नयी दिल्ली, 12 दिसंबर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बृहस्पतिवार को लोकसभा में कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को लेकर भारत का रिकॉर्ड इतना ‘गंदा’ है कि उन्हें विश्व सम्मेलनों में मुंह छिपाना पड़ता है।
उन्होंने सदन में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि उनके मंत्रालय के तमाम प्रयासों के बावजूद सड़क हादसों में कमी नहीं आई, बल्कि इसमें वृद्धि हो गई।
गडकरी ने कहा, ‘‘जब तक समाज का सहयोग नहीं मिलेगा, मानवीय व्यवहार नहीं बदलेगा और कानून का डर नहीं होगा, तब तक सड़क हादसों पर अंकुश नहीं लगेगा।’’
उनके अनुसार, देश में सड़क हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है और हर साल 1.7 लाख से अधिक लोगों की मौत ऐसी दुर्घटनाओं में हो जाती है।
गडकरी ने कहा, ‘‘इतने लोग न लड़ाई में मरते हैं, न कोविड में मरते हैं और न ही दंगे में मरते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं विश्व सम्मेलनों में जाता हूं तो मुंह छिपाता हूं। (दुर्घटनाओं का) सबसे गंदा रिकॉर्ड हमारा है।’’
उन्होंने सांसदों से कहा कि वे सड़क हादसों को रोकने के लिए अपने स्तर पर प्रयास करें और परिवहन विभाग के सहयोग से स्कूलों आदि में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित करें।
गडकरी के मुताबिक, नीति आयोग की रिपोर्ट है कि सड़क हादसों के शिकार 30 प्रतिशत लोगों की मौत जीवन रक्षक उपचार नहीं मिल पाने के कारण होती है।
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए उपचार के लिए कैशलैस योजना लाई गई है। उत्तर प्रदेश में इस पायलट परियोजना की शुरुआत हो रही है, इसके बाद पूरे देश में लागू की जाएगी।’’
केंद्रीय मंत्री ने भारत में ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने की प्रणाली में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया में जहां आसानी से ड्राइविंग लाइसेंस मिलता है, उस देश का नाम भारत है। हम इसमें सुधार कर रहे हैं।’’
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदस्यों से कहा कि वे सड़क हादसों को रोकने के लिए प्रयास करें और समाज को जागृत करने का काम करें। (भाषा)
नयी दिल्ली, 12 दिसंबर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बृहस्पतिवार को सदन को बताया कि तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर की गई विवादित टिप्पणी के लिए लिखित रूप से माफी मांगी है।
बनर्जी ने बुधवार को सदन में भी माफी मांगी थी।
बिरला ने बृहस्पतिवार को पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर बुधवार के प्रकरण का उल्लेख किया और कहा कि यह सदन की गरिमा के अनुकूल नहीं है।
बिरला ने कहा, ‘‘सदन में कल जो कुछ हुआ, वह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। किसी सदस्य को महिलाओं पर केंद्रित टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। यह सदन की गरिमा के अनुकूल नहीं है। सदस्यों से अनुरोध है कि उन्हें अपने भाषण में किसी जाति, समाज, महिला, पुरुष पर व्यक्तिगत टिप्पणियों से बचना चाहिए।’’
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि यहां सहमति, असहमति और सकारात्मक रूप से व्यंग्य होते हैं, लेकिन ऐसी टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए जो सदन की गरिमा के अनुकूल नहीं हो।
उन्होंने सदन को बताया, ‘‘सदस्य (बनर्जी) ने सदन में क्षमा मांग ली है और लिखित में मुझे भी दे दी है।’’
लोकसभा में बुधवार को तृणमूल कांग्रेस के सांसद बनर्जी की केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर की गई टिप्पणी पर सत्ता पक्ष के सदस्यों के शोर-शराबे के कारण सदन की कार्यवाही दो बार बाधित होने के बाद तीसरी बार दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी थी।
बनर्जी ने सदन में ‘आपदा प्रबंधन (संशोधन) विधेयक, 2024’ पर चर्चा में भाग लेते हुए केंद्र सरकार पर कोरोना महामारी के दौरान पश्चिम बंगाल की सरकार को मदद नहीं करने का आरोप लगाया था और जब केंद्रीय नागर विमानन मंत्री सिंधिया ने उनकी बात का विरोध किया तो दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक शुरू हो गई।
इसी बीच, बनर्जी ने सिंधिया के खिलाफ कोई टिप्पणी की और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने तृणमूल कांग्रेस सदस्य के कुछ शब्दों को सदन की कार्यवाही से हटाने का निर्देश दिया।
बाद में बनर्जी ने अपनी टिप्पणी के लिए सिंधिया से माफी मांगी, लेकिन केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह अपने खिलाफ निजी हमले और भारत की महिलाओं के खिलाफ बयान पर विपक्षी सांसद की माफी स्वीकार नहीं कर रहे हैं। (भाषा)
अमरावती, 12 दिसंबर आंध्र प्रदेश के पूर्व पर्यटन मंत्री और वाईएसआरसीपी के वरिष्ठ नेता एम श्रीनिवास राव (अवंति) ने बृस्पतिवार को ‘निजी कारणों’ का हवाला देते हुए पार्टी छोड़ दी।
वाईएसआरसीपी से इस्तीफा देने के अलावा राव ने भीमिली विधानसभा क्षेत्र की निगरानी की जिम्मेदारी का भी परित्याग कर दिया।
राव ने पार्टी प्रमुख वाई एस जगनमोहन रेड्डी को लिखे अपने त्यागपत्र में कहा, ‘‘मैंने व्यक्तिगत कारणों से राजनीति से दूर रहने का निर्णय लिया है, इसलिए मैं वाईएसआरसीपी और भीमिली निर्वाचन क्षेत्र के प्रभारी पद से इस्तीफा दे रहा हूं।’’
उन्होंने उन्हें अवसर प्रदान करने के लिए रेड्डी को धन्यवाद दिया।
शिक्षा जगत की नामचीन हस्ती (राव) ने आरोप लगाया कि इस विपक्षी दल में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए राजनीतिक एवं वित्तीय रूप से कोई सम्मान नहीं है।
उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल को एकतरफा नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक ढंग से काम करना होता है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 12 दिसंबर राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ को पद से हटाने संबंधी नोटिस और अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस से कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के संबंधों के आरोपों के मुद्दे पर बृहस्पतिवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष में आरोप प्रत्यारोप का दौर चला और इस कारण हुए हंगामे की वजह से उच्च सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सुबह आवश्यक दस्तावेज और विभाग संबंधी विभिन्न समितियों की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखवाने के बाद धनखड़ ने बताया कि उन्हें नियम 267 के तहत विभिन्न मुद्दों पर तत्काल चर्चा कराने के लिए कुल छह नोटिस मिले हैं।
उन्होंने पांच नोटिस खारिज कर दिए और कहा कि एक नोटिस कांग्रेस की रेणुका चौधरी का है जो इलाहाबाद उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश से संबंधित है। सभापति ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि इस पर सदन में चर्चा नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि इसके लिए एक स्वतंत्र प्रस्ताव की आवश्यकता होती है। उन्होंने इस नोटिस को भी खारिज कर दिया।
इसके बाद विपक्षी सदस्यों और सभापति के बीच इस मुद्दे पर कुछ देर तकरार देखने को मिली।
बाद में सभापति ने नेता सदन जे पी नड्डा को बोलने का अवसर दिया। इसे लेकर विपक्षी सदस्यों की ओर से हंगामा शुरू हो गया।
हंगामे के बीच नड्डा ने नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की ओर से राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति के मुद्दे पर बुधवार को किए गए एक संवाददाता सम्मेलन का उल्लेख किया और कहा कि नियमों के हिसाब से आसन पर न तो सवाल उठाया जा सकता है और न ही इसकी आलोचना की जा सकती है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे दुख के साथ कहना पड़ता है कि कल विपक्ष के नेता खरगे जी... जो बहुत वरिष्ठ और तजुर्बेकार नेता हैं...ने एक संवाददाता सम्मेलन करके आसन की आलोचना की। यह बहुत ही आपत्तिजनक है। सभी को इसकी निंदा करनी चाहिए। यह गलत परंपरा को रास्ता दिखाता है। इसकी जितनी भी निंदा की जाए वह कम है।’’
नड्डा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया है कि सदन में उन्हें अवसर नहीं दिया जाता है जबकि सभापति ने कई बार नेता प्रतिपक्ष को अपने कक्ष में बुलाया लेकिन वह नहीं आए।
उन्होंने कहा कि यहां तक कई बार आसन की ओर से उन्हें पत्र भी लिखा गया।
