजपा के खाते में आई और पार्टी ने आज यहां से नारायण राणे को चुनावी मैदान में उतारने की घोषणा कर दी।
(आईएएनएस)
कोलकाता, 18 अप्रैल । पश्चिम बंगाल विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने गुरुवार को राज्यपाल सीवी आनंदा बोस को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि बुधवार शाम से रामनवमी जुलूस के दौरान कुछ इलाकों में हिंसा देखने को मिल रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को राज्य में ऐसी हिंसात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है।
नेता प्रतिपक्ष ने अपने पत्र में कहा, "बुधवार को रामनवमी के मौके पर जुलूस निकालने के दौरान हुए हमले के संदर्भ में राज्यपाल को अवगत कराया है और मैंने उनसे निवेदन किया है कि वो कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करने के मकसद से जल्द से जल्द हस्तक्षेप करें। फिलहाल, आने वाले दिनों में पूरे मामलेे की एनआईए द्वारा जांच की जाएगी, ताकि पूरी वस्तुस्थिति स्पष्ट हो सके।"
नेता प्रतिपक्ष द्वारा लिखा गया पत्र आईएएनएस के पास उपलब्ध है। जिसमें दावा किया है कि बुधवार को मुर्शिदाबाद के बेलडांगा इलाके में शक्तिपुर में हिंसा भड़की, जिसके बाद जुलूस पर कुछ शरारती तत्वों के लोगों ने पथराव कर यात्रा में खलल डालने की कोशिश की। जिसकी जद में आकर कई लोग घायल भी हो गए।
पत्र में आगे कहा गया, "एगरा पूर्वी मिदनापुर जिले में भी कुछ इसी तरह की हिंसा भड़की। जुलूस में हिस्सा लेने वाले पांच लोग बुरी तरह से जख्मी हो गए, जिन्हें बाद में स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया।"
पत्र में मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों पर भी आरोप लगाया गया है। पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि उन्होंने इस हिंसा को रोकने की दिशा में कोई कोशिश नहीं की।
नेता प्रतिपक्ष ने पत्र में आरोप लगाया है कि अब तक ना ही इस पूरे मामले पर जिला प्रशासन की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने आई है और ना ही मुर्शिदाबाद और पूर्वी मिदनापुर की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया सामने आई है। इसके अलावा टीएमसी की ओर से इस पर कोई जवाब नहीं आया है।
(आईएएनएस)
पटना, 18 अप्रैल । बिहार में शुक्रवार को पहले चरण की चार सीटों पर चुनाव होना है। प्रदेश में आरोप प्रत्यारोप का भी दौर जारी है। इस बीच, चर्चित चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने गुरुवार को राजद नेता तेजस्वी यादव पर जोरदार निशाना साधा है। उन्होंने साफ़ लहजे में कहा कि तेजस्वी जैसे नेता अगर देश को नई दिशा देने लगेंगे तो देश का वही हाल होगा जैसे लालू-राबड़ी ने बिहार का किया था।
उन्होंने कहा कि इससे देश का कोई भला होने वाला नहीं है। इसके बावजूद उन्होंने तेजस्वी यादव को शुभकामनाएं दी।
उन्होंने साफ लहजे में कहा कि तेजस्वी के पिताजी लालू प्रसाद और माता जी राबड़ी देवी बिहार में मुख्यमंत्री रहे और तेजस्वी खुद उपमुख्यमंत्री रहे, बिहार को तो इन्होंने दिशाहीन कर दिया।
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने अगर तेजस्वी को जिम्मेदारी दी है तो बिहार में कुछ विभागों की दशा ठीक कर दें। बिहार में अस्पतालों की दशा सुधार दें, बिहार में सड़कों की दशा सुधार दें, बिहार में ग्रामीण कार्य मंत्रालय में आने वाले नालियों-गलियों की दशा सुधार दें।
