सरगुजा

पुलिस पूछताछ के बाद युवक ने की खुदकुशी, जांच
05-Apr-2025 8:47 PM
पुलिस पूछताछ के बाद युवक ने की खुदकुशी, जांच

मृतक की मां ने दबाव बना पैसे मांगने का प्रधान आरक्षक पर लगाया आरोप

प्रधान आरक्षक ने कहा आरोप बेबुनियाद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

लखनपुर, 5 अप्रैल। सरगुजा जिले के लखनपुर थाना क्षेत्र में पुलिस के पूछताछ के बाद 20 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। वहीं मृतक युवक की मां ने पुलिस पर दबाव बनाकर पैसे मांगने का आरोप लगाया है। वहीं थाने के प्रधान रक्षक का कहना है कि मामले को दबाने के लिए मृतक और उसकी मां के द्वारा पैसे का ऑफर दिया गया था। उन्होंने आरोप को बेबुनियाद बताया।

 आशीष मिंज ग्राम जुडवानी चुकंन डांड सेमरपारा निवासी 20 वर्षीय युवक ने घर के समीप आम पेड़ में रस्सी का फंदा बनाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। घटना के बाद से परिवार  में शोक का माहौल बना हुआ है। सूचना उपरांत लखनपुर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुटी है।

नवंबर 2024 में लखनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम जुनवानी चुकंडाड सिमरपारा में मृतक आशीष मिंज के घर में 16 वर्षीय संध्या कुमारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी, वहीं युवक ने भी कीटनाशक पदार्थ का सेवन कर लिया था। उपचार के बाद युवक स्वस्थ होकर अपने घर लौट आया था।

  संध्या कुमारी की मौत को लेकर शंका जाहिर करते हुए  परिजनों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में इसकी शिकायत की थी। शिकायत के बाद लखनपुर पुलिस इस मामले को लेकर जाँच कर रही थी और नोटिस देकर अलमा मिंज व उसके पुत्र आशीष मिंज को पूछताछ के लिए लखनपुर थाने पूर्व में बुलाया गया था।

 आरोप है कि पूछताछ के दौरान मामला दबाने को लेकर प्रधान आरक्षक ने 50,000 रुपए की मांग की थी। जिसकी शिकायत अलमा मिंज के द्वारा लखनपुर प्रशिक्षु आईपीएस से गई थी, वहीं पुन: पूछताछ के लिए अलमा मिंज और आशीष मिंज को प्रधान आरक्षक के द्वारा लखनपुर थाने बुलाया गया था और पुलिस थाने के ऊपर के कमरे में पूछताछ की जा रही थी।

इसी दौरान बाइक चोरी की रिपोर्ट लिखाने पहुंचे युवकों ने आशीष मिंज के साथ मारपीट की थी। शाम 7 बजे छोड़ा गया, जिसके बाद युवक अपनी मां के सामने रोने लगा। बेटे ने अपनी मां को पूछताछ के दौरान  उसके साथ हुए घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी और खाना पीना खाकर रात में सो गए और आज सुबह घर के ही समीप फांसी के फंदे पर झूलता हुई युवक का लाश मिली।

पुलिस मौके पर पहुंचे लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए ला रही थी, इसी दौरान ग्रामीणों ने प्रधान आरक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग के बाद ही पोस्टमार्टम के लिए ले जाने पुलिस से कहा।

प्रधान आरक्षक पन्नालाल से इस संबंध में मोबाइल फोन से बात करने पर उनके द्वारा बताया गया कि कोरबा जिला की रहने वाली संध्या मिंज अपनी मौसी के घर अंबिकापुर रहती थी।  आशीष मिंज के घर में संध्या मिंज ने विगत माह पूर्व फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।

परिजनों के द्वारा मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत की थी। जिसके बाद पुलिस के द्वारा जांच की जा रही थी। पूछताछ के लिए आशीष मिंज और उसकी मां अलका मिंज को बुलाया गया था। कई बार बुलाने के बाद भी नहीं आने पर नोटिस देकर उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया। जिसके बाद उन्होंने पैसे का ऑफर देकर मामले को रफा दफा करने की बात कही थी। परंतु मेरे द्वारा आशीष मिंज और उसकी मां अलका मिंज को पुलिस का सहयोग करने की बात कही गई थी और युवक से कोई मारपीट नहीं की गई है। उनके द्वारा जो भी आरोप मुझ पर लगाया जा रहे हैं, सब आरोप बेबुनियाद है।


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