उन्होंने कहा, ‘‘यह बताता है कि प्रजातांत्रिक परंपराओं और व्यवस्थाओं में आपकी कितनी रुचि है। कितना आप उसका आदर करते हैं।’’
नड्डा ने कहा कि कांग्रेस के आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडिल से सभापति को ‘चीयर लीडर’ तक कहा गया।
उन्होंने कहा, ‘‘इसकी जितनी भर्त्सना की जाए, वह कम है। संवैधानिक पद को इस तरीके से निशाना बनाया जाना, संवैधानिक पद का इस तरीके से अपमान करने का जो यह कुत्सित प्रयास किया गया है, इससे प्रजातांत्रिक मूल्यों और संसदीय प्रणाली को धक्का पहुंचा है। भारत की जनता आपको कभी माफ नहीं करेगी।’’
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष ने यह भी कहा कि संसद के परिसर में सभापति की मिमिक्री (नकल उतारा जाना) की गई और कांग्रेस के एक नेता उसका वीडियो बना रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी को संवैधानिक व्यवस्थाओं में ना तो कोई रुचि है और ना ही संसदीय प्रणालियों के प्रति कोई सम्मान है।’’
सभापति के खिलाफ विपक्ष के नोटिस को नड्डा ने जॉर्ज सोरोस और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के संबंधों के मुद्दे को भटकाने का प्रयास करार दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘देश जानना चाहता है कि इस सदन की कांग्रेस की वरिष्ठम नेता का जॉर्ज सोरोस से क्या संबंध है? सोनिया (गांधी) जी का क्या संबंध है सोरोस से।’’
नड्डा ने आरोप लगाया कि भारत को अस्थिर करने के लिए सोरोस अरबों रुपये चंदे के रूप में देता है और उसकी आवाज ‘कठपुतली बनकर’ कांग्रेस पार्टी यहां उठाती है और देश को अस्थिर करती है।
नेता सदन ने सभापति के खिलाफ की गई टिप्पणियों के लिए सदन में एक निंदा प्रस्ताव लाने की भी बात की।
सभापति ने विपक्ष के नेता खरगे को भी अपनी बात रखने का अवसर दिया। इस समय सत्ता पक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया।
खरगे ने कहा कि नेता सदन ने जो बातें कही हैं वह मूल विषय को भटकाने का प्रयास है।
हंगामा बढ़ते देख सभापति ने सदन की कार्यवाही 11 बजकर 32 मिनट पर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। (भाषा)
नयी दिल्ली/श्रीनगर, 12 दिसंबर राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और देश में आतंक फैलाने की साजिश की जांच के सिलसिले में बृहस्पतिवार को कई राज्यों में छापे मारे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के अलावा उत्तर प्रदेश सहित तीन राज्यों में 19 स्थानों पर छापे मारे जा रहे हैं।
जम्मू कश्मीर में एनआईए के अधिकारियों ने अनंतनाग के बामजू मट्टन इलाके, बारामुला के क्रेरी और बडगाम जिले के खानसाहिब में सुबह छापे मारे।
मामले में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है। (भाषा)
ठाणे (महाराष्ट्र), 12 दिसंबर महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक महिला ने अपने एक साल के बेटे के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों को लेकर अपनी सास के साथ विवाद के बाद कथित तौर पर उसे पानी की टंकी में फेंक कर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि घटना बुधवार को शाहपुर तालुका के वासिंद के पास कसाने गांव में हुई और बाद में पडघा पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया।
बच्चे का पिता पास के एक गोदाम में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करता है। दोनों की 2022 में शादी हुई थी।
पडघा थाने के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले साल दंपति के बेटे का जन्म हुआ था जिसे कोई जन्मजात बीमारी थी। उसका इलाज मुंबई के वाडिया अस्पताल में कराया जा रहा था।
महिला और उसकी सास के बीच बच्चे की देखभाल और स्वास्थ्य को लेकर अक्सर विवाद होता था।
मंगलवार को बच्चे की दादी ने उसके स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताते हुए उसे अपने साथ अपनी बेटी के यहां टिटवाला ले जाने का निर्णय लिया।
अधिकारी ने बताया कि बच्चे को वहां बुखार हो गया और उसकी दादी उसे मंगलवार देर रात कसाने वापस ले आईं।
उन्होंने बताया कि बाद में बच्चे की मां और दादी के बीच उसकी तबीयत को लेकर जबरदस्त बहस हुई।
स्थिति को शांत करने का प्रयास करने के बाद बच्चे का पिता अपनी रात्रि पाली की ड्यूटी करने चला गया।
बुधवार की सुबह जब वह लौटा तो सोने से पहले अपने बेटे के साथ थोड़ी देर खेला।
अधिकारी ने बताया कि पति के सोने के दौरान बच्चे की मां ने कथित तौर पर उसे घर की पहली मंजिल पर स्थित पानी की टंकी में डुबो दिया।
सोकर उठने पर जब उसे अपना बेटा नहीं नजर आया तो उसने परिवार के सदस्यों और दोस्तों के साथ मिलकर उसकी खोज शुरू की।
अधिकारी ने बताया कि इस बीच, बच्चे की मां ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसका बेटा लापता हो गया है।
उसके पति को शक हुआ और उसने उससे पूछताछ की। उन्होंने बताया कि महिला ने कबूल किया कि उसने अपने बच्चे को मार दिया है।
इसके बाद व्यक्ति ने पडघा पुलिस से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस निरीक्षक बाला कुंभार ने बताया कि शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया गया है।
उन्होंने बताया कि महिला को हिरासत में ले लिया गया है और उसके खिलाफ हत्या तथा अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया गया है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 12 दिसंबर कांग्रेस ने मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी. अनंत नागेश्वरन के एक बयान को लेकर बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियां अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में विफल रही हैं।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि मांग को प्रोत्साहित करने के लिए वेतनभोगी मध्यम वर्ग के लिए कर में कटौती और ग़रीबों को आय संबंधी सहयोग देने की आवश्यकता है।
उन्होंने एक खबर का उल्लेख किया जिसके अनुसार नागेश्वरन ने कहा कि निजी क्षेत्र में मुनाफा 15 वर्षों के उच्चतम स्तर पर है, लेकिन वेतन स्थिर है।
रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘निजी क्षेत्र का मुनाफा 15 साल के उच्चतम स्तर पर है। पिछले चार वर्षों में यह चार गुना बढ़ गया है। लेकिन वेतन/मजदूरी स्थिर है, हर क्षेत्र में सालाना 0.8 प्रतिशत से 5.4 प्रतिशत के बीच की दर से वृद्धि हो रही है।’’
उन्होंने कहा कि मुख्य आर्थिक सलाहकार ने समझदारी भरा सुझाव दिया है कि भारतीय उद्योग जगत को अपने अंदर झांकने की ज़रूरत है और मुनाफे के रूप में पूंजी में जाने वाली आमदनी का हिस्सा और श्रमिकों को वेतन के रूप में जाने वाले हिस्से के बीच बेहतर संतुलन होना चाहिए।
रमेश का कहना था कि यदि सरकार ने 2019 में कॉरपोरेट कर में भारी कटौती नहीं की होती तो नीति के माध्यम से ही कुछ संतुलन हासिल किया जा सकता था।
उन्होंने कहा, ‘‘एकदम साफ़ नजर आ रहा है कि कॉरपोरेट कर में कटौती, पीएलआई के माध्यम से कॉरपोरेट को उदार रूप से सहायता देने और वेतनभोगी मध्यम वर्ग पर कर का बोझ बढ़ाने की सरकार की रणनीति ने निवेश या नियुक्ति में कोई उल्लेखनीय वृद्धि किए बिना केवल बड़े एकाधिकारवादियों को समृद्ध करने में मदद की है।’’
रमेश ने दावा किया कि ये नीतियां अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में विफल रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें मांग को प्रोत्साहित करने के लिए वेतनभोगी मध्यम वर्ग के लिए कर में कटौती और ग़रीबों को आय संबंधी सहयोग देने की आवश्यकता है।’’
नागेश्वरन ने बुधवार को यह भी कहा था कि वित्तीय तथा गैर-वित्तीय क्षेत्रों के विनियमन में अंतर करने की जरूरत है, क्योंकि वित्तीय क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा से अत्यधिक जोखिम उठाने की प्रवृत्ति बढ़ सकती है और अस्थिरता आ सकती है। (भाषा)
नई दिल्ली, 12 दिसंबर । संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। इस सत्र की शुरुआत से सदन में सोरोस समेत कई मुद्दों को लेकर हंगामे का दौर देखने को मिल रहा है। भाजपा ने गुरुवार को सोरोस मुद्दे को लेकर संसद में प्रोटेस्ट शुरू किया है। भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने संसद परिसर में सोनिया गांधी और सोरेस का पोस्टर लहराया है। जिस पर लिखा है सोरेस से रिश्ता क्या है सोनिया गांधी जवाब दें। दूसरे पोस्टर पर लिखा है रिश्ता क्या कहलाता है?