उन्होंने तेजस्वी को सलाह देते है कहा कि उन्हें अपनी बात करनी चाहिए। ऐसी बात करने वालों को बड़बोलापन कहा जाता है। बिहार में लोगों को इस चीज की बहुत आदत है।
प्रशांत किशोर ने यहां तक कहा कि तेजस्वी यादव को न भाषा का ज्ञान है न विषय का, लेकिन तीखा टिप्पणी करनी होगी तो बैठ कर इजराइल और फिलिस्तीन पर करेंगे। बिहार में गरीब बच्चों के शरीर पर कपड़ा नहीं है, खाने के लिए खाना नहीं है, रोजगार नहीं है लेकिन तीखा टिप्पणी ये कर रहे हैं कि गाजा में क्या हो रहा है।
उन्होंने साफ लहजे में कहा कि बेवकूफ़ी को यहां पर नेताओं ने जमीनी हकीकत मान लिया है। ऊलजलूल बात करने वालों को समाज के लोग जमीनी नेता मानते हैं, जिसको न भाषा का ज्ञान है, न विषय का।
(आईएएनएस)
मेरठ, 18 अप्रैल । लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को है। बिजनौर और मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्रों के मतदान के लिए पोलिंग पार्टियां सुबह मेरठ के विक्टोरिया पार्क पहुंची। विक्टोरिया पार्क में बनाए गए स्ट्रांग रूम में भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पोलिंग पार्टियां ईवीएम मशीन के साथ रवाना हुईं।
जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक मीणा के आलावा अन्य अधिकारी सुबह से ही सभी व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे।
चुनाव को लेकर 742 पोलिंग पार्टियां गठित की गई हैं, वहीं प्रत्येक पार्टी में एक पीठासीन अधिकारी और तीन मतदान अधिकारी शामिल हैं।
चुनाव में करीब 2968 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है। अन्य कर्मचारियों को रिजर्व में रखा गया है।
जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि बिजनौर और मुजफ्फरनगर संसदीय क्षेत्रों में पोलिंग पार्टी प्रस्थान कर रही है और सभी पोलिंग पार्टियों को ईवीएम मशीन चलाने के लिए प्रशिक्षण भी दिया गया है।
उन्होंने बताया कि मेरठ के हस्तिनापुर विधानसभा क्षेत्र में 369 और सरधना विधानसभा क्षेत्र में 373 पोलिंग बूथों की व्यवस्था की गई है।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 18 अप्रैल । गोरखपुर के सांसद रवि किशन पर आरोप लगाने वाली महिला अपर्णा ठाकुर सहित छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। महिला ने दावा किया था कि भाजपा सांसद रवि किशन उनकी बेटी के पिता हैं।
यह एफआईआर रवि किशन की पत्नी प्रीति शुक्ला ने दर्ज करवाई है।
महिला अपर्णा ठाकुर के अलावा एफआईआर में उनके पति राजेश सोनी, बेटी शेनोवा सोनी, बेटे सोनक सोनी, समाजवादी पार्टी नेता विवेक कुमार पांडे और एक पत्रकार खुर्शीद खान का नाम भी शामिल है।
पुलिस ने कहा कि आरोपियों पर आईपीसी की धारा 120-बी (साजिश), 195 (झूठे सबूत देना), 386 (धमकी देकर जबरन वसूली), 388 (धमकी देकर वसूली), 504 (जानबूझकर अपमान) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बीजेपी सांसद की पत्नी ने एफआईआर में यह भी आरोप लगाया कि अपर्णा सोनी उर्फ अपर्णा ठाकुर ने उन्हें धमकी देते हुए कहा था कि उनके अंडरवर्ल्ड से संबंध हैं।
