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गुमला (झारखंड), 10 नवंबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उसका ‘शाही परिवार’ अपने ‘नापाक मंसूबों’ के तहत आरक्षण छीनने के लिए अनुसूचित जनजाति (एसटी), अनुसूचित जाति (एससी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की एकता को तोड़ने पर तुला हुआ है।
गुमला में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत गठबंधन पर खनिज, जंगल, रेत और कोयले जैसे राज्य के समृद्ध संसाधनों को लूटने का आरोप लगाया और दावा किया कि इससे ‘रोटी, माटी और बेटी' पर गंभीर खतरा पैदा हो गया।
उन्होंने सत्तारूढ़ सरकार पर घुसपैठियों को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस जानती है कि यदि अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग एक हो गए तो वे पार्टी के अस्तित्व के लिए खतरा पैदा कर देंगे। यही कारण है कि कांग्रेस का शाही परिवार उनकी एकता तोड़ने पर आमादा है... वे आरक्षण छीनना चाहते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस एक आदिवासी समुदाय को दूसरे के खिलाफ खड़ा करने की कोशिश कर रही है... आदिवासी समाज की ताकत को तोड़ने के एजेंडे के साथ वह उरांव के खिलाफ मुंडा, खारिया के खिलाफ लोहरा, कोरवा के खिलाफ खरवार आदि को लड़ा रही हैं।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस उच्च पदों पर आदिवासियों को बर्दाश्त नहीं कर सकती, यही कारण है कि उसने राष्ट्रपति पद पर द्रौपदी मुर्मू का विरोध किया और उनका अपमान करना जारी रखती है।
उन्होंने कहा कि भाजपा आदिवासी गौरव को बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध है और बिरसा मुंडा के सम्मान में 15 नवंबर से देशभर में एक साल तक ‘जनजातीय गौरव वर्ष’ मनाया जाएगा।
मोदी ने यह भी वादा किया कि जिन लोगों ने झारखंड के संसाधनों को लूटा और यहां के युवाओं के भविष्य के साथ खेला, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें सलाखों के पीछे डाला जाएगा। (भाषा)