इस दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पत्रकारों से बातचीत की। एक सवाल के जवाब में भाजपा नेता ने कहा कि राहुल गांधी जवाब दें जॉर्ज सोरोस से क्या संबंध है? जॉर्ज सोरोस वो ही है, जो भारत को तोड़ने के लिए देश के खिलाफ बिलियन के बिलियन डॉलर खर्च कर रहा है। इसलिए सोनिया गांधी जवाब दें। भाजपा ने बीते सोमवार को राहुल गांधी पर भारत को कथित तौर पर अस्थिर करने के लिए जॉर्ज सोरोस जैसी 'अंतरराष्ट्रीय ताकतों' के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया था।
सोरोस हमेशा से कॉन्सपिरेसी थ्योरीज के केंद्र में रहे हैं। बता दें कि भाजपा का दावा है कि सोरोस और कुछ अमेरिकी एजेंसियां, राहुल गांधी के साथ मिलकर भारत को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे एक खतरनाक त्रिकोण का हिस्सा हैं। भाजपा का दावा है कि सोनिया और राहुल गांधी के सोरोस से संबंध हैं। सोरोस के संगठन ने जम्मू-कश्मीर को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में स्थापित करने के विचार का समर्थन किया है। हालांकि, कांग्रेस ने भाजपा के इन आरोपों का खंडन किया है। -(आईएएनएस)
प्रयागराज, 12 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेले में कुछ ही दिन बचे हैं। यहां 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ का मेला शुरू हो रहा है और यह 26 फरवरी 2025 तक चलेगा। ऐसे में महाकुंभ की तैयारियां भी जोरो-शोरों से चल रही हैं। अलग-अलग अखाड़ों की ओर से भूमि पूजन और ध्वजा स्थापित करने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। इस बीच प्रयागराज की दीवारों और गली मोहल्ले, चौराहों पर पौराणिक मूर्तियों की झलक देखने को मिलेगी। महाकुंभ मेले में प्रयागराज की शोभा बढ़ाने के लिए शहर की दीवारों और गली चौराहों और नुक्कड़ों पर पौराणिक मूर्तियां लगाई जा रही है।
इसके साथ ही दीवारों पर मधुबनी चित्रकला के भी दर्शन होंगे। अधिकतर चित्र कलाकार मथुरा के हैं। मथुरा से आए चित्र कलाकार कृष्ण मुरारी ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। कई पेंटिंग बनाई जा रही है। इसके पीछे उद्देश्य यही है कि प्रयागराज की सुंदरता बढ़े और बाहर से आ रहे लोगों को कुछ खास देखने के लिए मिले। यहां आ रहे लोग भारत की सभ्यता और संस्कृति के बारे में जान सकें। यहां पर मधुबनी स्टाइल की चित्रकला है और कुछ पेंटिंग्स कुंभ से जुड़ी हुई हैं।" मथुरा के एक और चित्र कलाकार राकेश कुमार मथुरा ने आईएएनएस से बताया, "हम यहां पर सौन्दर्य के लिए पेंटिंग में घाटों, मंदिरों आदि का चित्रण करके पुरानी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं, जिससे पर्यटकों में दिलचस्पी बढ़ें। उनको भारतीय कला के दर्शन हों, जिस पर वह अपने विचार व्यक्त कर सकें।"
यह स्पष्ट है कि महाकुंभ में आने वाले देशी विदेशी श्रद्धालुओं के लिए यह चित्रकला, मूर्तियां और विभिन्न प्रदर्शनी कहीं न कहीं आकर्षण का प्रमुख केंद्र बनेंगे। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रयागराज के प्रमुख चौराहों पर स्थापित करने का काम जोर-जोर से चल रहा है। आईएएनएस ने मूर्तियों और चित्रकला की प्रदर्शनियों पर कुलदीप सिंह नाम के यात्री से उनकी प्रतिक्रिया ली। कानपुर से आए कुलदीप ने बताया, "मैं जिस तरह से दीवारों पर खास तस्वीरों और कई जगहों पर मूर्तियों को देख रहा हूं, उससे ऐसा लग रहा है कि महाकुंभ 2025 बहुत खास होने जा रहा है। इस बार पूरी दिव्यता और भव्यता के साथ मेला लगेगा। शासन-प्रशासन ने भी इसमें काफी मदद की है।" कुल मिलाकर श्रद्धालुओं को इस बार प्रयागराज की धरती पर कदम रखते ही प्राचीन भारतीय संस्कृति की दिव्यता और अलौकिकता के दर्शन होंगे। --(आईएएनएस)
लखनऊ, 12 दिसंबर । लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी के हाथरस दौरे पर योगी सरकार में मंत्री ओपी राजभर ने कहा कि राहुल गांधी को चार साल बाद हाथरस की याद आई है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी सिर्फ राजनीति कर रहे हैं। कांग्रेस के राज में दलितों की बस्तियों को जलाया जाता था। आज ऐसी घटनाएं नियंत्रण में हैं। कांग्रेस की सरकार में बड़े पैमाने पर दंगे हुए और कर्फ्यू लगाया गया। अब ये मुद्दे शांत हो गए हैं और ये लोग सत्ता के लिए बेताब हैं, उन्हें उम्मीद है कि फिर से सत्ता में वापसी होगी। लेकिन जनता के साथ जो उन्होंने व्यवहार किया, उसका जवाब जनता दे रही है। उन्हें हाथरस जाना है तो जाएं।
सदन में कार्यवाही स्थगित होने पर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अपनी राजनीति करते हैं और समाजवादी पार्टी अपनी राजनीति करती है। समाजवादी पार्टी चाहती है जिन मुद्दों पर वह स्टैंड ले रही हैं कांग्रेस उन्हीं मुद्दों को उठाए। लेकिन, कांग्रेस को यह पसंद नहीं है। कांग्रेस खुद को राष्ट्रीय पार्टी मानती है जबकि सपा को क्षेत्रीय पार्टी मानती है। इस तरह के व्यवहार से बचना चाहिए, लेकिन उनके बीच अंदरूनी कटुता है। उद्धव ठाकरे गुट शिवसेना के नेता संजय राउत के बयान पर ओपी राजभर ने कहा कि अब ये व्यक्तिगत बयान नहीं रह गया है, ये लोकतंत्र है। लोकतंत्र में जनता ने तीसरी बार सरकार चुनी है।
अगर महाराष्ट्र में हालात इतने खराब थे तो भाजपा को पूर्ण बहुमत कैसे मिला? इसी तरह अगर हरियाणा में हालात प्रतिकूल थे तो भाजपा को वहां पूर्ण बहुमत कैसे मिला? इस पर भी विचार होना चाहिए। वह नेता हैं, कैसा भी बयान दे सकते हैं। लेकिन बाद में कहते हैं कि मेरे बयान को गलत तरीके से दिखाया गया। असम में एनआरसी और आधार कार्ड के मुद्दे पर यूपी सरकार में मंत्री ने कहा कि वहां की सरकार की यह पहल है। हर राज्य में सरकार अपने हिसाब से काम करती है। वहीं, समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल द्वारा किसानों से मुलाकात पर राजभर ने कहा कि जब सरकार में होते हैं तो उन्हें किसान, अल्पसंख्यक याद नहीं आते हैं। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 12 दिसंबर । देश की राजधानी में कल्याणपुरी थाना इलाके में एक बॉडी बिल्डर को अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी। उसे गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना कल्याणपुरी थाना क्षेत्र के त्रिलोकपुरी ब्लॉक-13 की है। पुलिस के मुताबिक, वारदात देर रात करीब 12.30 बजे की है। बॉडी बिल्डर रवि एक मंदिर में सर्दी से बचने के लिए हाथ सेंक रहा था। उसी दौरान हथियार बंद बदमाश आए और उस पर कई राउंड फायरिंग कर दी। गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हुए रवि को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने इस मामले में हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच भी शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, पुलिस ने इस मामले के संबंध में दो लोगों को हिरासत में लिया है। दोनों से पुलिस पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि गोलू नाम के एक युवक ने गोलियां चलाई हैं। इलाके में काफी दहशत का माहौल है। स्थानीय निवासी देवकी नंदन ने आईएएनएस से बात करते हुए बताया कि बॉडी बिल्डर रवि को गोली मारी गई है। हम घर के भीतर थे, हमने गोलियां चलने की आवाज सुनी, तो बाहर निकलकर आए।
