राष्ट्रीय
जयपुर, 23 अप्रैल । पद्मश्री से सम्मानित जयपुर की माया टंडन सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए 30 सालों से ज्यादा समय से काम कर रही हैं। उन्होंने अपनी संस्था 'सहायता' के जरिए कई सड़क दुर्घटना पीड़ितों की जान बचाई है, जो लोगों को कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) ट्रेनिंग प्रदान करने में मदद करती है।
माया को उनकी असाधारण सेवाओं के लिए इस साल पद्मश्री से सम्मानित किया गया। उन्होंने राजस्थान में कई लोगों की जान बचाने में मदद की है।
अपने काम के जरिए, वह यह सुनिश्चित करती है कि वह उन लोगों को कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) ट्रेनिंग दे सके, जो इस तकनीक से अनजान हैं ताकि लोगों की जान बचाई जा सके।
सीपीआर को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम के मौके पर माया ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "प्रत्येक व्यक्ति को सीपीआर ट्रेनिंग दिया जाना चाहिए क्योंकि दिल का दौरा पड़ने के मामले अक्सर सामने आ रहे हैं।"
जयपुर के सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज की पूर्व छात्रा माया जयपुर के जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुईं।
संस्था के बारे में माया ने कहा कि लोगों के बीच सीपीआर की जीवन रक्षक पद्धति के बारे में ज्यादा जागरूकता नहीं है।
माया ने आईएएनएस को बताया, ''मैं जनता में जागरूकता पैदा करना चाहती हूं, ताकि जरूरत के समय आम लोग भी मदद कर सकें। जब मैं एसएमएस अस्पताल में काम कर रही थी, तब मुझे राजस्थान पुलिस एकेडमी द्वारा ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए आमंत्रित किया गया था, जहां पुलिस अधिकारियों और अन्य लोगों को जीवन-रक्षक तरीकों पर ट्रेन किया गया था। इसलिए, मुझे लगा कि लोगों को इस बारे में ट्रेनिंग देना महत्वपूर्ण है और इसीलिए मैंने सहायता संगठन की स्थापना की।''
उन्होंने कहा कि अगर दुर्घटना स्थल के आसपास के लोग सीपीआर तकनीक जानते हों, तो सड़क दुर्घटना के दौरान कई जिंदगियां बचाई जा सकती हैं।
(आईएएनएस)
पटना, 23 अप्रैल । लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में शामिल महेश्वर हजारी पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि ये बात किसी से छिपा नहीं है कि महेश्वर हजारी का परिवार हमेशा हमारे परिवार और पासवानों के खिलाफ रहा है। मेरे पिता रामविलास पासवान के निधन के बाद पासवान परिवार को तोड़ने में महेश्वर हजारी की अहम भूमिका रही। ये तो वो लोग है, जिन्होंने हमेशा से पासवानों को किस तरह समाप्त किया जाए, इसका प्रयास करते रहे।
आज फिर उसी बात का उदाहरण सामने देखने को मिल रहा है। आज ये उनकी पार्टी के साथ चुनाव लड़ रहे हैं, जिनके घटक दल ने मेरे परिवार को गाली दी और हमेशा रामविलास पासवान जी के खिलाफ राजनीति की। साल 2009 में इन्होंने हमारे चाचा रामचंद्र पासवान के सामने चुनाव लड़ा। हमेशा से इनकी सोच पासवानों के खिलाफ रही।
उन्होंने आगे कहा कि अभी चुनाव का समय है और हम सब जनता के बीच हैं। दरअसल समस्तीपुर सीट पर एनडीए समर्थित लोजपा (रा) ने जहां नीतीश के मंत्रिमंडल में शामिल अशोक चौधरी की पुत्री शांभवी चौधरी को उम्मीदवार बनाया है, वहीं कांग्रेस ने नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी को अपना प्रत्याशी बनाया है।
(आईएएनएस)
भोपाल, 23 अप्रैल । भोपाल के नेवरी के नयापुरा क्षेत्र में आश्रम के लिए श्मशान की दीवार तोड़ने के लगे आरोपों पर सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भूमाफियाओं को घेरा है।
सोमवार रात सांसद प्रज्ञा ठाकुर पर आरोप लगा कि उन्होंने आश्रम के लिए श्मशान की दीवार तोड़ दी। इस पर गांव के लोग भी विरोध में उतर आए और जमकर नारेबाजी की। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि सांसद प्रज्ञा ठाकुर की ओर से निजी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की गई।
श्मशान की दीवार तोड़ने के आरोप पर सांसद ठाकुर ने एक्स पर लिखा, "भोपाल में भूमाफियाओं का वर्चस्व है। मंदिर के लिए खरीदी गई भूमि पर जेसीबी से भूमि समतलीकरण का कार्य कई दिनों से चल रहा था। अभी दो घंटे पूर्व भूमाफियाओं के लोगों ने सरकारी भूमि पर कब्जा किया हुआ है। ट्रस्ट की भूमि पर चल रहे कार्य को रोककर जेसीबी के ड्राइवर को पीटा गया और जेसीबी को बहुत हानि पहुंचाई गई। कलेक्टर कमिश्नर को मैंने तुरंत अवगत कराया है। मैं भी मौके पर गई लेकिन पुलिस ने मुझे वापस भेज दिया।"
उन्होंने आगे लिखा, "मुख्यमंत्री मोहन यादव अपने गृह विभाग को सतर्क कीजिए कि भूमाफियाओं पर लगाम कसे। राष्ट्रकार्य निमित्त ली गई भूमि का ना एक इंच भी दूंगी, ना ही किसी की एक इंच जमीन लूंगी। जो हानि भू माफियाओं ने की है, उसकी भरपाई भी उन्हीं से की जाए जो लोग इस काम में लिप्त हैं। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करके कठोर कार्यवाही की जाए।"
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 23 अप्रैल। भाजपा ने लद्दाख से अपने वर्तमान सांसद जामयांग त्सेरिंग नामग्याल का टिकट काट दिया है। पार्टी ने इस बार नामग्याल की बजाय लद्दाख से ताशी ग्यालसन को अपना उम्मीदवार घोषित किया है।
भाजपा ने मंगलवार को अपने लोकसभा उम्मीदवार की 14वीं सूची जारी कर दी है, जिसमें पार्टी ने एकमात्र उम्मीदवार लद्दाख संसदीय क्षेत्र से ताशी ग्यालसन के नाम की घोषणा की है।
ताशी ग्यालसन लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी पार्षद हैं। पेशे से एडवोकेट ताशी ग्यालसन को लोकसभा उम्मीदवार बनाकर भाजपा ने लद्दाख पार्टी संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ ही मतदाताओं को भी एक राजनीतिक संदेश देने का प्रयास किया है।
(आईएएनएस)
शिवमोग्गा, (कर्नाटक) 23 अप्रैल । कर्नाटक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने मंगलवार को कहा कि प्रियंका गांधी के दौरे का राज्य में कोई असर नहीं पड़ेगा।
प्रियंका मंगलवार को कर्नाटक पहुंचीं और चित्रदुर्ग और बेंगलुरु दक्षिण लोकसभा क्षेत्रों में रैलियों को संबोधित किया।
विजयेंद्र ने कहा कि उनके दौरे से कांग्रेस को कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने कहा, ''प्रियंका व राहुल गांधी की यात्रा का कर्नाटक में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।''
उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता उत्साहपूर्वक प्रचार कर रहे हैं। यहां के लोग नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का इंतजार कर रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि लोग कर्नाटक में भाजपा और जद-एस गठबंधन को आशीर्वाद देंगे।''
