सरगुजा

40 करोड़ का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन मिला
‘छत्तीसगढ़‘ संवाददाता
अम्बिकापुर, 4 फरवरी। क्रिकेट मैच में करोड़ों का सट्टा लगाकर अवैध धन के आदान प्रदान हेतु फर्जी खाता खोलवाकर आपराधिक षडय़ंत्र करने के मामले में सरगुजा पुलिस ने 5 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
इसके पूर्व भी 5 आरोपी मामले में गिरफ्तार किये जा चुके हैं। गिरफ्तार आरोपियों द्वारा मिलकर व्हाट्सअप ग्रुप के माध्यम से रुपये पैसे का दांव लगाकर क्रिकेट मैच में ऑनलाइन सट्टा का खेल खेलवाने का काम किया जाता था। आरोपियों से घटना मे प्रयुक्त 5 मोबाइल एवं 3 बैंक खाता बरामद किए गए हंै।
प्रकरण में बैंक खातों से संबंधित लेनदेन की जानकारी लेने पर कुल 40 करोड़ रुपये का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन होना पाया गया है। मामले में जांच की जा रही हैं। अभी तक प्रकरण में 10 आरोपियों कों गिरफ्तार किया जा चुका हैं।
प्रकरण में पुलिस टीम ने क्रिकेट मैच में रूपये पैसे का दाव लगाकर ऑन लाईन सट्टा का खेल खेलने व खेलवाने के लिए सुधीर कुमार गुप्ता द्वारा बनाये गये ग्रुप से जुड़े सदस्य अमन करारिया को तलब कर पूछताछ की, जो अपने पिता के नाम से सिम लेकर चलाना बताया।
अन्य ग्रुप के सदस्यों के संबंध में पूछताछ किये जाने पर बताया कि सुधीर गुप्ता, सोम गुप्ता को एक फेक सिम दिया था, जिससे सोम गुप्ता वाट्सअप ग्रुप बनाकर एडमिन बनकर उपयोग करता था।
पुलिस टीम द्वारा सोम गुप्ता को तलब कर पूछताछ किये जाने पर सुधीर गुप्ता के कहने पर सौरभ यादव, साहिल गुप्ता व अमन करारिया के साथ मिलकर सुधीर गुप्ता के लिए काम करना बताये।
आरोपियों से पूछताछ किये जाने पर अपना नाम सौरभ यादव, साहिल गुप्ता, अमन करारिया ,सोम गुप्ता सभी निवासी अम्बिकापुर जिला सरगुजा का होना बताये।
आरोपियों से घटना के सम्बन्ध में पूछताछ किये जाने पर बतायें कि पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों के साथ मिलकर ऑनलाईन सट्टा खेलने व खेलवाने का काम करना सहित अवैध धन के आदान प्रदान हेतु फर्जी खाता खोलवाकर आपराधिक षडय़ंत्र कारित करने का अपराध घटित किया जाना स्वीकार किया गया, साथ ही मामले में धन के अवैध आदान प्रदान किये जाने हेतु आरोपी अम्मी गिरी द्वारा कई व्यक्तियों के खाते खुलवाकर आरोपियों को प्रदान किये जाने की जानकारी प्राप्त होने पर आरोपी अम्मी गिरी को पकडक़र पूछताछ की।
आरोपी द्वारा अपना नाम अम्मी गिरी सूरजपुर का होना बताया। आरोपी ने सट्टा खेलने खिलवाने हेतु आरोपियों कों बैंक खाता प्रदान करना स्वीकार किया गया।
प्रकरण में आरोपीगण द्वारा सुसंगठित तौर पर कई व्हाट्सअप समूह बनाकर, फर्जी सिम, फर्जी खातों, हवाला और क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से विनबज और स्काईएक्सचेंज प्लेटफार्म से सट्टा खेलाये जाने का गंभीर साक्ष्य मिले हैं, मामले में जांच जारी है।