सरगुजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 19 जुलाई। शनिवार को माउंट लिट्रा ज़ी स्कूल में बड़े ही उत्साह, गरिमा और परंपरा के साथ शपथ ग्रहण समारोह 2025 का आयोजन किया गया। यह समारोह छात्र जीवन में नेतृत्व, कर्तव्य और सेवा भावना की नींव रखने के उद्देश्य से आयोजित किया गया, जिसमें नव-निर्वाचित छात्र परिषद के सदस्यों को औपचारिक रूप से उनके पदों की जिम्मेदारी सौंपी गई।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई। समारोह की मुख्य अतिथि कर्नल रीमा सोबती , प्राचार्या, सैनिक स्कूल अंबिकापुर,विद्यालय के निदेशकगण कमला सिसोदिया, के. पी. दीक्षित, छकन लाल गुप्ता, उत्तम सिंह सिसोदिया, भारत सिंह सिसोदिया, राजीव अग्रवाल, दीपेश गुप्ता, प्रतीक दीक्षित, नितेश मेहता ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
मुख्य अतिथि कर्नल रीमा सोबती ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में छात्रों को निडर, ईमानदार और दायित्वनिष्ठ बनने की प्रेरणा दी। उन्होंने छात्र प्रतिनिधियों को शपथ दिलाते हुए कहा, आप सभी अपने कर्तव्यों का पालन पूरी निष्ठा और प्रतिबद्धता से करें। आप ही भविष्य के राष्ट्रनिर्माता हैं, जिसके साथ उन्होने नाम, निशान और नमक की महत्वता बताई।
इसके बाद हेड बॉय शुभ जायसवाल और ऋषभ सिंह, हेड गर्ल सीमा सिंह और सेजल मिश्रा, हाउस कैप्टन्स , क्लब कैप्टन्स सहित अन्य प्रतिनिधियों ने भव्य मार्च पास्ट करते हुए मंच की ओर कदम बढ़ाए। मंच पर मुख्य अतिथि,विद्यालय के निर्देशकगणों ने सम्मानपूर्वक उनको बैज और सैश पहनाया । प्राचार्या द्वारा उन्हें अपने-अपने पद की गरिमा और जिम्मेदारी निभाने की शपथ दिलाई गई।
इस घड़ी में कर्नल रीमा सोबती जी द्वारा स्कूल पत्रिका का अनावरण किया गया।समारोह में संगीत एवं नृत्य की सुंदर प्रस्तुतियाँ हुई। हेड बॉय और हेड गर्ल ने ‘नेतृत्व में नैतिकता’ पर प्रेरक विचार प्रस्तुत किए।
प्राचार्या वर्षा अग्रवाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यह समारोह हमारे छात्रों में नेतृत्व क्षमता, आत्म-विश्वास और संगठन कौशल को प्रोत्साहित करने का एक सुनहरा अवसर है।
नेतृत्व केवल अधिकार नहीं, उत्तरदायित्व है। अंत में साक्षी केडिया ने सभी अतिथियों, निर्देशकगणों, शिक्षकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि,यह समारोह न केवल नेतृत्व के बीज बोता है, बल्कि छात्रों में आत्म-निर्भरता और सहयोग की भावना को भी सशक्त करता है ।
कार्यक्रम को सफल बनाने में संध्या एक्का, अर्चना कुजूर, निधि टोप्पो, जय किशन, खुशबू गुप्ता, शशांक तिवारी, आयुष अग्रवाल, अनिशा गुरुंग, रिया गुप्ता और सभी शिक्षकों का सराहनीय योगदान रहा। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। यह आयोजन सभी उपस्थितों के लिए प्रेरणादायक एवं स्मरणीय रहा।