पुलिस ने बताया, ''महिला ने कथित तौर पर 20 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। साथ ही धमकी दी थी कि अगर उसकी मांग पूरी नहीं हुई तो वह रवि किशन को झूठे बलात्कार के मामले में फंसाकर उनकी छवि खराब कर देगी।''
एफआईआर में कहा गया है कि इस मामले में मुंबई पुलिस से शिकायत की गई, लेकिन अपर्णा ने 15 अप्रैल को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर झूठे आरोप लगाए। प्राथमिकी में दावा किया गया है कि अन्य नामजद भी इसमें शामिल हैं।
भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए रवि किशन को फिर से गोरखपुर से उम्मीदवार बनाया है।
(आईएएनएस)
जयपुर, 18 अप्रैल । जयपुर के जवाहर सर्किल थाने में बुधवार को अवैध किडनी प्रत्यारोपण, फर्जी एनओसी जारी करने और एक अंतर्राष्ट्रीय अंग तस्करी रैकेट की संलिप्तता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।
अंग प्रत्यारोपण के लिए रिश्वत लेकर फर्जी एनओसी जारी करने की जानकारी मिलने पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया।
सिंह ने उच्च स्तरीय बैठक कर मामले की त्वरित जांच के निर्देश दिये।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने मामले में कथित संलिप्तता के लिए जयपुर के एक निजी अस्पताल से जुड़े कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है।
इस मामले में एक अंतर्राष्ट्रीय रैकेट के शामिल होने की बात कही जा रही है।
जांच से पता चला कि जयपुर के एक निजी अस्पताल में कुछ बांग्लादेशी नागरिकों का अवैध किडनी प्रत्यारोपण किया गया था, जिसमें दाता और रिसीवर न तो रिश्तेदार थे और न ही वे एक-दूसरे को जानते थे। ऑपरेशन के बाद मरीजों को गुरुग्राम भेज दिया गया।
हाल ही में गुरुग्राम के एक होटल में छापेमारी के बाद इस रैकेट का भंडाफोड़ हुआ, जहां एक बांग्लादेशी नागरिक पाया गया, जिसकी जयपुर में संदिग्ध वित्तीय व्यवस्था के तहत किडनी निकलवाने की सर्जरी हुई थी।
पीड़ितों के बयान के मुताबिक, उनसे अस्पताल प्रशासन या किसी अन्य डॉक्टर द्वारा एनओसी जमा करने के लिए भी नहीं कहा गया। दाता और प्राप्तकर्ता के बीच रक्त संबंध साबित करने के लिए कोई दस्तावेज़ नहीं मांगा गया था।
इसके बदले उनसे कुछ कोरे कागजों पर हस्ताक्षर कराए गए, जबकि रिश्वत के बदले फर्जी एनओसी जारी की गई।
इस रैकेट का मास्टरमाइंड झारखंड का मूल निवासी मोहम्मद मुर्तजा अंसारी नाम का शख्स है, जो अभी फरार है।
(आईएएनएस)
भारत के लोकसभा चुनाव में 21 करोड़ से ज्यादा युवा मतदाता अपने वोट का इस्तेमाल करेंगे. इस वजह से युवा मतदाताओं की लोकसभा चुनावों में निर्णायक भूमिका रहेगी.
भारत में लोकसभा चुनाव के लिए 97 करोड़ मतदाता अपना मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. सबसे अहम बात यह है कि चुनाव में पहली बार वोट देने वाले यानी 18-19 साल के मतदाताओं की संख्या 1.82 करोड़ है. इसके अलावा 20 से 29 साल के युवा वोटरों की संख्या 19.74 करोड़ है. ये युवा मतदाता किसी भी हार जीत में अहम भूमिका निभा सकते हैं
समाचार एजेंसी एएफपी ने ऐसे चार युवा मतदाताओं से बात की जो पहली बार वोट डालने जा रहे हैं. उनके माध्यम से यह जानने की कोशिश है कि वे किसका समर्थन करेंगे. इसके साथ ही यह भी पता लगाने की कोशिश हुई कि कौन से ऐसे मुद्दे हैं जो उन्हें प्रभावित करते हैं.