बीजेपी नेता के.एस.ईश्वरप्पा के निष्कासन पर उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों की तरह कर्नाटक में भी बीजेपी की अनुशासन समिति है। लिंगराज पाटिल उसके अध्यक्ष नहीं हैं। यह निर्णय केंद्रीय नेतृत्व के परामर्श के बाद लिया गया।
(आईएएनएस)
सूरत, 23 अप्रैल । सलमान खान के घर के बाहर हुई फायरिंग मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए मुंबई क्राइम ब्रांच ने सूरत के तापी नदी से बंदूक और मैगजीन बरामद की है। गोताखोरों को सूरत की तापी नदी से तीन मैगजीन और 13 कारतूस भी मिले हैं। पुलिस ने तापी नदी से हथियार बरामद करने का एक वीडियो भी जारी किया है।
बता दें, बीते दिनों अभिनेता सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग की गई थी, जिसके बाद उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई। इतना ही नहीं, सीएम एकनाथ शिंदे अभिनेता से मुलाकात करने उनके घर पहुंचे थे।
उधर, पुलिस ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए फायरिंग में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनके तार बिहार के बेतिया जिले से जुड़े हुए बताए गए। इनके नाम हैं - विक्की गुप्ता और सागर पाल। हालांकि, इनके परिजनों ने दोनों के फायरिंग में शामिल होने से साफ इनकार कर दिया।
इससे पहले पुलिस ने सलमान खान को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन अभिनेता ने स्पष्ट कर दिया था कि उनकी किसी से भी कोई रंजिश नहीं है। ऐसे में कोई उन्हें मारने की कोशिश क्यों करेगा? यह तो अपने आप में ही एक अबूझ पहेली है।
यही नहीं, इससे पहले अभिनेता के पिता सलीम खान को भी मॉर्निंग वॉक के दौरान एक धमकी भरा लेटर मिला था, जिसमें सलमान खान को मारने का जिक्र किया गया था। लेटर में सलमान को बिश्नोई गैंग की ओर से जाने से मारने की गई थी, जिसके बाद अभिनेता की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी, लेकिन अब इस बीच जिस तरह से उनके घर के बाहर फायरिंग की गई है, उसके बाद यह मामला काफी पेचीदा हो गया है।
सलमान खान के बाद बीते सोमवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के विधायक और इंडिया गठबंधन के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. जितेंद्र आव्हाड को भी जान से मारने की धमकी दी गई थी। उन्होंने बताया कि उनके मोबाइल फोन पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है।
(आईएएनएस)
रांची, 23 अप्रैल । झारखंड में चार सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशियों को 'अपनों' से ही खतरा है। उन्हें चुनाव मैदान में प्रतिद्वंद्वियों से मुकाबले से पहले बगावत और भितरघात की चुनौती से जूझना होगा।
झारखंड में इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग के तहत कांग्रेस के हिस्से 14 में से 7 सीटें आई हैं। इनमें से चार सीटों चतरा, गोड्डा, धनबाद और लोहरदगा में उम्मीदवारी घोषित किए जाने के बाद सामने आ रही प्रतिकूल रिपोर्टों की वजह से कांग्रेस नेतृत्व चिंतित है।
गोड्डा सीट पर तो पार्टी को उम्मीदवार बदलना पड़ा है। खबर है कि चतरा सीट पर भी गठबंधन से बगावत की तेज लहर की वजह से घोषित प्रत्याशी का नाम वापस लेकर उसकी जगह दूसरा चेहरा देने पर गंभीरता से विचार चल रहा है।
21 अप्रैल को रांची में इंडिया गठबंधन की ज्वाइंट रैली के दौरान चतरा से कांग्रेस के प्रत्याशी केएन त्रिपाठी के समर्थकों और विरोधियों के बीच जमकर मारपीट हो गई थी। इसमें दोनों पक्षों से कई लोग घायल हो गए थे और रैली में कुछ वक्त के लिए अफरा-तफरी मच गई थी।
दरअसल, केएन त्रिपाठी डाल्टनगंज के रहने वाले हैं। उन्हें चतरा सीट पर उम्मीदवार बनाए जाने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का एक समूह तो नाराज है ही, गठबंधन की दूसरी पार्टी राजद के नेता-कार्यकर्ता खुलेआम बगावत पर उतर आए हैं और चतरा के स्थानीय नेता को उम्मीदवार बनाने की मांग कर रहे हैं। इस सीट पर राजद की भी प्रबल दावेदारी थी, लेकिन कांग्रेस ने यहां अपना उम्मीदवार उतार दिया।
गोड्डा सीट पर कांग्रेस ने पहले महगामा की विधायक दीपिका पांडेय सिंह को प्रत्याशी बनाया था। उनकी उम्मीदवारी घोषित होते ही देवघर और गोड्डा में पार्टी के नेताओं-कार्यकर्ताओं ने जोरदार विरोध दर्ज कराया। पार्टी के जिला कार्यालयों के समक्ष प्रदर्शन करते हुए नेताओं-कार्यकर्ताओं ने सामूहिक इस्तीफे तक की धमकी दे दी। आखिरकार पांच दिन बाद पार्टी ने यहां दीपिका की जगह पोड़ैयाहाट के विधायक प्रदीप यादव को प्रत्याशी घोषित कर दिया।
कांग्रेस के जामताड़ा क्षेत्र के विधायक डॉ. इरफान अंसारी इस सीट पर अपने पिता फुरकान अंसारी को टिकट देने की मांग कर रहे थे। फुरकान अंसारी और इरफान अंसारी का कहना है कि पार्टी ने पूरे राज्य में एक भी मुसलमान को उम्मीदवार नहीं बनाया, जबकि उनकी आबादी 18 फीसदी है। ऐसे में प्रदीप यादव के सामने दो विधायकों दीपिका पांडेय सिंह एवं इरफान अंसारी और उनके समर्थकों को साथ लेकर चलने की बड़ी चुनौती है। हालांकि, प्रदीप यादव दावा कर रहे हैं कि उन्हें पार्टी के सभी विधायकों और नेताओं का समर्थन हासिल है।
धनबाद सीट पर कांग्रेस ने दिग्गजों की दावेदारी को दरकिनार कर 'न्यूकमर' अनुपमा सिंह को टिकट थमाया है। उनका इस चुनाव के पहले सक्रिय राजनीति से वास्ता नहीं रहा। उनकी सबसे बड़ी पहचान यह है कि वह बोकारो जिले के बेरमो से कांग्रेस की विधायक जयमंगल सिंह सिर्फ अनूप सिंह की पत्नी हैं। बोकारो और धनबाद में पार्टी के नेताओं-कार्यकर्ताओं का एक समूह उनकी उम्मीदवारी का विरोध कर रहा है। कुछ लोगों ने सोमवार की शाम अनुपमा की उम्मीदवारी पर विरोध जताते हुए पार्टी नेताओं के पुतले फूंके। इस सीट पर पूर्व सांसद ददई दुबे की भी दावेदारी थी। उन्हें टिकट नहीं मिला तो अब वे इस सीट पर भाजपा के प्रत्याशी ढुल्लू महतो को “आशीर्वाद” दे रहे हैं।
इससे संबंधित तस्वीर भी सोशल मीडिया पर खूब शेयर हो रही है। लोहरदगा सीट पर कांग्रेस ने पूर्व विधायक सुखदेव भगत को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर झामुमो भी दावेदारी कर रहा था। अब खबर है कि विशुनपुर के झामुमो विधायक चमरा लिंडा यहां बागी प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतर रहे हैं। पिछले चुनाव में भी सुखदेव भगत और चमरा लिंडा दोनों मैदान में थे और दोनों के बीच वोटों के बंटवारे से भाजपा के प्रत्याशी की जीत की राह प्रशस्त हो गई थी। झामुमो विधायक चमरा लिंडा के फिर से मैदान में आने पर कांग्रेस प्रत्याशी सुखदेव भगत की मुश्किलें बढ़ेंगी, यह तय है।
(आईएएनएस)
पूर्णिया, 23 अप्रैल । पूर्णिया में चुनावी रैली को संबोधित करने के दौरान राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने बीते सोमवार को इंडिया गठबंधन की ओर से प्रत्याशी बीमा भारती के समर्थन में चुनाव प्रचार किया था। इस दौरान उन्होंने यहां तक कह दिया था कि इंडिया गठबंधन का समर्थन नहीं कर चाहते हैं, तो कोई बात नहीं, एनडीए को कीजिए।
