सरगुजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लखनपुर, 28 अप्रैल। रेत माफियाओं के द्वारा महिलाओं को उठा ले जाने की धमकी पर ग्रामीण लामबंद हो गए है। उन्होंने थाने में शिकायत दी है।
ज्ञात हो कि थाना क्षेत्र के सरहदी ग्राम चैनपुर सहित रेण नदी से लगे जमगला, तराजू, कवलगिरि, जेजगी, बगदर्री नदी किनारे के गांवों से अवैध रेत खनन कर परिवहन किये जाने का सिलसिला जारी है। तत्कालीन एसडीएम आकाश चिंकारा ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए रेत माफियाओं के उपर पूर्ण रूप से अंकुश लगा दिया था परन्तु उनके तबादला के बाद पुन: रेत का अवैध कारोबार आरंभ हो गया है। उसके बाद रेत माफिया एवं ग्रामवासी आमने-सामने हैं।
ग्रामवासियों का कहना है कि अवैध रेत परिवहन के कारण गांव के बीच में बने सडक़ की स्थिति दिन ब दिन जर्जर होते जा रही है। सडक़ की दुर्दशा ही नहीं वरन लगातार ट्रैफिक दबाव के कारण गांववासियों के जानोमाल के हिफाजत का भी सवाल है। दिन-रात अवैध रेत परिवहन से उडऩे वाले धूल के गुब्बार से गांव के लोग परेशान हैं, वहीं हमेशा अनदेखे सडक़ दुघर्टना होने की संभावना बनी रहती है। पर्यावरण प्रदूषित होने कारण लोग बीमार पडऩे लगे हैं।
इन्हीं समस्याओं को लेकर ग्रामवासियों ने एकजुटता दिखाते हुए 25 अप्रैल को पेड़ काट कर सडक़ जाम किये थे। ग्रामीणों का आरोप है कि राजस्व एवं खनिज अमला ने अवैध रेत परिवहन में लगे वाहनों को कार्रवाई के नाम पर महज खानापूर्ति करते हुए पंचनामा कर आसानी से छोड़ दिया। यह भी आरोप लगाया कि अवैध रेत परिवहन के खिलाफ़ ग्रामवासियों ने आवाज उठाने शुरू किये तो रेत माफियाओं ने गांव की महिलाओं को ही उठा ले जाने की धमकी देने लगे। लिहाजा ग्राम चैनपुरवासियों ने 28 अप्रैल को थाना लखनपुर पहुंच धमकी देने वाले रेत तस्करों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराया है।
लखनपुर थाना प्रभारी शिशिर कांत सिंह का कहना है कि ग्रामीण महिलाओं के द्वारा उक्त रेत उत्खनन करने वालों के खिलाफ उठा ले जाने का आरोप लगाते हुए आवेदन दिया गया है, जिसमें समस्त आवेदक महिलाओं का एक-एक कर बयान लिया जा रहा है। बयान के आधार पर सूक्ष्म जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
उदयपुर तहसीलदार सुभाष शुक्ला के द्वारा इस संबंध में बताया गया कि ग्रामीणों के द्वारा सडक़ में उड़ती धूल के गुबार के कारण हो रहे रेत परिवहन ट्रकों को रोका गया था, जिसमें मौके पर दो ट्रकों में रेत परिवहन करते हुए पाया गया जिनके लिए पीट पास जारी किया गया था, परंतु अन्य चार वाहनों में रेत नहीं होने के कारण उन पर कार्रवाई नहीं की जा सकी। महिलाओं को उठा ले जाने के सवाल पर बोले कि यह पुलिस का मामला है, वह अपना आवेदन थाने में प्रस्तुत कर सकते हैं।