मुंबई यूनिवर्सिटी के 22 साल के छात्र अभिषेक धोत्रे ने कहा कि वह सरकार के सशक्त हिंदू राष्ट्रवाद के परिणामस्वरूप "पूरे भारत में दिख रहे सांप्रदायिक मनमुटाव" से नाखुश हैं.
ऐसा कहा जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने भारत की बहुसंख्यक हिंदू आस्था को राजनीतिक जीवन में सबसे आगे खड़ा कर दिया है. इससे मुसलमानों और दूसरे अल्पसंख्यकों के मन में धर्मनिरपेक्ष देश में अपने भविष्य को लेकर चिंता पैदा हो गई है.
फिर भी, भारत की अर्थव्यवस्था बहुत तेज गति से बढ़ रही है और वह 2022 में पूर्व औपनिवेशिक शासक ब्रिटेन को पछाड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई. धोत्रे चाहते हैं कि मोदी और उनकी भारतीय जनता पार्टी फिर से जीत हासिल करे.
उन्होंने एएफपी से कहा, "जिस तरह से विकास हो रहा है. इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ रहा है और जो कुछ भी चल रहा है, मैं चाहूंगा कि मौजूदा सरकार बनी रहे."
कितने उत्साहित हैं युवा वोटर
तमिलनाडु की रहने वाली 20 साल की त्रिशालिनी द्वारकनाथ सॉफ्टवेयर डेवलपर हैं और वह भारत के आर्थिक बदलावों का प्रतीक हैं. अब वह अपने गृह राज्य से टेक हब बेंगलुरु ट्रांसफर ले रही हैं.
पहली बार वोट देने जा रही द्वारकनाथ कहती हैं, "मैं भारतीय लोकतंत्र का हिस्सा बनने और पहली बार अपनी राय जाहिर करने को लेकर उत्साहित हूं. मुझे खुशी है कि मेरी आवाज मायने रखती है."
वह मोदी सरकार के कार्यकाल में हासिल उपलब्धियों की तारीफ करती हैं लेकिन कहती हैं कि लाखों बेरोजगार युवा भारतीयों को काम खोजने में मदद करने के लिए और अधिक कोशिश करने की जरूरत है.
नौकरी है बड़ा मुद्दा
पिछले साल अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 8.4 फीसदी थी जबकि, सितंबर तिमाही में भारत ने 7.6 फीसदी की जीडीपी ग्रोथ दर्ज की थी. लेकिन अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन का अनुमान है कि 2022 में देश में 29 प्रतिशत यूनिवर्सिटी ग्रेजुएट बेरोजगार थे. यह दर उन लोगों की तुलना में लगभग नौ गुना अधिक है जिनके पास कोई डिप्लोमा नहीं है और आमतौर पर कम वेतन वाली नौकरियों या कंस्ट्रक्शन सेक्टर में काम करते हैं.
पहली बार वोट डालने वाले 22 वर्षीय गुरप्रताप सिंह निश्नित तौर पर बीजेपी को सपोर्ट नहीं करेंगे. गुरप्रताप एक किसान हैं और उनका नाता पंजाब से है. साल 2021 में पंजाब के किसानों ने तीन कृषि कानून के खिलाफ साल भर विरोध प्रदर्शन किया था जिसके बाद सरकार ने उन तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया था. इसे एक तरह से प्रधानमंत्री मोदी की हार के तौर पर देखा गया.
किसानों का कहना है कि उनकी मांगें अभी तक पूरी नहीं हुई है. गुरप्रताप कहते हैं, "कई किसान विरोध प्रदर्शन के दौरान मारे गए. उन्हें इंसाफ नहीं मिला है."