उनके इसी बयान पर अब सियासी घमासान शुरू हो गया है। दरअसल, सियासी गलियारों में चर्चा है कि अब तेजस्वी यादव ने यह बयान पप्पू यादव को पराजित करने के मकसद से दिया था, जिस पर अब पप्पू यादव ने पलटवार किया है।
उन्होंने तेजस्वी यादव को बिच्छू बताया और नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें अपने पिता लालू प्रसाद से सीखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी राजा हैं, हम रंक हैं और रंक के मुंह से राजा के बारे में कुछ भी कहना उचित नहीं होगा।
पप्पू यादव ने कहा कि राहुल गांधी का लक्ष्य देश है। लेकिन, तेजस्वी का लक्ष्य कुर्सी है। उन्हें संविधान बचाने से कोई मतलब नहीं है, वह तो बीजेपी का प्रचार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि शीशे के घर में रखकर तेजस्वी पत्थर फेंकने का काम कर रहे हैं। अब तो खुलेआम एनडीए को वोट देने की अपील करते हैं। इससे उनकी मानसिकता समझ में आ रही है।
इससे पहले तेजस्वी यादव ने अपनी राजनीतिक पार्टी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया था, लेकिन इंडिया गठबंधन की ओर से पूर्णिया से उन्हें नहीं, बल्कि बीमा भारती को टिकट दिया गया, जिससे उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया। इसके बाद उन्होंने पूर्णिया से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया।
(आईएएनएस)
नोएडा, 23 अप्रैल । उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर से भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर महेश शर्मा के लिए ग्रेटर नोएडा के दादरी में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कई बातों का जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि मैं लंबे अरसे के बाद किसी सार्वजनिक सभा को संबोधित करने यहां पहुंचा हूं। मुझे यह जानकारी दी गई है कि आज जहां जनसभा हो रही है, उस जगह का मेघनाथ सिंह जी से खास रिश्ता है। उनके लिए मेरे दिल में बहुत सम्मान है। उनसे हमेशा पुत्रवत स्नेह प्राप्त हुआ।
उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश के कई बड़े-बड़े नेताओं के लिए नोएडा करप्शन का सबसे बड़ा सेंटर था। लेकिन, आज नोएडा बिजनेस सेंटर के रूप में उभरा है। यहां पर एक समय अपराधियों का बोलबाला था। ऐसी भी जानकारी मिली है कि लोग पलायन कर रहे थे। अब यह गुजरे कल की बात हो गई है। आज नोएडा पर्यटन और व्यापार के केंद्र के रूप में जाना जाता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यहां देश-विदेश से निवेश का आंकड़ा बढ़ रहा है। यहां पर बेहतरीन एक्सप्रेसवे, चमचमाती सड़कें और बेहतरीन कानून व्यवस्था है।
उन्होंने आगे कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री था तब जेवर एयरपोर्ट का प्रस्ताव लेकर केंद्र सरकार के पास गया था। लेकिन, दूसरी सरकारें आती रही और योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। अब, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी के कारण जेवर की धरती पर एयरपोर्ट आएगा। पहले प्रदेश की तुलना गरीब राज्यों से की जाती थी, आज डबल इंजन की सरकार में प्रदेश की अर्थव्यवस्था एक ट्रिलियन डॉलर पहुंच जाएगी। देश के पूरे अर्थव्यवस्था का पांचवा हिस्सा उत्तर प्रदेश का होगा। भाजपा अकेली पार्टी है, जो वादा करती है, उसे निभाती है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि हमने आर्टिकल-370 हटाया, अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाया। रामजी कुटिया से अपने महल में पहुंच गए हैं। अब इस हिंदुस्तान में राम राज्य का आगाज होकर रहेगा। हमने तीन तलाक खत्म किया। हम देश बनाने के लिए राजनीति करते हैं।
उन्होंने कांग्रेस के घोषणा पत्र पर कहा कि 9 दिसंबर 2006 को तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने विज्ञान भवन में नेशनल डिफेंस काउंसिल की मीटिंग में कहा था कि इस देश की संपत्तियों पर सबसे पहला अधिकार माइनॉरिटी और मुस्लिम का है। कांग्रेस सरकार ने मुस्लिम यूनिवर्सिटी में एससी, एसटी का रिजर्वेशन कैंसिल कर दिया। हिंदू-मुसलमान के आधार पर इन्होंने देश को बांटकर अपना काम चलाया है।
उन्होंने आगे कहा कि 2012 में कन्नौज में उप चुनाव था। डिंपल यादव निर्विरोध जीती थीं। उस वक्त लोकतंत्र खतरे में नहीं था। जनता की नजर से नजर मिलाकर राजनीति करो, गुमराह करके नहीं। सारी दुनिया में भारत का कद बढ़ा है। पहले अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की आवाज कोई नहीं सुनता था। आज पूरी दुनिया हमारी बात सुनती है। जल्द ही भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बन जाएगा।
(आईएएनएस)
विशाखापत्तनम, 23 अप्रैल । आंध्र प्रदेश के एक मेडिकल छात्र की किर्गिस्तान में एक झरने में डूबने से मौत हो गई।
अनाकापल्ली जिले का रहने वाला दसारी चंदू (20) विश्वविद्यालय के अन्य छात्रों के साथ वहां गया था। वह अपने कुछ दोस्तों के साथ झरने में उतरा। लेकिन बर्फ में फंसकर उसकी मौत हो गई।
अनाकापल्ली जिले के मदुगुला गांव का निवासी चंदू हलवा विक्रेता भीमा राजू का दूसरा बेटा था। वह एक साल पहले एमबीबीएस करने के लिए किर्गिस्तान गया था।
परिवार ने भारत सरकार से उसके पार्थिव शरीर को घर लाने में मदद की अपील की है।
अनाकापल्ली सांसद बी. वेंकट सत्यवती ने इस मुद्दे को केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी के संज्ञान में लाया।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने किर्गिस्तान में भारतीय दूतावास के अधिकारियों से बात की और उनसे चंदू के शव को भारत भेजने में सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया।
(आईएएनएस)
पटना, 23 अप्रैल । पटना पहुंचे भोजपुरी अभिनेता खेसारी लाल यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मेरा घर है यहां, इसलिए आए हैं, जो चुनाव लड़ रहे हैं, उन्हें मेरी शुभकामनाएं। सब लोग जीते और बिहार के विकास के लिए काम करें, हार-जीत मायने नहीं रखता।
वहीं, उन्होंने आगे कहा कि मेरी शुभकामनाएं पवन सिंह के साथ है। हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द वह संसद भवन में सिनेमा के लिए, शिक्षा के लिए, हमारी भाषा के लिए, लोगों के रोजगार के लिए आवाज़ उठाएं। हमसे जहां तक मदद होगी, हम उनके साथ हैं।
उन्होंने कहा, “लोगों का भला करने के लिए जरूरी नहीं है राजनीति में आना। आपके अंदर विचारधारा अच्छी होनी चाहिए, आपके मन में सेवा भाव हो। जहां तक मेरा सवाल है, मेरा इरादा चुनाव लड़ने का नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा, “पवन सिंह चुनाव प्रचार में अगर बुलाएंगे तो हम जाएंगे। मेरे लिए जाति कोई मायने नहीं रखता, कोई नेता मायने नहीं रखता, संबंध मायने रखता है। सबसे ऊपर बिहार का विकास है। बिहार के लोगों ने हमें बनाया है। तेजस्वी जी को बनाया है। कलाकार और जनता, सबको जनता ने बनाया है।”