हम घर में आपस में बाते कर रहे थे, तभी अचानक गोलियों की आवाज आने लगी। कई राउंड फायरिंग की गई थी। पुलिस मामले में अपना काम कर रही है। वहीं एक स्थानीय निवासी सुमित्रा देवी ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि हमें रात गोली चलने की आवाज सुनी। मेरे सामने पहली बार यहां गोली चली है। हमने गोली चलने की आवाज सुनी। बदमाशों को दिल में खौफ नहीं हैं। वह एक युवक को गोली मारकर चले गए। वो आग के आगे हाथ सेंक रहा था और हुक्का पी रहा था। -(आईएएनएस)
हाथरस, 12 दिसंबर । लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी उत्तर प्रदेश के हाथरस में रेप पीड़िता के परिवार से गुरुवार को मुलाकात करेंगे। राहुल के साथ कांग्रेस सांसद और उनकी बहन प्रियंका गांधी भी रहेंगी। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ने कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ऐसे नेता हैं जो देश के हर नागरिक से संपर्क में रहते हैं। जब भी देश में कहीं कोई घटना होती है तो राहुल गांधी सबसे पहले खड़े होते हैं। जो काम देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को करना चाहिए। वह काम राहुल गांधी कर रहे हैं। वह तो इस परिवार से लगातार संपर्क में थे। राहुल गांधी ने गुरुवार को बताया कि वह हाथरस रेप पीड़िता के परिवार से मिलेंगे।
इसे लेकर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर रेप पीड़िता के घर पर सुरक्षाबलों की ड्यूटी लगाई गई है। वहीं, राहुल गांधी के आगमन को लेकर रेप पीड़िता के पिता ने कहा है कि राहुल गांधी आ रहे हैं तो सभी देखेंगे। हम उनके सामने अपनी समस्या रखेंगे। परिवार का आरोप है कि सरकार द्वारा की गई घोषणा का लाभ नहीं मिला है। सरकारी आवास और सरकारी नौकरी नहीं मिली है। इस मामले में अदालत ने 4 आरोपियों में से 3 को बरी कर दिया था।
एक आरोपी संदीप को आजीवन कारावास तथा 50 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी। कोर्ट के इस फैसले से रेप पीड़िता का परिवार संतुष्ट नहीं है। परिवार का कहना है कि वह इस फैसले को लेकर हाईकोर्ट में अपील करेंगे। इसमें कहीं ना कहीं कुछ ना कुछ हुआ है। परिवार का कहना है कि चारों आरोपियों को जब सजा मिलेगी वह तब संतुष्ठ होंगे। इसके बाद ही मृतक की अस्थियों का विसर्जन करेंगे। बता दें कि 14 सितंबर 2020 को हाथरस के गांव में एक दलित युवती के साथ दरिंदगी हुई थी और उसे जान से मारने की कोशिश हुई थी। इलाज के दौरान युवती ने 29 सितंबर 2020 को अपना दम तोड़ दिया था। इस मामले में चारों आरोपियों को जेल भेजा गया था। -(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 12 दिसंबर । संसद को दी गई जानकारी के अनुसार, टेलीकॉम और नेटवर्किंग प्रोडक्ट्स के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना में एमएसएमई और गैर-एमएसएमई द्वारा 3,998 करोड़ रुपये का वास्तविक निवेश (प्रतिबद्ध निवेश 4,014 करोड़ रुपये) हुआ है। संचार और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि टेलीकॉम और नेटवर्किंग प्रोडक्ट्स के लिए पीएलआई योजना के तहत 31 अक्टूबर तक कुल 42 लाभार्थियों को मंजूरी दी गई है।
टेलीकॉम प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने और आयात निर्भरता को कम करने के लिए, दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने 2021 में टेलीकॉम और नेटवर्किंग प्रोडक्ट्स के लिए पीएलआई को 12,195 करोड़ रुपये के कुल वित्तीय परिव्यय के साथ अधिसूचित किया। जून, 2022 में योजना के दिशा-निर्देशों में संशोधन किया गया, जिसमें देश में डिजाइन, विकसित और निर्मित उत्पादों के लिए 1 प्रतिशत अतिरिक्त प्रोत्साहन की पेशकश की गई। इससे पहले, सरकार ने बताया कि टेलीकॉम और नेटवर्किंग प्रोडक्ट्स के लिए पीएलआई योजना के तहत निर्यात 30 सितंबर तक 12,384 करोड़ रुपये पहुंच गया। केंद्रीय मंत्री के अनुसार, सितंबर तक आवेदक कंपनियों ने कुल 65,320 करोड़ रुपये की बिक्री की थी।
योजना की मुख्य विशेषताओं में 33 टेलीकॉम और नेटवर्किंग प्रोडक्ट्स, 4 से 7 प्रतिशत तक के प्रोत्साहन, पहले 3 वर्षों के लिए एमएसएमई के लिए अतिरिक्त 1 प्रतिशत प्रोत्साहन और ‘भारत में डिजाइन’ उत्पादों के लिए अतिरिक्त 1 प्रतिशत प्रोत्साहन शामिल हैं। इस बीच, बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग के लिए पीएलआई योजना 2020 में अधिसूचित की गई थी। स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देकर, पीएलआई योजना ने आयातित टेलीकॉम सामानों पर देश की निर्भरता को काफी हद तक कम कर दिया है। सरकार के अनुसार, भारतीय निर्माता वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, प्रतिस्पर्धी कीमतों पर उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद पेश कर रहे हैं। (आईएएनएस)
नोएडा, 12 दिसंबर । नोएडा के बिसरख थाना पुलिस की दो इनामी बदमाशों से मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में दोनों बदमाश पैर में गोली लगने से घायल हो गए और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। यह बदमाश दिल्ली के नामी अपराधी हैं, जिनमें से एक पर दिल्ली-एनसीआर में 80 और दूसरे पर 60 मुकदमे लूट, डकैती और चोरी के दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार, थाना बिसरख पुलिस 11 दिसंबर की रात चेरी काउंटी क्षेत्र में चेकिंग कर रही थी।
इस दौरान पुलिस ने दो संदिग्ध व्यक्तियों को एक बाइक पर आते देखा। जब पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया, तो वह बाइक मोड़कर भागने का प्रयास करने लगे। इस बीच उनकी बाइक फिसलकर गिर गई। इसके बाद दोनों उठकर भागने लगा, हालांकि जब पुलिस ने उनसे रुकने के लिए कहा तो उन्होंने टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पैर में गोली लगने से दोनों घायल हो गए। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान हरप्रीत उर्फ प्रीत उर्फ जस्सी और हरप्रीत सिंह उर्फ हन्नी के रूप में हुई है। दोनों दिल्ली के निवासी है। इनके पास से 2 तंमचे 315 बोर, जिंदा कारतूस और एक बाइक बरामद हुई है। बाइक थाना सेक्टर-63 क्षेत्र से चोरी की गई थी।
