साफ-साफ अदालती आदेशों के बावजूद छत्तीसगढ़ की सडक़ों पर स्वागत द्वार बनाना जारी है जो कि किसी धार्मिक, आध्यात्मिक, सामाजिक, या राजनीतिक मकसद से बनाए जाते हैं, और जिनका दो ही किस्म का इस्तेमाल रहता है, एक तो किराया भंडार का कारोबार बढ़ाने का, दूसरा सडक़ों पर ट्रैफिक जाम करने का। यह राजधानी के अग्रसेन चौक का हाल है जहां साल में कई महीने स्वागत द्वार ट्रैफिक को रोके रहता है, और जनता कब तक इसके खिलाफ अदालत जा सकती है? तस्वीर / ‘छत्तीसगढ़’