नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात भगदड़ मच गई थी. इस हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से कई लोग बिहार से थे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक्स पर लिखा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना में लोगों की मृत्यु अत्यंत दुःखद. मृतकों के परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना है.”
उन्होंने लिखा, “इस घटना में बिहार के रहने वाले मृतकों के आश्रितों को दो लाख रुपये अनुग्रह अनुदान एवं घायलों को 50 हज़ार रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष से देने का निर्देश दिया है. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है.”
इससे पहले, इस घटना को लेकर उत्तर रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु उपाध्याय ने बताया था, “जिस समय यह दुखद घटना घटित हुई, उस समय नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफ़ॉर्म नंबर 14 पर पटना की ओर जाने वाली मगध एक्सप्रेस और प्लेटफ़ॉर्म नंबर 15 पर जम्मू की तरफ़ जाने वाली उत्तर संपर्क क्रांति खड़ी थी.”
“इस दौरान, फ़ुटओवर ब्रिज से 14 नंबर और 15 नंबर प्लेटफ़ॉर्म पर आने वाली सीढ़ियों पर पैसेंजर के फ़िसलकर गिरने से, उनके पीछे के कई यात्री इसकी चपेट में आ गए, और यह दुखद घटना घटित हो गई.”
“इस हादसे की उच्च स्तरीय कमेटी द्वारा जांच की जा रही है.”
इस बीच, विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने इस हादसे को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं. इनमें आरजेडी प्रमुख लालू यादव, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव, टीएमसी सांसद कीर्ति आज़ाद और कांग्रेस नेता पवन खेड़ा शामिल हैं. (bbc.com/hindi)