सरगुजा

अम्बिकापुर, 3 मार्च। सरगुजा संभाग के सबसे बड़े महाविद्यालय राजीव गांधी पी.जी महाविद्यालय में सेकंड सेमेस्टर बैक की परीक्षा अभी तक आयोजित नहीं हुई है, वहीं पांचवें सेमेस्टर की परीक्षा का फॉर्म भी अब तक नहीं भरा गया है। इसके बावजूद, परीक्षा की समय सारणी घोषित कर दी गई है, जिससे छात्रों में असमंजस और चिंता बढ़ गई है।
इसी संदर्भ में, गैर-राजनीतिक संगठन आजाद सेवा संघ के प्रदेश सचिव रचित मिश्रा और संघ छात्र मोर्चा के जिला अध्यक्ष प्रतीक गुप्ता के नेतृत्व में छात्रों ने महाविद्यालय प्राचार्य को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मांग की कि घोषित समय सारणी से पहले परीक्षा फॉर्म भरने के लिए पोर्टल जल्द से जल्द खोला जाए, जिससे छात्र परीक्षा फॉर्म भरकर समय पर परीक्षा में शामिल हो सकें।
विशेष रूप से, सेकंड सेमेस्टर परीक्षा में लगभग 75 प्रतिशत बी.कॉम के छात्र फॉर्म नहीं भर पाए हैं, जिसके चलते वे पंचम सेमेस्टर की मुख्य परीक्षा में सम्मिलित नहीं हो सकेंगे। इस कारण, छात्र मानसिक रूप से बेहद परेशान हैं और उन्होंने प्रबंधन से शीघ्र कार्रवाई की मांग की है। संघ के प्रदेश रचित मिश्रा ने यह सवाल उठाया है कि महाविद्यालय प्रबंधन का कहना है,दो दिनों के भीतर लगभग 150 से 200 छात्रों का परीक्षा परिणाम घोषित करने का भी भरोसा दिलाया गया है पर दो-तीन में कभी भी सैकड़ों की संख्या में छात्रों का परिणाम जारी करना नामुमकिन है और जैसा की राजीव गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय अंबिकापुर का इतिहास रहा है,कि किसी भी सेमेस्टर का परीक्षा हो तो उसका परिणाम डेढ़ से दो महीना विलंब करके ही जारी होता है।
वहीं सेकंड सेमेस्टर बैक के छात्रों का 20 मार्च को जिसमें लगभग 150 से 200 छात्र परीक्षा देंगे और महाविद्यालय के द्वारा ये भरोसा दिलाया गया है कि उनका परिणाम दो दिन में जारी करके उन्हें जो 25 मार्च से फिफ्थ सेमेस्टर की मुख्य परीक्षा होने वाली है उसका एग्जाम फॉर्म, एडमिट कार्ड 3 दिन के अंदर यह सब कर लिया जाएगा, महाविद्यालय की यह बातें बेबुनियाद है क्योंकि हमेशा देखने को मिलता है कि महाविद्यालय का जो सरवर है वह हमेशा क्रश रहता है।
एग्जाम फॉर्म का पोर्टल खुलने के बाद भी चार-चार दिन तक छात्रों का पेमेंट अटक जाता है,छात्रों का गलत सब्जेक्ट भरा जाता है इस तरीके के बहुत सारे सरवर इशू भी रहते हैं और महाविद्यालय के द्वारा दो दिन में परिणाम जारी करना नामुमकिन जैसी बातें हैं।
महाविद्यालय को आखिरी में संगठन के द्वारा जो मांग किया गया है कि समय सारणी में बदलाव किया जाए और छात्रों को सुविधा देते हुए सही समय सारणी के साथ पंचम सेमेस्टर का समय सारणी जारी किया जाए।
आजाद सेवा संघ के द्वारा महाविद्यालय के प्राचार्य से मांग की है कि छात्रों के हित में ही फैसला किया जाए और किसी भी छात्र के साथ किसी प्रकार का अन्याय ना हो कि उनके भविष्य पर असर पड़े।