पुलिस जांच में पता चला कि दोनों आरोपी थाना बिसरख से एक मुकदमे में वांछित चल रहे थे। थाना बिसरख ने इनके ऊपर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। यह दोनों लगातार फरार चल रहे थे। इनके खिलाफ लूट, डकैती , चोरी, हत्या के प्रयास के करीब 6 दर्जन दिल्ली, नोएडा, एनसीआर क्षेत्र में मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक, हरप्रीत उर्फ प्रीत उर्फ जस्सी थाना हरि नगर पश्चिमी दिल्ली का रहने वाला है। इस पर एनसीआर में 79 मामले दर्ज हैं। दूसरा बदमाश हन्नी भी थाना तिलक नगर पश्चिमी दिल्ली का रहने वाला है। इस पर भी एनसीआर में अलग-अलग थानों में 60 मामले दर्ज हैं। -- (आईएएनएस)
नोएडा, 12 दिसंबर । दिल्ली-एनसीआर में कोल्ड वेव की दस्तक हो चुकी है। मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में 12 दिसंबर की सुबह न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। दिल्ली के न्यूनतम तापमान में आगे और भी गिरावट की संभावना जताई जा रही है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बर्फ से ढकी पहाड़ियों से आ रही ठंडी हवाओं और साफ आसमान के कारण तापमान में गिरावट आई है। ये गिरावट बुधवार से ही शुरू हो गई थी। बुधवार सुबह न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। गुरुवार सुबह तापमान 4 डिग्री तक पहुंच गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, 13 दिसंबर (शुक्रवार) को भी न्यूनतम पारा 4 डिग्री के आसपास रहने की उम्मीद है।
इसके बाद धीरे-धीरे न्यूनतम एक-एक डिग्री ऊपर चढ़ेगा। मौसम विभाग ने 17 दिसंबर से एनसीआर में घने कोहरे के साथ-साथ कड़ाके की ठंड की संभावना भी जताई है। लगातार बढ़ती ठंड के साथ-साथ दिल्ली समेत पूरे एनसीआर का मौसम भी साफ बना हुआ है, जिसकी वजह से पारे में ज्यादा गिरावट दर्ज की जा रही है। बता दें कि इस बीच नोएडा में एक्यूआई 110 के आसपास और ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई 150 के आसपास बना हुआ है।
जबकि दिल्ली में औसत एक्यूआई 265 दर्ज किया गया है। दिल्ली के तीन से चार इलाके ऐसे हैं जहां पर एक्यूआई 300 के पार पहुंचा हुआ है। बाकी सभी इलाकों में एक्यूआई 300 के नीचे ही दर्ज किया गया है। मौसम विभाग का कहना है कि अचानक पहाड़ों पर हुई बर्फबारी का असर एनसीआर वालों को देखने को मिल रहा है। लोगों को अभी तक ज्यादा सर्दी का अहसास नहीं हुआ था, लेकिन बुधवार सुबह से ही कड़ाके की ठंड का अहसास होना शुरू हो गया है। (आईएएनएस)
चेन्नई, 12 दिसंबर । तमिलनाडु सरकार ने बुधवार रात से शुरू हुई भारी बारिश के कारण गुरुवार को चेन्नई और आसपास के जिलों के स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है। विल्लुपुरम, तंजावुर, मयिलादुथुराई, रामनाथपुरम, डिंडीगुल, कुड्डालोर और पुदुक्कोट्टई के जिला कलेक्टरों ने जिलों के स्कूलों में गुरुवार को छुट्टी की घोषणा की है। इस बीच, केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में भी गुरुवार को स्कूल और कॉलेजों के लिए छुट्टी की घोषणा की गई है। दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में श्रीलंका के तट के पास निम्न दबाव क्षेत्र मौजूद है। मध्य-क्षोभमंडल स्तर तक फैले ऊपरी हवा के चक्रवाती परिसंचरण के साथ अगले 24 घंटों में यह प्रणाली पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर श्रीलंका-तमिलनाडु तटों की ओर बढ़ने की उम्मीद है। इसके कारण क्षेत्र में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू, तिरुवन्नामलाई, विल्लुपुरम, कल्लाकुरिची, कुड्डालोर, पेरम्बलुर, तिरुचि, शिवगंगा, रामनाथपुरम, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम, कोयंबटूर, तिरुपुर, करूर, थेनी, डिंडीगुल, मदुरै, विरुधुनगर, तेनकासी और थूथुकुडी सहित कई जिलों को बारिश के पूर्वानुमान के कारण येलो अलर्ट पर रखा गया है। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने निम्न दबाव प्रणाली का हवाला देते हुए गुरुवार को तमिलनाडु के कई जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि इस प्रणाली के तूफान में तब्दील होने की संभावना बहुत कम है। बुधवार को चेन्नई और पड़ोसी जिलों में मध्यम से भारी बारिश हुई।
बारिश के अगले 24 घंटों तक जारी रहने की उम्मीद है। पूर्वोत्तर मानसून मौसम (1 अक्टूबर से 10 दिसंबर) के दौरान, तमिलनाडु में 14 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है, जो औसत 393 मिमी के मुकाबले 447 मिमी है। चेन्नई में 845 मिमी बारिश हुई है, जो औसत से 16 प्रतिशत अधिक है, जबकि कोयंबटूर में बारिश में 47 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मछुआरों को समुद्र में जाने से बचने की सलाह दी गई है। जो लोग समुद्र में हैं, उनसे तुरंत तट पर लौटने की अपील की गई है। (आईएएनएस)
बेंगलुरु में एक व्यक्ति द्वारा आत्महत्या के बाद महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाए गए कानूनों के गलत इस्तेमाल पर बहस हो रही है. कितनी सच्चाई है इन दावों में कि इन कानूनों का बड़े पैमाने पर गलत इस्तेमाल हो रहा है?
डॉयचे वैले पर चारु कार्तिकेय की रिपोर्ट-
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक अतुल सुभाष ने अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर उनसे जबरन वसूली करने का आरोप लगाते हुए आत्महत्या कर ली. उन्होंने अपने सुसाइड नोट में बताया कि पहले तो उनके खिलाफ दहेज संबंधी उत्पीड़न का झूठा मामला दायर किया गया और फिर उस मामले को वापस लेने के लिए उनसे पैसे मांगे गए.
सुभाष ने एक जज का भी नाम लिया और कहा कि वो इस साजिश में शामिल हैं. उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी और उनके ससुराल वालों ने उन्हें और उनके परिवार को बहुत परेशान कर दिया है और इस परेशानी को खत्म करने के लिए उनके पास अब अपनी जान लेने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है.
सुभाष का मामला अभी जांच का विषय है इसलिए इस पर अभी कोई राय बनाना ठीक नहीं होगा. लेकिन इस मामले को आधार बना कर भारत में महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाए गए कानूनों के गलत इस्तेमाल को लेकर एक बार फिर बहस शुरू हो गई है.
बहस के केंद्र में है एक विशेष कानून - भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 498ए, जिसका इस्तेमाल किसी महिला के खिलाफ उसके पति या पति के किसी रिश्तेदार द्वारा की गई क्रूरता के आरोपों के मामलों में किया जाता है.
क्या है धारा 498ए
इस धारा के तहत "क्रूरता" का मतलब है कोई भी ऐसा व्यवहार जिसे महिला को गंभीर मानसिक या शारीरिक चोट लगी हो या उसके जीवन को खतरा हो या उसने आत्महत्या कर ली हो.
महिला को या उसके किसी रिश्तेदार को किसी तरह की संपत्ति या मूल्यवान चीजों की गैर कानूनी मांग को पूरा करने के लिए या पूरा करने में असफलता के लिए उत्पीड़न करने को भी क्रूरता के दायरे में लाया गया है.
