सरगुजा

कारोबारी परिवार को बंधक बना ढाई लाख नगद सहित 25 लाख से ज्यादा के जेवर की लूट
27-Feb-2025 6:06 PM
कारोबारी परिवार को बंधक बना ढाई लाख नगद सहित 25 लाख से ज्यादा के जेवर की लूट

 सीसीटीवी में नकाबपोश लुटेरे कैद, झारखंडी में बात कर रहे थे

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
सीतापुर, 27 फरवरी।
सरगुजा जिला के सीतापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत देर रात तीन नकाबपोश लुटेरों ने व्यवसायी परिवार को बंधक बनाकर ढाई लाख नगद सहित 25 लाख से ज्यादा के जेवरात की लूट की  है। लुटेरों ने बंधक बनाए परिवार को जान से मारने की धमकी देते हुए नगदी समेत जेवर लेकर फरार हो गए। लूट का वीडियो सीसीटीवी में कैद हो गया है। पीडि़त परिवार की सूचना के बाद मौके पर पहुँची पुलिस ने सीसीटीवी के आधार पर लुटेरों की खोज शुरू कर दी है। 

घटना सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम नवापारा की है। जहां देर रात एक से दो बजे के बीच व्यवसायी राधेश्याम गुप्ता के दो मंजिला घर में तीन अज्ञात लुटेरे घुस आये। लुटेरों ने घर के बाहर बनी सीढ़ी एवं ऊपर का दरवाजा लात मारकर तोड़ते हुए बालकनी में प्रवेश किया।

यहां पहली मंजिल पर सो रहे व्यवसायी के बड़े बेटे का कमरा बाहर से लॉक कर दिया। उसके बाद वे सभी घर के अंदर वाली सीढ़ी से होते हुए नीचे के कमरे में पहुँचे। वहाँ उन्होंने परिवार के मुखिया राधेश्याम एवं बगल में सो रहे उनके छोटे बेटे का कमरा खुलवाया और उन्हें बंधक बना लिया।

बंधक बनाने के बाद परिवार को जान से मारने की धमकी देते हुए लुटेरों ने घर में जमकर लूटपाट की। बेखौफ लुटेरों ने व्यवसायी के घर का एक-एक कमरा छान मारा। इस दौरान उन्होंने घर के आलमारी में रखा नगदी ढाई लाख समेत 25 लाख से ज्यादा के सोने चांदी के जेवर लूट लिए।

पूरी तसल्ली से लूट करने के बाद लुटेरों मौके से फरार हो गए। इस घटना के बाद दहशत में आये परिवार ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही दलबल समेत थाना प्रभारी टीम देर रात घटना पर पहुँची। जहाँ सीसीटीवी में कैद वीडियो के आधार पर पुलिस लुटेरों की खोज करने में जुट गई है।

इस वारदात के बाद पीडि़त परिवार समेत गांव में दहशत का माहौल निर्मित हो गया है। लोगों को जानमाल की सुरक्षा को लेकर चिंता सताने लगी है। लोग पुलिस की कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठाने लगे हैं।

देर रात व्यवसायी के यहाँ लूटपाट करने वाले लुटेरे आपस में बातचीत के दौरान झारखंडी भाषा का उपयोग कर रहे थे। लुटेरों के शिकार बने परिवार के सदस्य ने बताया कि उनके बोलचाल की भाषा भिन्न थी। वो आपस मे बातचीत के दौरान जिस भाषा का उपयोग कर रहे थे। वो सुनने में झारखंडी जैसा लग रहा था। 

इस लूट की घटना में तीन से ज्यादा लुटेरों के शामिल होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसके अलावा स्थानीय व्यक्ति के साथ बाहरी लोगों के शामिल होने की शंका जताई जा रही हैं। 

लूट की घटना की जांच करने मौके पर साइबर एवं क्राइम ब्रांच की टीम पहुँच गई है। उन्होंने सीसीटीवी में कैद वीडियो के आधार पर मामले की छानबीन करते हुए लुटेरों की खोज शुरू कर दी है।


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