वहीं, बीजेपी के 400 पार होने के सवाल पर खेसारी लाल यादव ने कहा यह राजनीतिक विषय है। मेरा विषय है बिहार का विकास। हम लोग मिलकर बात नहीं करेंगे तो मुझे नहीं लगता कि बिहार के विकास के लिए कोई बात करेगा।
(आईएएनएस)
भोपाल, 23 अप्रैल । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से विकास कर रहा है और विकसित भारत बनने के रास्ते पर है। वहीं प्रधानमंत्री ने देश की राजनीति की परिभाषा और संस्कृति को बदल दिया है।
मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में भाजपा उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री डाॅ वीरेद्र कुमार के समर्थन में आयोजित जनसभा में हनुमान जयंती की शुभकामनाएं और बुंदेलखंड के महापुरुषों को याद करते हुए जेपी नड्डा ने कहा, वर्तमान में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजनीति की परिभाषा, राजनीति की संस्कृति, राजनीति का ढर्रा और राजनीति की सोच 10 साल में बदल चुकी है।
भाजपा अध्यक्ष ने वर्ष 2014 से पहले के हालात की चर्चा करते हुए कहा, 10 साल पहले जनता ही कहती थी राजनीति में कुछ बदलाव नहीं आएगा, यह तो ऐसे ही चलेगा। निराशा का वातावरण इस स्थिति में था कि लोग कहते थे कि कुछ नहीं बदलने वाला है। आज वही भारत का सामान्य मानव कहने लगा है कि देश बदल रहा है और देश विकसित हो रहा है। विकसित होने के रास्ते पर चल पड़ा है।
नड्डा ने कश्मीर से धारा 370 खत्म किए जाने और अयोध्या में रामलला के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का जिक्र करते हुए कहा, यह सांसद वीरेंद्र कुमार का चुनाव नहीं है। यह चुनाव वीरेंद्र के माध्यम से विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने का संकल्प लेने वाला है। इसलिए मजबूत सरकार, स्थित सरकार और निर्णय लेने वाली सरकार चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि आज राजनीति की संस्कृति, राजनीति का तौर तरीका, सब कुछ बदल चुका है और अब हम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत के संकल्प को आगे बढ़ने का काम कर रहे हैं। देश की आर्थिक स्थिति बदली है, 10 साल में हम 11वें स्थान से पांचवें स्थान में आ गए हैं। आने वाले दो वर्षों में हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बन जाएगी।
(आईएएनएस)
भोपाल, 23 अप्रैल । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से विकास कर रहा है और विकसित भारत बनने के रास्ते पर है। वहीं प्रधानमंत्री ने देश की राजनीति की परिभाषा और संस्कृति को बदल दिया है।
मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में भाजपा उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री डाॅ वीरेद्र कुमार के समर्थन में आयोजित जनसभा में हनुमान जयंती की शुभकामनाएं और बुंदेलखंड के महापुरुषों को याद करते हुए जेपी नड्डा ने कहा, वर्तमान में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजनीति की परिभाषा, राजनीति की संस्कृति, राजनीति का ढर्रा और राजनीति की सोच 10 साल में बदल चुकी है।
भाजपा अध्यक्ष ने वर्ष 2014 से पहले के हालात की चर्चा करते हुए कहा, 10 साल पहले जनता ही कहती थी राजनीति में कुछ बदलाव नहीं आएगा, यह तो ऐसे ही चलेगा। निराशा का वातावरण इस स्थिति में था कि लोग कहते थे कि कुछ नहीं बदलने वाला है। आज वही भारत का सामान्य मानव कहने लगा है कि देश बदल रहा है और देश विकसित हो रहा है। विकसित होने के रास्ते पर चल पड़ा है।
नड्डा ने कश्मीर से धारा 370 खत्म किए जाने और अयोध्या में रामलला के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का जिक्र करते हुए कहा, यह सांसद वीरेंद्र कुमार का चुनाव नहीं है। यह चुनाव वीरेंद्र के माध्यम से विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने का संकल्प लेने वाला है। इसलिए मजबूत सरकार, स्थित सरकार और निर्णय लेने वाली सरकार चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि आज राजनीति की संस्कृति, राजनीति का तौर तरीका, सब कुछ बदल चुका है और अब हम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत के संकल्प को आगे बढ़ने का काम कर रहे हैं। देश की आर्थिक स्थिति बदली है, 10 साल में हम 11वें स्थान से पांचवें स्थान में आ गए हैं। आने वाले दो वर्षों में हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बन जाएगी।
(आईएएनएस)
कन्नूर (केरल), 23 अप्रैल । केरल में चुनाव प्रचार खत्म होने के एक दिन पहले मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) और केरल के 18 सांसदों, खासकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना की।
लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार बुधवार शाम को समाप्त हो जाएगा। केरल में 20 नए लोकसभा सांसदों को चुनने के लिए 26 अप्रैल को मतदान होगा।
2019 के चुनावों में, कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ ने 19 सीटें जीतीं और सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले वामपंथ को एक सीट मिली थी।
लेकिन, बाद में यूडीएफ की लोकसभा सदस्य थॉमस चाज़िकादान की पार्टी, केरल कांग्रेस (एम) वाम मोर्चे में शामिल हो गई।
सीएम विजयन ने राज्य के सभी 14 जिलों को कवर करते हुए अपने राज्यव्यापी चुनाव अभियान को समाप्त करने के बाद अपने गृह क्षेत्र कन्नूर में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि देश भर में आम भावना यह है कि मोदी सरकार को वापस नहीं आना चाहिए।
उन्होंने कहा, ''पूरे देश में मोदी विरोधी लहर है। पीएम मोदी बेहद आपत्तिजनक सांप्रदायिक बयान दे रहे हैं और यह समय है कि भारत के चुनाव आयोग को अपनी निष्पक्षता दिखाने के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए, लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसलिए एकमात्र विकल्प कानूनी रास्ता बचा है और इसे अपनाया जाएगा।”
फिर हमेशा की तरह कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए सीएम विजयन ने कहा, कांग्रेस नेताओं के बीच भी आम धारणा यह है कि राहुल अपनी यात्राओं के बाद बदल गए हैं।
“उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के बारे में एक शब्द भी नहीं बोला, न ही कांग्रेस के घोषणापत्र में इसके बारे में कुछ कहा गया है। ऐसा प्रतीत होता है कि वह आरएसएस और भाजपा की मदद कर रहे हैं।
सीएम विजयन ने कहा,“ केरल में, राहुल एक अलग स्वर में बोलते हैं, जबकि उन्हें वह कहना चाहिए, जो पूरे भारत में विपक्ष द्वारा कहा जा रहा है।”
सीएम कांग्रेस सांसद के इस बयान से नाराज हैं कि प्रवर्तन निदेशालय विजयन और उनकी बेटी की आईटी कंपनी के सौदों पर नरम रुख अपना रहा है।