राष्ट्रीय आपराधिक रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक इसके तहत साल 2022 में 1,40,019 मामले दर्ज किए गए, जो महिलाओं के खिलाफ दर्ज किए गए कुल अपराधों में से 30 प्रतिशत से भी ज्यादा हैं.
और महिला अधिकार समूहों का लंबे समय से मानना रहा है कि यह वो मामले हैं जिनमें महिलाएं हिम्मत कर आगे आ पाईं और पुलिस में शिकायत कर पाईं. ऐसी महिलाओं की भी काफी बड़ी संख्या होने का अनुमान है जो कई कारणों से पुलिस के पास नहीं जा पातीं.
यानी यह कानून अभी पूरी तरह से अपने उद्देश्य को पूरा कर नहीं पाया है. इस बीच इसका गलत इस्तेमाल इसके प्रभाव को कम करने की दिशा में दूसरी चुनौती बन गया है. 11 दिसंबर को एक अन्य मामले पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा कि पति से पत्नी की गैर वाजिब मांगें जबरन मनवाने के लिए 498ए का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है.
आखिर कितना गलत इस्तेमाल हो रहा है
यह पहली बार नहीं है जब सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा कहा है. 11 सितंबर को भी एक अन्य मामले पर सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा था कि धारा 498ए और घरेलू हिंसा से महिला संरक्षण अधिनियम सबसे ज्यादा 'अब्यूज्ड' कानूनों में से हैं.
कई जानकार भी इस राय से सहमत हैं, लेकिन मामला थोड़ा पेचीदा है. दरअसल 498ए के गलत इस्तेमाल के कितने मामले हर साल सामने आते हैं इसे लेकर कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं है.
अधिवक्ता और महिला सुरक्षा कानूनों की जानकार एन विद्या कहती हैं कि 498ए का इतना गलत इस्तेमाल हो रहा है कि वो अपनी प्रासंगिकता खो रहा है.
लेकिन उनका यह भी कहना है, "इसका ज्यादातर गलत इस्तेमाल शहरों में पढ़ी लिखी महिलाएं कर रही हैं जबकि ग्रामीण इलाकों में या शहरी इलाकों में भी कम पढ़ी लिखी महिलाओं के साथ अभी भी क्रूरता हो रही है और वो शिकायत नहीं कर पा रही हैं."
गलत इस्तेमाल पर बेंगलुरु स्थित विधि सेंटर फॉर लीगल पालिसी के सह-संस्थापक आलोक प्रसन्ना कहते हैं कि भारत में लगभग सभी आपराधिक कानूनों का गलत इस्तेमाल होता है और इसका मुख्य कारण है नागरिकों को पुलिस से बचाने की जगह पुलिस को नागरिकों से बचाने वाला हमारा तंत्र.
उन्होंने डीडब्ल्यू को बताया, "498ए दूसरे कानूनों के मुकाबले अपनी तरफ ध्यान ज्यादा खींचता है क्योंकि इसके पीड़ित मध्यम वर्ग के होते हैं और इतने विशिष्ट वर्ग के होते हैं कि वो सोशल मीडिया पर शिकायत कर सकें."
'अर्नेश कुमार बनाम बिहार' मामला
आलोक का इशारा पुलिस द्वारा तय प्रक्रिया का पालन ना करते हुए लोगों को गिरफ्तार करने की तरफ है. ऐसा कई मामलों में देखा जाता है और 498ए के मामले भी इस चलन से अलग नहीं हैं.
विद्या ध्यान दिलाती हैं कि सुप्रीम कोर्ट के 'अर्नेश कुमार बनाम बिहार' फैसले से पहले पुलिस 498ए के तहत सिर्फ शिकायत के आधार पर और बिना एफआईआर दर्ज किए हुए लोगों को गिरफ्तार कर लेती थी.
विद्या कहती हैं कि अब ऐसा नहीं होता और अब पुलिस एफआईआर दर्ज हो जाने के बाद भी तब तक मुल्जिम को गिरफ्तार नहीं करती जब तक अदालत से गिरफ्तारी का आदेश ना आ जाए.
'अर्नेश कुमार' फैसला 2014 में आया था जब सुप्रीम कोर्ट ने बेवजह गिरफ्तारियों को रोकने के लिए कई आदेश दिए थे. इनमें मुख्य आदेश था कि गिरफ्तारी से पहले पुलिस मुल्जिम को दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 41ए के तहत पुलिस के सामने पेश होने का नोटिस देगी.
हालांकि अब आईपीसी और सीआरपीसी की जगह नई संहिताओं ने ले ली है. आईपीसी की जगह भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) लागू हो गई है और इसमें धारा 498ए जैसे प्रावधान धारा 85 के तहत लाए गए हैं. (dw.com)
मुंबई, 12 दिसंबर । गुलाबी रंग के लहंगे में सजी अनुराग कश्यप की लाडली आलिया कश्यप बुधवार को शादी के बंधन में बंध गईं। आलिया ने शादी की खूबसूरत तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की। जिसमें कन्यादान की, फेरे की और भावुक दुल्हे की तस्वीरें हैं। आलिया कश्यप ने इंस्टाग्राम पर शादी की तस्वीरें साझा कर कैप्शन में लिखा, “अब हम हमेशा के लिए साथ साथ हैं।” शादी की तस्वीरों में से एक में आलिया और शेन मंडप में शादी की रस्में पूरी करते समय एक-दूसरे को देखते तो एक में आलिया अपनी दोस्तों के साथ एंट्री करती दिख रही हैं।
सबसे खास तस्वीर रही, जिसमें अनुराग कश्यप के दामाद और आलिया के दूल्हा शेन अपनी हमसफर को सामने देख बेहद भावुक नजर आए और इस दौरान वह अपने आंसुओं को रोक नहीं पाए। आलिया ने शादी के लिए गुलाबी और ऑफ व्हाइट कलर का लंहगा पहन रखा था, जिस पर मोतियों का काम है। वहीं, अपने खास दिन के लिए शेन ने ऑफ व्हाइट शेरवानी के साथ मैचिंग पगड़ी पहने। शादी से पहले की रस्मों की तस्वीरें भी अनुराग कश्यप, आलिया ने शेयर की थी, जिसमें उनका परिवार रस्मों को धूमधाम के साथ मनाता नजर आया था। मेहंदी, हल्दी समेत हर एक रस्म की तस्वीरों के बाद अब शादी की तस्वीरें सामने आई हैं, जिसे प्रशंसकों के साथ ही फिल्म इंडस्ट्री के तमाम सितारे काफी पसंद कर रहे हैं और न्यूली वेड कपल को जिंदगी की नई शुरुआत के लिए शुभकामना दे रहे हैं।
फिल्म निर्माता-निर्देशक गुनीत मोंगा ने लिखा, “हमेशा प्यार और आशीर्वाद।“ अभिनेत्री तनीषा संतोषी ने दिल वाले इमोजी कमेंट सेक्शन में डाले। मुंबई में शादी के बंधन में बंधे आलिया-शेन की शादी में परिवार के साथ फिल्म इंडस्ट्री के तमाम सितारे शामिल हुए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों की मुलाकात 2020 के कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान हुई थी। दोनों सोशल मीडिया पर अक्सर साथ में तस्वीरें शेयर करते रहते थे। - (आईएएनएस)
प्रयागराज, 12 दिसंबर । जिला प्रयागराज देश दुनिया से पधारने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत हेतु तैयार है। गली, चौराहों पर महाकुंभ की रौनक दिखने लगी है। दीवारों में भी संस्कृति के रंग भरे जा रहे हैं। भारत की सभ्यता को चित्रों के माध्यम से उकेरा जा रहा है। ऐसे ही कुछ चितेरों से आईएएनएस ने बात की। कलाकार राकेश कुमार ने आईएएनएस से कहा, “हम लोग यहां के सौंदर्य को रंगों के जरिए उकेर रहे हैं। घाट कैसे हैं ये दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। जो कला लगभग भुला दी गई है उसे जीवित करने का प्रयास कर रहे हैं। हम यह इसलिए भी कर रहे हैं, ताकि जो लोग बाहर से आएं उन्हें देखकर अच्छा लगे और खूबसूरत यादों संग लौटें ।
हम इन चित्रों के माध्यम से अपनी सभ्यता और संस्कृति को दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। घाटों के अलावा मंदिरों की आकृति भी खींच रहे हैं। मधुबनी पेटिंग भी दीवारों की शोभा बढ़ा रही है।” कृष्ण कुमार कहते हैं, “महाकुंभ को देखते हुए हम लोग इस तरह की मनोरम पेटिंग बना रहे हैं, ताकि यहां आने वाले लोगों को इसे देखकर अच्छा लगे। हम लोग यह पेटिंग इसलिए भी बना रहे हैं, ताकि प्रयागराज दमक उठे। हम लोग सबसे ज्यादा मधुबनी पेटिंग बना रहे हैं, क्योंकि ऐसा देखने को मिल रहा है कि लोग मधुबनी पेटिंग को बहुत ज्यादा पसंद कर रहे हैं। इसके अलावा, इसमें कुंभ और भारतीय संस्कृति की भव्यता की भी झलक है ।”
