भिलाई, 8 नवंबर। जयंती स्टेडियम के पास हुआ अमित का एनकाउंटर 19 वर्ष बाद हुआ दूसरा है। एक न्यूज चैनल के मुताबिक इससे पहले दुर्ग में 2005 में भी गोविंद विश्वकर्मा का एनकाउंटर हुआ था। गोविंद, महादेव हत्याकांड कर चुका था । और वह तपन सरकार गिरोह का गुर्गा था। तपन 17 साल जेल में रहकर छूटा था। 05 में गोविंद विश्वकर्मा को भिलाई के तालपुरी में मुठभेड़ में मारा गया था ।