सरगुजा

अंबिकापुर रेलवे स्टेशन में अतिरिक्त प्लेटफार्म बनाने मिली मंजूरी
27-May-2025 8:49 PM
अंबिकापुर रेलवे स्टेशन में अतिरिक्त प्लेटफार्म बनाने मिली मंजूरी

 फुट ओवर ब्रिज और कोच डिस्प्ले बोर्ड का कार्य भी होगा जल्द पूरा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

अंबिकापुर, 27 मई। अंबिकापुर रेलवे स्टेशन में अतिरिक्त प्लेटफार्म बनाने की स्वीकृति मिल गई है। प्लेटफार्म के संबंध में जानकारी देते हुए क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति के सदस्य मुकेश तिवारी ने बताया कि 26 मई को बिलासपुर में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे क्षेत्रीय रेलवे उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति की बैठक में रेलवे के अधिकृत पत्र के माध्यम से इसकी जानकारी उन्हें दी गई है।

श्री तिवारी ने बताया कि संभवत: जून में इसका टेंडर हो जाएगा और एक-दो महीने के अंदर ही प्लेटफॉर्म बनने का कार्य प्रारंभ हो जाएगा। इसके अलावा रेल्वे स्टेशन में फुट ओवर ब्रिज, कोच डिस्प्ले बोर्ड भी दो-तीन महीने के अंदर बनाने की बात रेलवे ने कही है।

ज्ञात हो कि सदस्य मुकेश तिवारी द्वारा अंबिकापुर रेलवे स्टेशन में रेलगाडिय़ों की संख्या एवं दबाव को देखते हुए अतिरिक्त प्लेटफार्म का निर्माण 7 मार्च को महाप्रबंधक के अंबिकापुर प्रवास के दौरान मांग की गई थी। महाप्रबंधक ने अतिरिक्त प्लेटफार्म निर्माण के लिए सहमति भी दी थी। अंबिकापुर रेलवे स्टेशन में अतिरिक्त प्लेटफार्म महती आवश्यकता के साथ ही वर्तमान प्लेटफार्म की लंबाई में वृद्धि व कोच डिस्प्ले बोर्ड के प्रावधान भी मांग रखी गई थी।

समिति की बैठक में रेलवे ने अपने अधिकृत पत्र के माध्यम से जानकारी दी है कि अंबिकापुर रेलवे स्टेशन में अतिरिक्त प्लेटफार्म हेतु स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। स्टेशन पर फुट ओवर ब्रिज एवं कोच डिस्प्ले बोर्ड के प्रावधान का प्रस्ताव प्रक्रियाधीन है, लेकिन इसका भी कार्य 2-3 महीने में पूरा हो जाएगा।

बैठक में सदस्य मुकेश तिवारी ने सुझाव दिया कि दुर्ग अंबिकापुर एक्सप्रेस, ट्रेन नंबर 18241/18242 में बर्थ की संख्या बढ़ाकर, ज्यादा सुविधाजनक किया जाए।एल बी एच कोच परिवर्तन से पहले यह 24 कोच की ट्रेन थी, परन्तु वर्तमान में मात्र 19 कोच की ट्रेन है। इस बहु उपयोगी और लाभकारी ट्रेन में 2 कंपोजिट कोच 3/2 एसी, एक 3 एसी एक स्लीपर व एक जनरल कोच सहित कुल 5 कोच कम कर दिए गए हैं, जिससे यात्रियों को बहुत परेशानी हो रही है। उपरोक्त सभी श्रेणी के कोच की संख्या बढ़ाया जाना अत्यंत आवश्यक है।जिसके संदर्भ में रेल्वे ने गाड़ी संख्या 18241/18242 (दुर्ग-अम्बिकापुर-दुर्ग) एक्सप्रेस दिनांक 20 मई 2025 से इसमें एक 3 एसी कोच का आवर्धन कर कुल 20 कोचों के साथ परिचालन किया जाना बताया है।

पिट लाइन तथा अतिरिक्त प्लेटफॉर्म बनने के बाद इंटरसिटी ट्रेन के संचालन का खुल सकता है मार्ग

परामर्शदात्री समिति की बैठक में सदस्य मुकेश ने रेल्वे के समक्ष अंबिकापुर से बिलासपुर रायपुर के लिए प्रात: काल इंटरसिटी ट्रेन के संचालन की मांग करते हुए सुझाव रखा,जिस पर रेल्वे ने स्वीकार किया कि वर्तमान में अम्बिकापुर से बिलासपुर अथवा रायपुर के लिए सुबह के समय कोई सीधी ट्रेन उपलब्ध नहीं है, किंतु यात्रियों के लिए अन्य विकल्प उपलब्ध हैं। वर्तमान में अम्बिकापुर-बिलासपुर-रायपुर के मध्य यात्रियों के आवागमन हेतु बिलासपुर-अनूपपुर-बिलासपुर/ उसलापुर के मध्य 58, रायपुर-अनूपपुर-रायपुर के मध्य 30 तथा अनूपपुर-अम्बिकापुर-अनूपपुर के मध्य 11 गाडिय़ाँ परिचालित हैं।

इसके अतिरिक्त, गाड़ी संख्या 18241/18242 (दुर्ग-अम्बिकापुर-दुर्ग) एक्सप्रेस दुर्ग-रायपुर-अम्बिकापुर के मध्य रात्री में सीधी सेवा प्रदान की गई है।अम्बिकापुर स्टेशन पर कोचिंग ट्रेनों के अनुरक्षण हेतु पिट लाइन तथा एक अतिरिक्त प्लेटफॉर्म का कार्य प्रगति पर है। कार्य पूर्ण होने के पश्चात् इस सुझाव पर विचार किया जाएगा।

अंबिकापुर-रेणुकूट रेल लाइन के लिए मुखरता से रखी बात

परामर्शदात्री समिति की बैठक में मुकेश तिवारी ने अंबिकापुर रेणुकूट रेल लाइन के लिए एक बार फिर से अपनी बात पूरी मुखरता के साथ रखी। श्री तिवारी ने बताया कि अंबिकापुर रेणुकूट रेल विस्तार की मांग काफी पुरानी है। इस बैठक में भी यह विषय एकाधिक बार आ चुका है। छत्तीसगढ़ विधानसभा से 26 जुलाई 2024 को सर्वसम्मति से पारित अंबिकापुर रेणुकूट रेलवे लाइन के अतिरिक्त अन्य वैकल्पिक मार्ग के सर्वे या तो प्रक्रियाधीन हैं या संपन्न हो चुके हैं, परंतु इस बात से जनमानस में अनेक संदेह उत्पन्न हो रहे हैं इसलिए यह स्पष्ट करना चाहिए कि अंबिकापुर से कहां-कहां के लिए, कितनी बार और कब-कब सर्वे कार्य किया जाएगा।

यह स्पष्टीकरण रेलवे एवं सरकार के प्रति जनता में पारदर्शिता जवाबदेही एवं स्पष्टता स्थापित करने वाला होगा। अंबिकापुर रेणुकूट रेल लाइन के लिए बजट में प्रावधान एवं यथाशीघ्र क्रियान्वयन की मांग रखी।

श्री तिवारी ने बताया कि उक्त मार्ग में पर्याप्त मात्रा में मिनरलस हैं,इसके अलावा अंबिकापुर- रेणुकूट रेल मार्ग जुड़ जाने से दिल्ली बनारस की दूरी काफी कम हो जाएगी।


अन्य पोस्ट