देश के किसान चुनाव के दौरान अहम भूमिका निभाते हैं और उनका वोट सभी पार्टियों के लिए बहुत मायने रखता है. गुरप्रताप ने कहा, "जो सरकार किसानों, युवाओं के बारे में सोचती है...वही सरकार सत्ता में आनी चाहिए." उन्होंने कहा कि बीजेपी उस टेस्ट में फेल हो चुकी है.
अधिकार के लिए आवाज उठाते ट्रांसजेंडर
देश की करीब 1.4 अरब आबादी अलग-अलग पृष्ठभूमियों से आती है, जिसमें ट्रांसजेंडर समुदाय भी शामिल है. इनकी संख्या कई लाख होने का अनुमान है. हिंदू आस्था में "तीसरे लिंग" के कई संदर्भ हैं.
2014 में सुप्रीम कोर्ट ने ट्रांसजेंडर को पुरूष या महिला के बजाए एक तीसरे लिंग का दर्जा दिया था. कोर्ट ने अपने ऐतिसाहिक आदेश में सरकार से कहा था कि ट्रांसजेंडर को सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़ा समुदाय माना जाए और उन्हें नौकरी और शिक्षा के क्षेत्र में आरक्षण दिया जाए. इससे भारत के करीब तीस लाख से अधिक ट्रांसजेंडर को फायदा हुआ और उन्हें भी आम नागरिकों की तरह हर अधिकार मिलने लगे.
चुनाव आयोग के मुताबिक देश में इस वक्त 48,044 थर्ड जेंडर मतदाता पंजीकृत है. वहीं साल 2019 में यह संख्या 39,075 थीं.
हालांकि इन सबके बावजूद ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्यों को आज भी भेदभाव का सामना करना पड़ता है. वाराणसी की एक ट्रांसजेंडर मुस्लिम महिला सलमा ने कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं है कि बीजेपी सरकार के एक और कार्यकाल में यह बदलाव आएगा.
सलमा ने कहा, "जब से यह सरकार सत्ता में है, उसने हमारे लिए कुछ भी अच्छा नहीं किया." उन्होंने यह कहने से इनकार कर दिया कि वह किस पार्टी को वोट देंगी. उन्होंने कहा, "हमें समान अधिकार मिलना चाहिए."
एए/एनआर (एएफपी)
रामनवमी के त्योहार पर अयोध्या के राम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति का सूर्यतिलक किया गया. वैज्ञानिक उपकरणों की मदद से सूरज की रोशनी पांच मिनट तक मूर्ति के माथे पर पड़ती रही.
रामनवमी पर अयोध्या के राम मंदिर में भगवान राम का सूर्यतिलक किया गया. हजारों भक्त रामनवमी पर रामलला के दर्शन करने अयोध्या पहुंचे हैं. बुधवार को दोपहर करीब 12:15 बजे रामलला का सूर्याभिषेक किया गया. विशेषज्ञों ने वैज्ञानिक उपकरणों की मदद से इसे संभव बनाया और सूरज की रोशनी करीब पांच मिनट तक मूर्ति के माथे पर पड़ती रही.
रामनवमी और सूर्याभिषेक को ध्यान में रखते हुए आयोजन की तैयारियां पहले ही कर ली गई थीं. बुधवार को मंदिर के कपाट सुबह साढ़े तीन बजे खोल दिए गए थे. आमतौर पर कपाट सुबह साढ़े छह बजे खोले जाते हैं. रात में भी साढ़े ग्यारह बजे तक भक्तों के दर्शन करने के इंतजाम किए गए हैं. फिर शयन आरती के बाद कपाट बंद कर दिए जाएंगे.