सीएम विजयन ने यूडीएफ के 18 मौजूदा सांसदों की आलोचना की और कहा कि उन्होंने कभी भी संसद के अंदर केरल के लिए आवाज नहीं उठाई।
उन्होंने कहा,“मैंने दो बार बैठक बुलाई थी और राज्य की जरूरतों के लिए लड़ने के लिए यूडीएफ के 18 सांसदों का समर्थन मांगा था। वे हमारा समर्थन करने के लिए तैयार हो गए, लेकिन जब सौंपे जाने वाले ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने की बात आई, तो उन्होंने कहा कि ज्ञापन में एक वाक्य शामिल किया जाना चाहिए, कि राज्य के खराब शासन के कारण चीजें इस स्तर तक पहुंच गई हैं।
सीएम विजयन ने कहा,“यह स्पष्ट रूप से इन 18 सांसदों की मानसिकता को दर्शाता है क्योंकि वे राज्य के खिलाफ हैं। इस बार वामपंथियों की शानदार जीत होगी।”
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 23 अप्रैल । लोकसभा चुनाव के बचे हुए छह चरणों में मतदाताओं को बूथ तक लाने के लिए भाजपा ने विशेष रणनीति तैयार कर ली है। पार्टी की कोशिश है कि अपने कार्यकर्ताओं को ज्यादा से ज्यादा उत्साहित कर मतदाताओं को वोटिंग वाले दिन मतदान करने के लिए प्रोत्साहित करें ताकि मतदान का प्रतिशत भी बढ़े और पार्टी की जीत का अंतर भी।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दिन में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में जनसभा को संबोधित करते हुए पार्टी के कार्यकर्ताओं से लोगों के घर-घर जाकर वोटरों से सीधा संपर्क स्थापित करने और मतदान के दिन टोलियां बनाकर उत्सव मनाते हुए पोलिंग बूथ पर जाने का आह्वान किया था।
उन्होंने देशभर के पार्टी कार्यकर्ताओं को मतदाताओं को वोट करने के लिए प्रेरित करने की नसीहत देते हुए कहा था, "मेरा आपसे अनुरोध है कि आप घर-घर जाइए, सभी मतदाताओं के पास जाकर इन सारे विषयों के बारे में घर में बैठकर उन्हें बताइए और उनसे वादा लीजिए कि घर में शादी हो या छुट्टी हो लेकिन वे वोट करने जाएंगे। उनसे पक्का वादा लीजिए और और दूसरा काम, जब मतदान हो तो अपने पोलिंग बूथ पर उत्सव मनाइए। यह लोकतंत्र का उत्सव है, आनंद उत्सव होना चाहिए। छोटी-छोटी 15-20 लोगों की टोलियां बनाकर गीत गाते-गाते मतदान करने के लिए जाएं और हमारे गांव वाले तो तुरंत गीत बना भी लेते हैं। लोकतंत्र का जय-जयकार करते हुए जाए,उत्सव मनाएं और फिर मतदान कर वापस लौटें। तीसरा काम, हमें पोलिंग बूथ जीतना है। हमें एक भी पोलिंग बूथ हारना नहीं है। घर-घर जाना है। मतदाताओं को मिलकर सारी बातें बतानी है, सिर्फ दरवाजे पर पर्चा देकर नहीं आना है, बल्कि उनके घर में जाकर बैठना है, उनका पानी पीना है और उनसे 5-10 मिनट बात करनी है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के बाद सोमवार को ही देर रात भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। जिस बैठक में नड्डा के अलावा केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल, विनोद तावड़े, तरुण चुग, अरुण सिंह और दुष्यंत गौतम सहित अन्य कई नेता शामिल हुए।
सूत्रों के मुताबिक, सोमवार को देर रात तक चली बैठक में शाह और नड्डा ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर देशभर में चलाए रहे चुनाव प्रचार अभियान, प्रथम चरण के तहत देश के 21 राज्यों और संघ शासित प्रदेशों की 102 लोकसभा सीटों पर हुए मतदान और पार्टी द्वारा चलाए जा रहे तमाम चुनावी अभियानों की समीक्षा की।
सूत्रों की मानें तो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के मुताबिक बैठक में बूथ स्तर तक जाकर चुनाव के बचे हुए 6 चरणों मे मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए विभिन्न उपायों पर चर्चा की गई। मतदाताओं से सीधा संपर्क स्थापित करने के लिए घर-घर जाकर उन्हें अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर और कांग्रेस के घोषणापत्र सहित उन तमाम मुद्दों के बारे में जानकारी देने की रणनीति भी तैयार की गई, जिन मुद्दों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं अपनी चुनावी जनसभाओं में लगातार उठा रहे हैं।
भाजपा को यह भी लगता है कि भयंकर गर्मी की वजह से लोग कम तादाद में मतदान करने के लिए अपने घरों से निकलें और ऐसे में यह बताया जा रहा है कि पार्टी अपने बूथ अध्यक्षों एवं एजेंटों से तो विशेष व्यवस्था करने को कहेगी ही, लेकिन साथ ही पार्टी चुनाव आयोग से भी मुलाकात कर कुछ विशेष कदम उठाने का आग्रह कर सकती है ताकि भयंकर गर्मी के इस मौसम में लोगों को थोड़ी राहत महसूस हो और वे घरों से निकल कर वोट कर सकें।
भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को इस बात के लिए उत्साहित करेगी कि वे सुबह मतदान शुरू होने के कुछ घंटों के अंदर ही ज्यादा से ज्यादा लोगों से वोट करवाने की कोशिश करें, वहीं दूसरी ओर चुनाव आयोग से भी पोलिंग बूथों पर पीने का पानी, छाया के लिए टेंट और कूलर जैसे इंतजाम करने का आग्रह भी कर सकती है।
(आईएएनएस)
हैदराबाद, 23 अप्रैल । तेलंगाना के पेद्दापल्ली जिले में मनैर नदी पर निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा सोमवार और मंगलवार की मध्यरात्रि को ढह गया। हालाकि, इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है।
यह घटना मुथारम मंडल के ओडेडु गांव में घटी। तेज हवाओं के कारण पुल के दो गर्डर गिर गए।
ग्रामीणों ने मंगलवार को घटना की जानकारी पुलिस को दी।
एक किलोमीटर लंबे पुल पर 2016 से काम चल रहा है। इस पुल का निर्माण जयशंकर भूपालपल्ली जिले के ओडेडु को गार्मिलपल्ली गांव से जोड़ने के लिए किया जा रहा है।
पुल की नींव 2016 में रखी गई थी। इसकी अनुमानित लागत 47.40 करोड़ रुपये है और इसे एक साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था।
पुल का निर्माण पूरा होने पर मंथनी और परकल तथा भूपालपल्ली और जम्मीकुंटा कस्बों के बीच की दूरी लगभग 50 किलोमीटर कम होने की उम्मीद है।
(आईएएनएस)
मुंबई, 23 अप्रैल सीमा शुल्क विभाग ने मुंबई हवाई अड्डे पर नूडल्स के पैकेट में छिपाए गए हीरे और यात्रियों के शरीर के अंगों और उनके सामान में छिपाया गया सोना जब्त किया है, जिनकी कुल कीमत 6.46 करोड़ रुपये है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने सोमवार देर रात जारी की गई एक विज्ञप्ति में बताया कि सप्ताहांत में चार यात्रियों के पास से 4.44 करोड़ रुपये मूल्य का 6.815 किलोग्राम से अधिक सोना और 2.02 करोड़ रुपये के हीरे जब्त कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों द्वारा मुंबई से बैंकॉक की ओर जा रहे एक भारतीय नागरिक की तलाशी लेने पर उसके ट्रॉली बैग के अंदर नूडल्स के पैकेट में छिपाए गये हीरे बरामद हुए थे। वह हीरे की तस्करी करने के प्रयास में था।
अधिकारी ने बताया कि बाद में यात्री को गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि इसी तरह कोलंबो से मुंबई की यात्रा कर रहे एक विदेशी नागरिक को मुंबई हवाई अड्डे पर रोका गया। उसने अपने अंत: वस्त्र में कुल 321 ग्राम सोना छुपाया हुआ था।