प्रयागराज की सैर पर आए कुलदीप सिंह ने बताया, “मैं कानपुर से आया हूं। मुझे ये सब कुछ देखकर अच्छा लग रहा है। इस बार का कुंभ काफी स्पेशल होने जा रहा है। मुझे यह देखकर बहुत अच्छा लग रहा है कि यहां दीवारें मनोरम आकृतियों से पटी पड़ी हैं। इस बार का कुंभ बहुत ही अच्छा होगा। प्रशासन भी काफी सहयोग करता नजर आ रहा है।” बता दें कि 13 जनवरी से मेला शुरू हो रहा है। इस बार महाकुंभ 2025 का आयोजन प्रयागराज में हो रहा है। यह 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 तक चलेगा। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 12 दिसंबर । दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर गुरुवार को शाम चार बजे दिल्ली भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मुलाकात करेगा। इस मुलाकात में वोटर लिस्ट सहित अन्य मुद्दों को भाजपा प्रतिनिधिमंडल के द्वारा रखा जाएगा। बता दें कि वोटर लिस्ट में वोटरों का नाम कटवाने को लेकर आम आदमी पार्टी और भाजपा एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। आम आदमी पार्टी का दावा है कि दिल्ली में भाजपा षडयंत्र कर लोगों के वोट काटने की साजिश रच रही है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा है, " आम आदमी पार्टी की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिला है।
हम उनके आभारी हैं कि शॉर्ट नोटिस पर उन्होंने हमें मिलने का समय दिया।" केजरीवाल का आरोप है कि भाजपा ये सब कुछ जानबूझकर किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "भाजपा दिल्ली में लोगों के वोट कटवाकर एक भारतीय नागरिक के रूप में लोगों को मिले अधिकारों को छीन रही है। वोट का अधिकार छीनने के साथ वह उन सुविधाओं की भी छीन रहे है जो वोटर होने के नाते सरकार द्वारा दी जाती है। शाहदरा में भाजपा के लोगों ने 11 हजार 8 वोट कटवाने के लिए चुनाव आयोग को एप्लिकेशन दी है। भाजपा ऐसे लोगों का वोट कटवा रही है जो झुग्गियों में रहते हैं। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने विभिन्न विधानसभाओं में हजारों मतदाताओं के नाम काटने की एप्लिकेशन चुनाव आयोग को दी है। केंद्रीय चुनाव आयोग ने हमारी शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए एक्शन लेने का आश्वासन दिया है।"
भाजपा पर केजरीवाल के आरोपों पर दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, " भारतीय जनता पार्टी का दृढ़ संकल्प है कि इस चुनाव में एक भी फर्जी वोट नहीं डलने देंगे, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ईमानदारी से काम कर रहे डीएम और एसडीएम पर अवैध वोट न काटने का दबाव बना रहीं है।" सचदेवा के मुताबिक केजरीवाल डर गए हैं। उन्होंने कहा, अरविंद केजरीवाल डर गए हैं, फर्जी वोटों और अवैध बांग्लादेशी-रोहिंग्या घुसपैठियों के वोट दिल्ली में पकड़े हैं ये वो वोट हैं जो आप को चंदा देने वाले फोर्ड फाउंडेशन के पैसों से खरीदे जाते हैं। देश में सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है, लेकिन केजरीवाल जैसे लोग जब पूरी संवैधानिक प्रक्रिया पर प्रश्नचिह्न लगाते हैं, तो लोकतंत्र की रक्षा के लिए संवैधानिक संस्थाओं को ऐसे मामलों पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। - (आईएएनएस)
संभल, 12 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के संभल हिंसा में मारे गए बिलाल, रूमान, अयान और कैफ के परिजनों ने लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी से दिल्ली में बुधवार को मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद मृतकों के परिजनों ने दावा किया कि उन्हें कोई सहायता राशि नहीं दी गई है। परिजनों के मुताबिक दोनों सांसदों से मुलाकात अच्छी रही। अदनान ने बताया, " कल (11 दिसंबर) हम दिल्ली गए थे। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने मुलाकात की। दोनों बड़े नेताओं के साथ मुलाकात कर अच्छा लगा। उन्होंने हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है। हालांकि, वर्तमान में किसी भी तरह की आर्थिक सहायता नहीं की है।
आश्वासन मिला है कि वह आगे करेंगे। समाजवादी पार्टी की ओर से कोई कॉल नहीं आई है और न उनकी ओर से कोई प्रतिनिधिमंडल मिलने आया है।" उजैर ने कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात हुई है। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि वह हमारी मदद करेंगे। परिवार का ध्यान रखने के लिए कहा है। मैं अभी अपनी पढ़ाई पूरी कर रहा हूं। वहीं, मोहम्मद तहसीन ने कहा, "मेरे भाई बीमार थे और इलाज के लिए दिल्ली गए थे। लोगों ने कहा राहुल गांधी से मिल लो आर्थिक मदद मिलेगी। लेकिन कोई आर्थिक मदद नहीं मिली है। उनकी तरफ से सिर्फ आश्वासन मिला। उनसे मिलकर अच्छा लगा और उन्होंने कहा, अब कोई तुम्हें परेशान नहीं करेगा।
अगर कुछ हो तो मुझे बता देना।" बता दें कि 10 दिसंबर को राहुल गांधी ने दिल्ली में संभल हिंसा में मारे गए 4 लोगों - बिलाल, रूमान, अयान, और कैफ के परिजनों से मुलाकात की। इन परिवारों को कांग्रेस नेता रिजवान कुरैशी, सचिन चौधरी, और प्रदीप नरवाल लेकर पहुंचे थे। 24 नवंबर को संभल हिंसा में बिलाल, रूमान, अयान, और कैफ की मौत हुई थी। हाल ही में राहुल गांधी संभल जाकर मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात करना चाहते थे। लेकिन, गाजीपुर बॉर्डर पर उन्हें रोक दिया गया था। - (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 12 दिसंबर । सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने गुरुवार को लगातार बाधित हो रही संसद की कार्यवाही पर निराशा जाहिर की। उन्होंने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर इस संबंध में पोस्ट कर कहा, “भारतीय संसद में व्यवधान देखना निराशाजनक है, खासकर तब जब हम दुनिया के लिए लोकतंत्र का प्रतीक बनने की आकांक्षा रखते हैं।” उन्होंने कहा, “भारत के धन सृजनकर्ताओं और नौकरी प्रदाताओं को राजनीतिक बयानबाजी का विषय नहीं बनना चाहिए। अगर विसंगतियां हैं, तो उन्हें कानून के तहत ठीक किया जा सकता है। लेकिन, राजनीतिक फुटबॉल नहीं बनना चाहिए। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि भारतीय व्यवसायों को आगे बढ़ना चाहिए।
यही एकमात्र तरीका है जिससे भारत भव्य भारत बनेगा।” बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र लगातार हंगामे की भेंट चढ़ रहा है। इस वजह से कई महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तारपूर्वक चर्चा नहीं हो पा रही है। पक्ष-विपक्ष के लोग इसे लेकर एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। सत्तापक्ष के नेताओं का आरोप है कि विपक्ष के नेता सदन की कार्यवाही लगातार बाधित कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष के नेता लगातार इन आरोपों को सिरे से खारिज कर कहते हैं कि हम तो चाहते हैं कि सदन चले, लेकिन सत्तापक्ष के नेता ही हंगामा करके कार्यवाही बाधित कर रहे हैं।