कब से थी सूर्याभिषेक की योजना
फरवरी 2023 में जब मंदिर निर्माण चल ही रहा था, तब श्रीराम मंदिर निर्माण कमेटी के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने मीडिया से बातचीत में इसकी जानकारी दी थी. उन्होंने बताया था, "पुणे के एक एस्ट्रोनॉमिकल इंस्टिट्यूट और रुड़की के सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टिट्यूट के लोगों ने इसका अध्ययन किया है. उन्होंने अगले 19-20 वर्षों का डेटा तैयार किया है, जिसे आप पंचांग ही कहें. उसमें जानकारी है कि अगले 19-20 वर्षों तक सूर्य किस दिशा से, किस कोण से 12 बजे यहां आएगा. फिर उन्होंने देखा कि इसे रिफ्लेक्ट कैसे करें. अपर्चर कहां लिया जाए और किस उपकरण से अपर्चर से रोशनी रिसीव होगी, जिससे वह सीधे भगवान के माथे पर गिरे."
फिर अपने अध्ययन के आधार पर ही विशेषज्ञों ने पीतल के पाइप और लेंस की मदद से यह व्यवस्था बनाई, जिससे सूर्याभिषेक किया गया. सूरज की गोलाकार रोशनी पांच मिनट तक मूर्ति के माथे पर पड़ती रही.
क्या है तकनीक
रामलला की मूर्ति मंदिर के भूतल पर विराजमान है. मंदिर की तीसरी मंजिल पर एक दर्पण और उसके साथ पीतल का पाइप लगाया गया है. सूरज की किरणें दर्पण पर गिरकर पाइप में जाती हैं. फिर रोशनी पाइप में लगे दर्पण से टकराकर 90 डिग्री परावर्तित होती है.
भूतल की ओर जा रहे इस पाइप में थोड़ी-थोड़ी दूरी पर तीन लेंस लगाए गए हैं. इन लेंस से गुजरने के बाद रोशनी पाइप के गर्भगृह वाले सिरे पर लगे दर्पण से टकराती है. फिर वहां से रोशनी 90 डिग्री परावर्तित होकर और पाइप से निकलकर सीधे मूर्ति के माथे पर पड़ती है.
सिर्फ रामनवमी पर होगा सूर्याभिषेक
भगवान राम के सूर्याभिषेक के लिए 2043 तक का डेटा इकट्ठा किया गया है. हर साल रामनवमी के दिन ही रामलला का सूर्याभिषेक किया जाएगा. इस साल भी रामनवमी को ध्यान में रखते हुए नए कपड़ों और छप्पन भोग जैसी तैयारियां की गई थीं. इस मौके पर रामलला की मूर्ति बनाने वाले कलाकार अरुण योगीराज को भी आमंत्रित किया गया था.
भारत में ओडिशा के कोणार्क सूर्य मंदिर, आंध्र प्रदेश के वेद-नारायण मंदिर, महाराष्ट्र के महालक्ष्मी मंदिर और कर्नाटक के विद्याशंकर जैसे कई मंदिर हैं, जहां सूरज की रोशनी मंदिर में या भगवान की मूर्ति पर सीधे पड़ती है. इसे मान्यताओं और आस्था के साथ-साथ वास्तुशिल्प कौशल और वैज्ञानिक चेतना का भी संकेत माना जाता है.
वीएस/एनआर (एजेंसियां)
छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने नक्सली विरोधी अभियान को किस तरह से सफल बनाया जिसमें 29 नक्सली मारे गए.
डॉयचे वैले पर आमिर अंसारी की रिपोर्ट-
16 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने इलाके के सबसे बड़े नक्सल विरोधी ऑपरेशन को अंजाम दिया. इस मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए. सुरक्षाबलों ने इस ऑपरेशन को बहुत बारीकी से अंजाम दिया.
मंगलवार को बस्तर क्षेत्र के कांकेर जिले के गहरे जंगलों में माओवादियों और सुरक्षाबलों के बीच अब तक की सबसे बड़ी मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ में 29 माओवादी मारे गए. मारे गए नक्सलियों में 50 लाख रुपये से अधिक का इनाम रखने वाले वरिष्ठ कैडर शामिल हैं.