विज्ञप्ति में बताया गया कि इसी तरह दस भारतीय नागरिकों को भी रोका गया था और उनके पास से कुल 6.199 किलोग्राम सोना बरामद किया गया, जिसकी कुल कीमत 4.04 करोड़ रुपये थी। उन्होंने सोने को अपने मलाशय और सामान में छुपाया हुआ था। (भाषा)
पटना, 23 अप्रैल । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दूसरे चरण में 26 अप्रैल को प्रदेश की पांच लोकसभा क्षेत्रों में होने वाले मतदान के पहले मंगलवार को एक पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने न केवल लोगों को 2005 से पहले की सरकार की याद दिलाई, बल्कि यह भी कहा कि बिहार की सेवा ही हमारा धर्म है। पूरा बिहार हमारा परिवार है।
जदयू ने इस पत्र को अपने एक्स हैंडल से भी पोस्ट किया है।
पत्र में कहा गया है कि आपको याद होगा कि 2005 से पहले की सरकार ने बिहार को किस हाल में पहुंचा दिया था। बिहार का खजाना खाली था। सड़क, बिजली, स्कूल, अस्पताल जैसी बुनियादी सुविधाओं पर कोई बात करने वाला नहीं था। घोटाले, अपराध, अपहरण, हत्या, डकैती, नरसंहार, माफिया राज बिहार की पहचान बन चुके थे। उद्योग-धंधे बंद हो गए थे।
पत्र में आगे लिखा कि यह कहना ठीक नहीं होगा कि बिहार में व्यवस्था चौपट हो चुकी थी, सच तो यह है कि उस समय बिहार में कोई व्यवस्था ही नहीं थी। बिहारवासियों को देश-दुनिया में अपमान झेलना पड़ता था। इसके बाद 2005 में घना अंधेरा छंटा। उम्मीदों का नया सूरज उगा। बिहार की देवतुल्य जनता ने राज्य में एनडीए की सरकार को मौका दिया। और हमने बिहार को अराजकता और अव्यवस्था से बाहर निकालकर विकास की राह पर ले जाने का संकल्प लिया।
उन्होंने पत्र में एनडीए सरकार में किये गए कार्यों का जिक्र करते हुए पत्र में लिखा कि बिहार को उसकी खोई हुई गरिमा वापस मिली। आज बिहार का परचम देश-दुनिया में लहरा रहा है।
पत्र में उन्होंने लोगों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि आगे भी लाखों लोगों को सरकारी नौकरियां और रोजगार देते रहेंगे।
नीतीश कुमार ने पत्र में लिखा कि बिहार की सेवा ही हमारा धर्म है। पूरा बिहार हमारा परिवार है।
पत्र के आखिर में उन्होंने लिखा कि आपके संसदीय क्षेत्र में मतदान होने वाला है। हम सबका लक्ष्य इस बार बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटें जीतने का है।
उन्होंने लोगों से एनडीए के प्रत्याशी को वोट देने की अपील भी की।
(आईएएनएस)
जयपुर, 23 अप्रैल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी ने अपने चुनावी घोषणापत्र में लोगों का धन छीनकर अपने 'खास' लोगों को बांटने की गहरी साजिश रची है।
प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को टोंक के उनियारा में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि दो दिन पहले बांसवाड़ा में दिए उनके 90 सेकेंड के भाषण में वोट बैंक और तुष्टीकरण की राजनीति उजागर होने बाद कांग्रेस व विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में भगदड़ मच गई है।
मोदी ने कहा, ''मैंने देश के सामने सत्य रखा। कांग्रेस आपकी संपत्ति छीनकर अपने खास लोगों को बांटने की गहरी साजिश रचकर बैठी है। दो से तीन दिन पहले मैंने कांग्रेस की इस वोटबैंक और तुष्टिकरण की राजनीति का पर्दाफाश किया था। इससे कांग्रेस और उसके इकोसिस्टम को इतनी मिर्ची लगी है कि वो हर तरफ मुझे गालियां देने में जुटे हैं।''
उन्होंने कहा, ''मैं कांग्रेस से जानना चाहता हूं कि आखिर वह सच्चाई से इतना डरती क्यों है? कांग्रेस क्यों अपनी नीतियों को छिपाने में लगी है? जब आपने नीति बनाई है, निर्णय लिया है तो अब-जब मोदी ने राज खोलकर रख दिया है और आपका 'हिडन एजेंडा' बाहर आ गया है तो कांप रहे हो।''
प्रधानमंत्री ने कहा, ''अरे हिम्मत है तो स्वीकार करो, हम आपसे मुकाबला करने के लिए तैयार हैं। ये बात देश को साफ-साफ बताना चाहता हूं कि कांग्रेस वोट बैंक की राजनीति के दलदल में इतना धंसी हुई है कि उसे बाबा साहेब के संविधान की भी परवाह नहीं है।''
उन्होंने कहा, ''आपको पता होगा उन्होंने घोषणापत्र में लिखा है कि आपकी संपत्ति का सर्वे करेंगे, हमारी माताओं-बहनों के पास जो स्त्रीधन होता है, मंगलसूत्र होता है उसका सर्वे करेंगे। फिर उनके एक नेता ने तो भाषण में कहा 'एक्स रे' किया जाएगा।''
मोदी ने कहा, ''कांग्रेस पार्टी की सोच हमेशा से तुष्टिकरण की रही है। कांग्रेस पार्टी देश की मुसीबत में अपने लिए भ्रष्टाचार के नए मौके तलाशती है।''
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ दिन पहले कर्नाटक में एक दुकानदार को सिर्फ इसलिए पीटा गया क्योंकि वह अपनी दुकान में हनुमान चालीसा सुन रहा था।
उन्होंने कहा, ''आप कल्पना कर सकते हैं ...कांग्रेस के राज में हनुमान चालीसा सुनना भी गुनाह हो जाता है। कांग्रेस के राज में अपनी आस्था का पालन करना भी मुश्किल हो जाता है। राजस्थान तो खुद इसका भुगतभोगी रहा है।''
उन्होंने कहा, ''राजस्थान ये बखूबी जानता है कि सुरक्षित राष्ट्र और स्थायी सरकार कितनी जरूरी है। इसलिए चाहे 2014 हो या 2019 हो, राजस्थान ने एकजुट होकर देश में भाजपा की ताकतवर सरकार बनाने के लिए अपना आशीर्वाद दिया था। आपने 25 की 25 सीटें भाजपा को दी थीं।''
मोदी ने कहा, ''एकजुटता ही राजस्थान की सबसे बड़ी पूंजी है। याद रखिएगा, जब-जब हम बंटे हैं, तब-तब देश के दुश्मनों ने फायदा उठाया है। अब भी राजस्थान को बांटने की, यहां के लोगों को बांटने की पूरी कोशिशें हो रही हैं। इससे राजस्थान को सावधान रहने की जरूरत है।'' (भाषा)
नयी दिल्ली/पटना, 23 अप्रैल पटना में लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए लगे एक पोस्टर में लिखा ‘विरासत भी, विकास भी’ का नारा 20 वर्षीय छात्र अमन लाल को बिहार की राजधानी के साथ ‘क्रूर मजाक’ लगता है जहां पिछले कुछ साल में कई ऐतिहासिक इमारतों को ध्वस्त किया जा चुका है।
पटना कॉलेज से स्नातक कर रहे अमन इस चुनाव में पहली बार मतदान करेंगे। उनका कहना है कि इस शहर में धरोहर इमारतों को बड़े स्तर पर नुकसान होने के बावजूद नेताओं और जनता के लिए यह चुनावी मुद्दा नहीं है।
हालांकि, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने 2024 के चुनाव घोषणापत्र में उल्लेख किया है कि वह ‘काशी विश्वनाथ कॉरिडोर मॉडल’ की तर्ज पर धार्मिक और पर्यटन स्थलों का विकास करेगी और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण स्मारकों का संरक्षण करेगी, वहीं कांग्रेस ने वादा किया है कि सत्ता में आने पर एएसआई को और अधिक धन और मानव संसाधन मुहैया कराएगी।
ऐसे चुनावी वादों के बावजूद दिल्ली से पटना और बेंगलुरु से मुंबई तक बड़ी संख्या में मतदाता ‘धरोहर भवनों’ की बात चुनावी मुद्दे के रूप में नहीं होने पर निराश हैं।