बुधवार को टीएमसी सांसद सुष्मिता देव ने इस संबंध में आईएएनएस से बातचीत में कहा था, “72 सालों में हमने ऐसा कभी नहीं देखा कि जो लोग सत्ता में हैं, वो लोग ही सदन नहीं चलने दे रहे हैं। वह पार्लियामेंट अफेयर्स के मंत्री हैं या भाजपा के प्रवक्ता। उन्हें यह समझना होगा कि एक पार्टी के प्रवक्ता और मंत्री के बीच बहुत फर्क होता है। हमने 72 सालों में ऐसा संसदीय मामलों का मंत्री नहीं देखा, जो सदन की गरिमा को नहीं मानते हैं। वह भाजपा के नेताओं को हंगामा करने के लिए इशारा देते हैं, ताकि सदन की कार्यवाही में बाधा पैदा की जा सके।” (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 दिसंबर । विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बुधवार को विदेश मामलों पर संसदीय स्थायी समिति की बैठक के दौरान अपने बांग्लादेश दौरे की जानकारी दी। वह सोमवार को ढाका गए थे। कांग्रेस सांसद और समिति के अध्यक्ष शशि थरूर ने कहा, "हमें बांग्लादेश पर बहुत अच्छी जानकारी मिली और विदेश सचिव, जैसा कि आप जानते हैं, कल ही वहां (बांग्लादेश) से लौटे हैं, वे हमें बहुत विस्तृत जानकारी देने में सक्षम थे।' थरूर ने कहा, "सांसदों ने सभी अहम सवाल पूछे।
विदेश सचिव ने विस्तृत और स्पष्ट रूप से उत्तर दिए। हम इस विषय पर संसद को रिपोर्ट करेंगे क्योंकि यह समिति का आधिकारिक विषय है..." मिस्री ने अपने दौरे के दौरान बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस, विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन और विदेश सचिव मोहम्मद जशीम उद्दीन के साथ मुलाकात की। अपनी यात्रा के दौरान विदेश सचिव ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ चरमपंथी बयानबाजी और हिंसा की घटनाओं को लेकर पड़ोसी देश के साथ नई दिल्ली की चिंताएं साझा की। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा कि इन बैठकों के दौरान विदेश सचिव मिस्री ने एक लोकतांत्रिक, स्थिर, शांतिपूर्ण, प्रगतिशील और समावेशी बांग्लादेश के लिए भारत के समर्थन पर प्रकाश डाला। उन्होंने आपसी विश्वास, सम्मान तथा एक-दूसरे की चिंताओं और हितों के प्रति संवेदनशीलता के आधार पर बांग्लादेश के साथ रचनात्मक संबंध बनाने की नई दिल्ली की इच्छा को दोहराया। मिस्री की यात्रा के समापन के बाद विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, "विदेश सचिव ने इस बात पर जोर दिया कि भारत-बांग्लादेश संबंधों में लोग मुख्य हितधारक हैं। उन्होंने कहा कि भारत का बांग्लादेश के साथ बहुआयामी संबंध, जिसमें संपर्क, व्यापार, बिजली, ऊर्जा और क्षमता निर्माण के क्षेत्र शामिल हैं, बांग्लादेश के सभी लोगों के लाभ के लिए हैं।"
बयान में कहा गया, "विदेश सचिव ने हाल के कुछ घटनाक्रमों और मुद्दों पर भी चर्चा की और भारत की चिंताओं, विशेष रूप से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और कल्याण से संबंधित चिंताओं से अवगत कराया। उन्होंने सांस्कृतिक, धार्मिक और राजनयिक संपत्तियों पर हमलों की कुछ अफसोसजनक घटनाओं को भी उठाया।" विदेश मंत्रालय ने जोर देकर कहा, "विदेश सचिव की यात्रा भारत और बांग्लादेश के बीच द्विपक्षीय जुड़ाव को बनाए रखने में मदद करेगी, ताकि चिंताओं को दूर करने के साथ-साथ संबंधों में महत्वपूर्ण मुद्दों को आगे बढ़ाया जा सके।" विदेश सचिव का यह दौरा ऐसे समय में हुआ जब बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों विशेष तौर पर हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा, भड़काऊ बयानबाजी जैसी खबरें लगातार सामने आ रहा हैं। भारत ने लगातार हिंदुओं समेत अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ धमकियों और टारगेटेड हमलों के मुद्दे को बांग्लादेश सरकार के सामने मजबूती से उठाया है। -(आईएएनएस)
जम्मू, 12 दिसंबर । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) गुरुवार को आतंकी फंडिंग मामले में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर छापेमारी कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि एनआईए की टीम प्रदेश के बारामूला, रियासी, बडगाम और अनंतनाग जिलों में छापेमारी कर रही है। अधिकारियों के अनुसार, आतंकी फंडिंग की जांच के तहत केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर समेत चार राज्यों में 19 स्थानों पर छापेमारी की जा रही है।
इस कार्रवाई का उद्देश्य जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी समूहों से जुड़े व्यक्तियों के कट्टरपंथीकरण और चरमपंथी प्रचार के प्रसार से जुड़े वित्तीय नेटवर्क को नष्ट करना है। एनआईए के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने चल रही कार्रवाई की पुष्टि करते हुए कहा, "छापेमारी चल रही है। आगे की जानकारी साझा की जाएगी।'' यह पहल आतंकवाद के वित्तपोषण के दबाव वाले मुद्दे से निपटने के लिए एजेंसी की अटूट प्रतिबद्धता को उजागर करती है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है। बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर क्षेत्र और उसके बाहर आतंकवाद की जड़ों को खत्म करने के लिए अपने अभियान तेज कर दिए हैं। (आईएएनएस)
भोपाल 12 दिसंबर । मध्य प्रदेश में बर्फीली सर्द हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है और इसका असर अब आम जन जीवन पर भी नजर आने लगा है। जगह-जगह अलाव जलने लगे हैं तो वही स्कूलों के समय में भी बदलाव किया जाने लगा है। राज्य में बीते चार दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ है, सर्द हवाएं चल रही हैं, तापमान में गिरावट भी दर्ज की जा रही है और धूप सुहानी लग रही है। शीत लहर के बढ़ते असर के चलते ही स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। भोपाल में 12वीं तक की सभी कक्षाएं अब सुबह नौ बजे से शुरू होंगी। अब तक स्कूल सात और आठ बजे से लगते रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में पश्चिम उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, इसके साथ ही 240 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जेट स्ट्रीम भी चल रही है, इस वजह से राज्य में सर्दी बढ़ी है, आने वाले कुछ दिनों में भी ऐसा ही असर रहेगा।
कुल मिलाकर आने वाले दिनों में लोगों को ठंड से बचाव के बेहतर इंतजाम करने होंगे। वर्तमान में आलम यह है कि शाम से ही कई इलाकों में ठंड से बचाव के लिए अलाव जलते भी नजर आने लगे हैं। खासकर सार्वजनिक स्थल बस, अड्डे ,चौराहे पर आग तापते लोगों का दिखना आम होता जा रहा है। मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार राज्य के तापमान में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है । बीते 24 घंटे के दौरान सबसे ठंडा पचमढ़ी रहा जहां तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के अधिकांश हिस्से में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे पहुंच गया है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आगामी दिनों में सर्द हवाएं चलेंगी और ठंड का असर बना रहेगा। राज्य में बढ़ती ठंड और वायु प्रदूषण से बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक प्रभावित हैं। इससे सांस लेने तक में तकलीफ महसूस हो रही है और इससे सबसे ज्यादा पीड़ित दमा के मरीज है। चिकित्सा जगत से जुड़े लोगों की मानें तो सांस फूलने और दमा की शिकायत बढ़ने के मामलों की संख्या में इजाफा हुआ है। --(आईएएनएस)