इस मुठभेड़ के होने के दो दिन बाद इस ऑपरेशन से जुड़ी जानकारी मीडिया में सामने आ रही है. इन जानकारियों से पता चल रहा है कि सुरक्षाबलों ने कैसे ऑपरेशन को सफलता के साथ अंजाम दिया और खुद को कम से कम जोखिम में डाला.
खुफिया जानकारी और रात को ट्रैकिंग
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक 200 सुरक्षाकर्मियों की एक टीम ने रात के अंधेरे में अबूझमाड़ के पहाड़ी इलाके में 50 किलोमीटर से कुछ कम की दूरी तय की.
ट्रेक करते हुए वे एक पहाड़ी की चोटी पर गए. जहां वे सीपीआई (माओवादी) के दो डिवीजनल कमेटी के सदस्यों समेत 29 नक्सलियों को घेरने में कामयाब रहे.
छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र का अबूझमाड़ वन क्षेत्र है और यह नक्सलियां का गढ़ माना जाता है, यहां तक सुरक्षाबलों आ जाना वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ राज्य की लड़ाई में एक मील का पत्थर है.
इंडियन एक्सप्रेस ने सुरक्षा सूत्रों के हवाले से लिखा कि मुठभेड़ से पहले सबसे बड़ी चुनौती 200 मीटर से 550 मीटर के बीच अलग-अलग ऊंचाई की पांच या छह पहाड़ियों पर अंधेरे में चलना था.
ऑपरेशन का हिस्सा रहे एक सूत्र ने अखबार से कहा, "कलपर पहाड़ी तक पहुंचने से पहले हम कम से कम 48 किलोमीटर चले, जहां से माओवादी केवल दो किलोमीटर दूर थे. फिर हमने पहाड़ी को घेर लिया और एक घेरा बना लिया. नक्सलियों के पास भागने का कोई रास्ता नहीं था, उन्हें पता था कि वे फंस गए हैं."
इस सूत्र ने आगे कहा, "उन्होंने हम पर फायरिंग की और हमने जवाबी कार्रवाई की. हमारे तीन लोगों को चोटें आईं, लेकिन सावधानीपूर्वक योजना के कारण हम हताहत होने से बचने में सफल रहे. हम इस क्षेत्र से अच्छी तरह परिचित थे, जिससे मदद मिली."
बुधवार को मीडिया से बात करते हुए बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने कहा कि यह पिछले तीन दशकों में सबसे बड़ी मुठभेड़ है. उन्होंने कहा कि इस साल जनवरी से लेकर अब तक 79 नक्सली मारे गए हैं और नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है.
चार घंटे चली मुठभेड़
सुंदरराज ने कहा कि मंगलवार दोपहर नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई थी, जो करीब चार घंटे चली. उन्होंने कहा, "डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की टीमों ने इलाके की घेराबंदी करते हुए सर्च अभियान छेड़ा, ऑपरेशन के बाद 29 नक्सलियों के शव बरामद हुए." पुलिस के मुताबिक इनमें 15 महिला नक्सलियों के शव हैं.
मारे गए नक्सलियों में शंकर राव और ललिता शामिल हैं, जो सीपीआई (माओवादी) के डिविजनल कमेटी के सदस्य थे. दोनों की गिरफ्तारी पर 25-25 लाख रुपये का इनाम था और साइट पर उनकी मौजूदगी की विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर यह ऑपरेशन चलाया गया था.
यह मुठभेड़ लोकसभा चुनाव से कुछ दिन पहले हुई है, जबकि बस्तर में शुक्रवार को मतदान होगा. कांकेर में 26 अप्रैल को मतदान होगा. हर चुनावी मौसम की तरह इस बार भी अबूझमाड़ में माओवादियों ने ग्रामीणों से चुनावी प्रक्रिया का बहिष्कार करने के लिए कहा है. नक्सलियों ने चुनाव का बहिष्कार करने के लिए क्षेत्र में पोस्टर और बैनर लगाए हैं. (dw.com)