पिछले कुछ साल में पटना में कई ऐतिहासिक इमारतों को गिरा दिया गया है। इनमें एक पटना कलेक्टोरेट है जिसे 2022 में नए परिसर के निर्माण के लिए गिरा दिया गया था और कई इतिहासकारों, विद्वानों तथा शिल्पकारों ने इसकी आलोचना की थी।
अमन ने कहा कि विश्व धरोहर दिवस के एक दिन बाद 19 अप्रैल को मतदान शुरू हुआ लेकिन राजनीतिक भाषणों में इसकी कोई चर्चा नहीं हो रही है।
दक्षिण भारत में भी लोगों के मन में इसी तरह के भाव हैं। बेंगलुरु निवासी यशस्विनी शर्मा के अनुसार चुनावी चर्चा और रैलियों के भाषणों में ऐतिहासिक इमारतों की बात कोई नहीं कर रहा।
स्थापत्य संरक्षण के क्षेत्र में काम करने वाली शर्मा ने कहा कि बेंगलुरु में पिछले कुछ सालों में ऐसे कई ऐतिहासिक स्थल अपना महत्व खो चुके हैं।
वह बेंगलुरु के बीचोंबीच स्थित जनता बाजार (एशियाटिक बिल्डिंग) और 1880 के दशक में बने ऐतिहासिक देवराजा मार्केट का उदाहरण देती हैं।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘चुनावी रैलियों में भारी भीड़ उमड़ती है, और राजनेता तथा नेता इस अवसर का उपयोग हमारी सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत के बारे में अधिक जागरूकता पैदा करने और हमारे विरासत स्थलों के लिए गर्व की भावना पैदा करने के लिए कर सकते हैं, लेकिन वास्तव में, वे अब तक इस अवसर का लाभ नहीं उठा रहे हैं।’’
पुरानी दिल्ली में धरोहरों के क्षरण पर मुखर रुख रखने वाले और इनके संरक्षण की वकालत करने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने कहा, ‘‘धरोहरों को चुनावी मुद्दा बनाया जाना चाहिए।’’
उन्होंने दावा किया कि आज विरासत या तो ‘फैशन और स्टेटस की चीज बन गई हैं’ या ‘केवल आलेखों और कहानियों में सिमट कर रह गई है।’ (भाषा)
जयपुर, 23 अप्रैल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि देश में दलितों, पिछड़ों व आदिवासियों का आरक्षण न खत्म होगा न ही उसे धर्म के नाम पर बांटने दिया जाएगा।
मोदी ने आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस को ललकारते हुए कहा कि क्या कांग्रेस ऐलान करेगी कि वे संविधान में दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों के आरक्षण को कम करके इसे मुसलमानों को नहीं बांटेगी?'
मोदी ने टोंक के उनियारा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ''सच्चाई यह है कि जब कांग्रेस और उसका गठबंधन सत्ता में था तो ये लोग दलितों, पिछड़ों के आरक्षण में सेंधमारी कर वोट बैंक की राजनीति के लिए अपनी खास जमात को अलग से आरक्षण देना चाहते थे, जो संविधान के बिलकुल खिलाफ है।''
उन्होंने कहा, ''आरक्षण का जो हक बाबा साहब ने दलित, पिछड़ों और आदिवासियों को दिया कांग्रेस और उसका गठबंधन उसे मजहब के आधार पर मुसलमानों को देना चाहते थे।''
मोदी ने कहा, ''मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं, क्या कांग्रेस ऐलान करेगी की संविधान में दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के आरक्षण को कम कर इसे मुसलमानों को नहीं बांटेगी। वे देश की जनता से वादा करे।''
उन्होंने कहा, ''कांग्रेस वालों से पूछो... कर्नाटक, आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में इन्होंने आरक्षण को मजहब के आधार पर बांटने का खेल क्यों शुरू किया था?''
प्रधानमंत्री ने कहा, ''कांग्रेस की इन साजिशों के बीच मोदी आपको खुले मंच से गारंटी दे रहा है कि दलितों, पिछड़ों व आदिवासियों का आरक्षण खत्म नहीं होगा। ये मोदी की गारंटी है।''
मोदी ने कहा, ''आरक्षण न खत्म होगा और न ही उसे धर्म के नाम पर बांटने दिया जाएगा। ये मोदी की गारंटी है।''
उन्होंने कहा, ''मोदी, संविधान को समझता है। मोदी संविधान को समर्पित है, मोदी बाबा साहब आंबेडकर की पूजा करने वाला व्यक्ति है।'' (भाषा)
गुवाहाटी, 23 अप्रैल । असम के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने आरोप लगाया है कि असम में लोगों की परेशानियों के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि राज्य के लोग ऐसे लोगोें को वोट नहीं देंगे, जिनके पास उनके विकास के लिए कोई विजन न हो, जिन्होंने उनके राज्य को उग्रवाद में धकेला हो।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य दोनों में सत्ता में रहने के बावजूद कांग्रेस उग्रवाद को रोकन में विफल रही।
आईएएनएस के साथ एक साक्षात्कार में, केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने कहा, "हर किसी को याद है कि असम आंदोलन के बाद कांग्रेस ने लोगों को कैसे धोखा दिया, कैसे वह उग्रवाद को नियंत्रित करने में विफल रही, कैसे वर्षों तक असम के युवक-युवतियां मारे जाते रहे।"
उन्होंने कहा, "हमें लोगों का सम्मान करना चाहिए और पांच वर्षों के लिए एक विजन पेश करना चाहिए। लोग ऐसे लोगों को वोट नहीं देंगे, जिनके पास कोई विजन न हो।"
2014 में केंद्रीय मंत्री सोनोवाल लखीमपुर संसदीय सीट से लोकसभा के लिए चुने गए थे। इस बार वह डिब्रूगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैंं।
केंद्रीय मंत्री के मुताबिक, लोग देश के विकास के साथ-साथ सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का कुशल कार्यान्वयन भी चाहते हैं, ताकि उनके जीवन स्तर में सुधार हो सके।
उन्होंने कहा, "छह दशकों तक, कांग्रेस सरकार ने अपने कुशासन से लोगों को धोखा दिया है। भाजपा नेता ने कहा कि 2014 के बाद से, असम के लोगों ने पहली बार देखा है कि अगर इरादे सही हों, तो विकास कैसे संभव है और कैसे मोदी जी ने इसे उनके दरवाजे तक पहुंचाया है।''
सोनोवाल ने कहा, ''सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के अलावा, लखीमपुर और डिब्रूगढ़ को बोगीबील पुल से जोड़ा गया। यह इंजीनियरिंग का एक चमत्कार है। कांग्रेस सरकार ने दशकों तक इसकी उपेक्षा की।"
उन्होंने कहा, "इस तरह नरेंद्र मोदी सरकार के एक दशक के सुशासन ने लोगों की धारणा बदल दी है।"
केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने यह भी दावा किया कि लोकसभा चुनाव में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग बीजेपी को वोट देंगे।
उन्होंने कहा," लोककल्याण के दौरान भाजपा किसी के साथ भेदभाव नहीं करती। योजनाओं का लाभ हर नागरिक तक पहुंचता है। ऐसे में 'मुस्लिम समुदाय के लोग मजबूती से मोदी जी के साथ खड़े हैं।''
भाजपा नेता ने कहा,“देश के लोग नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लोगों के जीवन को बेहतर बनाने, आधुनिकीकरण करने और सभी की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों मेंं सुधार करने के लिए पीएम मोदी के साथ खड़े हैं। "
सर्बानंद सोनोवाल 2016-21 के दौरान असम के मुख्यमंत्री थे और बाद में वह केंद्रीय राजनीति में चले गए और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हिमंत बिस्वा सरमा को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह राज्य की राजनीति में लौटने का इरादा रखते हैं, केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने कहा, "मैंने राज्य की राजनीति कभी नहीं छोड़ी। यह मेरा घर है, यहीं मैं बड़ा हुआ हूं। मेरी राजनीतिक यात्रा असम में शुरू हुई और मैं वर्तमान में राज्य के लोगों का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं।"
उन्होंने कहा, "मेरा दायित्व बदल सकता है, लेकिन डिब्रूगढ़ और असम के लोगों के कल्याण के प्रति मैं प्रतिबद्ध हूं।"
(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 23 अप्रैल । कर्नाटक के हुबली शहर में एक मुस्लिम युवक को एक हिंदू लड़की के साथ कथित तौर पर मारपीट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पीड़िता ने एक एमसीए छात्र और कांग्रेस नेता की बेटी नेहा हीरेमथ की एक मुस्लिम द्वारा कथित हत्या के बाद उसके साथ 'दोस्ती' खत्म करने का फैसला किया था।
पुलिस ने सोमवार को बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान फल विक्रेता आफताब के रूप में हुई है।
लड़की ने पुलिस को बताया कि उसका परिचय आफताब से एक अन्य मुस्लिम लड़की के माध्यम से हुआ था जो उसकी सहपाठी थी।
लड़की ने मीडिया को बताया, "आफताब दो साल से मेरा पीछा कर रहा था। उसने बैग और अन्य सामान उपहार में दिए थे। मैंने उससे दोस्ती करने की कोशिश की। हालांकि, नेहा हत्याकांड के बाद, मुझे आफताब के इरादों के बारे में आशंका होने लगी और मैंने उससे कहा कि वह हमारे बीच सभी संबंध खत्म कर दे।
"उसने मुझसे अपने द्वारा दिए गए सभी उपहार वापस करने को कहा। जब मैं उपहार वापस करने आई और उससे दोस्ती खत्म करने के लिए कहा, तो उसने मेरे साथ मारपीट की और सार्वजनिक स्थान पर मेरे सिर पर वार किया।"
आफताब ने सड़क किनारे लड़की द्वारा लौटाए गए उपहारों में भी आग लगा दी।
पीड़िता ने कहा, "मुझ पर हमला होते देख राहगीर मेरी मदद के लिए आए और वे आफताब को ले गए।"
लड़की को बचाने वाले कथित हमले के एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि उसने अचानक देखा कि सार्वजनिक स्थान पर दिन के उजाले में एक युवा लड़की पर हमला किया गया था।
उसने कहा, "मैं उसकी मदद के लिए दौड़ा और उसे दूर धकेल दिया। उसके पास चाकू था।"
लड़की ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा कि आफताब ने उसे जबरदस्ती बैग और अन्य सामान गिफ्ट कर दिया। उसने दावा किया कि उसने उस पर संबंध जारी रखने के लिए भी दबाव डाला और उसके साथ मारपीट की।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
हुबली-धारवाड़ पुलिस आयुक्त रेणुका सुकुमार ने सोमवार को कहा कि पुलिस ने मामले के सिलसिले में आरोपी आफताब को गिरफ्तार कर लिया है।
(आईएएनएस)
हासन (कर्नाटक), 23 अप्रैल कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को कानून की पढ़ाई करने वाली प्रथम वर्ष की एक छात्रा ने बस की मुफ्त टिकट से बनी एक माला भेंट की, जिससे वह बहुत खुश हुए।
कांग्रेस के पांच प्रमुख चुनावी वादों में से एक 'शक्ति' गारंटी योजना शुरू करने के लिए छात्रा ने सिद्धरमैया के प्रति आभार जताने के लिए ये माला भेंट की।
पिछले साल जून में शुरू की गई इस योजना से राज्य की गैर-लक्जरी सरकारी बसों में महिलाएं मुफ्त यात्रा करती हैं।
परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस योजना की शुरुआत के बाद 194.39 करोड़ मुफ्त यात्रा की गई हैं, जिसमें राज्य के खजाने पर 4,673.56 करोड़ रुपये का भार पड़ा।
एम. ए. जयश्री ने सोमवार शाम को इस जिले के अरसीकेरे में एक चुनावी रैली के दौरान सिद्धरमैया को माला भेंट की थी।
जयश्री ने सिद्धरमैया को माला भेंट करते हुए कहा, ''आपने मुझे बसों में मुफ्त यात्रा करने की सुविधा दी, जिससे मैं कानून की पढ़ाई कर सकूं।''
सिद्धरमैया के कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में जयश्री के हवाले से बताया गया कि उसने माला भेंट करते हुए कहा, ''इसलिए मैंने बस के सारे मुफ्त टिकट जमा किये थे और उनसे ये माला बनाई। मैं आपको इसे देने के लिए महीनों से इंतजार कर रही हूं। जब मुझे पता चला कि आप आज अरसीकेरे आ रहे हैं, तो मैं यह माला लेकर यहां आ गई।''
मुख्यमंत्री इस भाव से अभिभूत हुए और उन्होंने इसे "हमारी सरकार की उपलब्धियों की माला" के तौर पर स्वीकार किया।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर विपक्षियों द्वारा कांग्रेस की गारंटी योजना की आलोचना किये जाने पर कटाक्ष करते हुए कहा, ''वह कानून की पढ़ाई पूरी करके एक अच्छी वकील बनकर समाज की सेवा करना चाहती है और उन गुमराह लोगों को सही रास्ता दिखाना चाहती है जो गारंटी योजनाओं के कारण लड़कियों के भटकने का आरोप लगाते हैं।" (भाषा)
नई दिल्ली, 23 अप्रैल । आम आदमी पार्टी के सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि ईडी की गिरफ्तारी के बाद तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पहली बार इंसुलिन दिया गया।
आप सूत्रों ने दावा किया, ''केजरीवाल का शुगर लेवल लगातार बढ़ता जा रहा था और यह 320 तक पहुंच गया था।''
हालांकि, इंसुलिन के बारे में तिहाड़ जेल प्रशासन ने अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है।
इस बीच, आप नेता ने तिहाड़ में बंद केजरीवाल को दिए गए इंसुलिन के बारे में एक्स पर जानकारी शेयर की।
दिल्ली में आप के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एक्स पर लिखा,“हनुमान जयंती पर अच्छी खबर। आखिरकार जेल प्रशासन ने मुख्यमंत्री को उनके बढ़ते शुगर लेवल के लिए इंसुलिन दिया। आज देश की राजधानी के मुख्यमंत्री को इंसुलिन के लिए भी कोर्ट जाना पड़ रहा है। भाजपा और केंद्र सरकार के अधिकारियों का कहना है कि सभी कैदी एक जैसे हैं।''
उन्होंने आगे कहा,“क्या तिहाड़ के सभी कैदी इंसुलिन के लिए अदालत जाते हैं? क्या सभी कैदियों को इलाज के लिए अदालत जाना पड़ता है? क्या सभी कैदियों को इंसुलिन के बारे में बहस करते हुए एक सप्ताह टीवी और अखबारों में बिताना होगा?”
आतिशी ने मंगलवार को एक्स पर लिखा,“तिहाड़ प्रशासन ने आखिरकार अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन दिया। यह हनुमानजी के आशीर्वाद और दिल्ली की जनता के संघर्ष का परिणाम है। संघर्ष के इस दौर में, बजरंगबली का आशीर्वाद हम सभी पर बना हुआ है।”
इससे एक दिन पहले दिल्ली की एक अदालत ने जेल में बंद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उस आवेदन को खारिज कर दिया था, जिसमें उन्होंने अपने "तीव्र" मधुमेह और "उतार-चढ़ाव वाले" रक्त शर्करा के स्तर के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रोजाना 15 मिनट के लिए अपनी पसंद के निजी डॉक्टर से परामर्श करने की अनुमति मांगी थी।
(आईएएनएस)